Fortis Hospital News : बदली लाइफस्टाइल, बढ़ा रिस्क: अब हाई बीपी सिर्फ बड़ों की नहीं, युवाओं की भी बन गई है बीमारी – Fortis Hospital, ग्रेटर नोएडा ने World Hypertension Day पर किया अलर्ट

ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे।
आज के दौर में जहां युवाओं को सबसे ऊर्जावान, फिट और हेल्दी माना जाता है, वहीं बदलती जीवनशैली और खानपान की आदतों ने उन्हें भी गंभीर बीमारियों के घेरे में ला खड़ा किया है। वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2025 के अवसर पर Fortis Hospital, ग्रेटर नोएडा ने इस खामोश किलर यानी हाई ब्लड प्रेशर को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है।
हर पांचवां व्यक्ति हाइपरटेंशन का शिकार – युवा भी शामिल
Fortis Hospital के डायरेक्टर – इंटरनल मेडिसिन डॉ. दिनेश त्यागी ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आने वाले मरीजों में से 20-25% वयस्क और चौंकाने वाली बात यह है कि 15-20% युवा भी हाई बीपी के मरीज हैं। यह ट्रेंड दर्शाता है कि हाइपरटेंशन अब केवल वृद्धों की नहीं, बल्कि युवाओं की बीमारी भी बनती जा रही है।
क्यों बढ़ रहा है हाई बीपी का खतरा? जानिए मुख्य कारण
डॉ. त्यागी के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर के मामले युवाओं में इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि:
- लाइफस्टाइल में तेजी से बदलाव: रात देर तक जागना, सोने-जागने का असमान्य समय।
- अनियमित और असंतुलित खानपान: जंक फूड, अधिक नमक व तेलयुक्त खाना।
- तनाव की अधिकता: पढ़ाई, नौकरी और सोशल मीडिया से उपजे मानसिक दबाव।
- फिटनेस के नाम पर गलत आदतें: बॉडीबिल्डिंग के लिए स्टेरॉइड्स और प्रोटीन सप्लीमेंट्स का दुरुपयोग।
- वजन का असंतुलन और मोटापा: कम एक्टिविटी और अधिक कैलोरी इनटेक।
हाइपरटेंशन के लक्षण अक्सर रहते हैं ‘साइलेंट’
हाई ब्लड प्रेशर को Silent Killer कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षण लंबे समय तक नजर नहीं आते। कई बार अचानक सिर दर्द, चक्कर आना, थकान, धुंधली दृष्टि या बेचैनी के रूप में इसके लक्षण सामने आते हैं। समय पर पता न चलने पर यह हृदय, मस्तिष्क, किडनी और आंखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।
बचाव ही सबसे बड़ा इलाज: जानिए कैसे रखें बीपी को कंट्रोल
डॉ. दिनेश त्यागी ने बताया कि निम्न उपायों को अपनाकर हाइपरटेंशन से बचाव संभव है:
- नियमित बीपी चेकअप: हर 6 महीने में एक बार बीपी की जांच कराएं।
- नमक का संतुलन: साधारण नमक के बजाय सेंधा नमक अपनाएं, ज्यादा नमक से परहेज करें।
- डेली एक्सरसाइज: 30 मिनट की वॉक या योगा हर दिन अनिवार्य बनाएं।
- तनावमुक्त जीवनशैली: मेडिटेशन, म्यूजिक और समय पर नींद से तनाव को नियंत्रित करें।
- नशे से दूरी: सिगरेट, शराब, तंबाकू और ड्रग्स से पूरी तरह बचें।
- खानपान पर नियंत्रण: बाहर का खाना कम करें, हरी सब्जियां और फल शामिल करें।
जरूरी मेडिकल जांचें जिन्हें टालना नहीं चाहिए
हाइपरटेंशन के शिकार व्यक्ति को निम्न मेडिकल टेस्ट नियमित रूप से कराना चाहिए:
- किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT)
- कोलेस्ट्रॉल जांच (Lipid Profile)
- ईसीजी (ECG) और ईकोकार्डियोग्राफी (ECHO)
- यूरिन एनालिसिस और ब्लड शुगर टेस्ट
डॉ. त्यागी ने कहा कि लोग अक्सर इन टेस्ट्स को फिजूलखर्च समझकर टाल देते हैं, जबकि यही जांचें समय रहते गंभीर बीमारियों को रोक सकती हैं।
फोर्टिस हॉस्पिटल का संदेश – अब नहीं जागे तो बहुत देर हो जाएगी
Fortis Hospital, Greater Noida ने World Hypertension Day 2025 पर यह संदेश दिया कि ‘अपनी और अपने परिवार की सेहत की जिम्मेदारी लें। हाइपरटेंशन की अनदेखी न करें।’
हॉस्पिटल ने लोगों से आग्रह किया कि वे नियमित जांच कराएं, संतुलित जीवनशैली अपनाएं और दूसरों को भी जागरूक करें।
रफ्तार टुडे की अपील – स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, तभी जीवन में रफ्तार बनी रहेगी
स्वास्थ्य ही असली पूंजी है। हाई बीपी जैसी बीमारी को पहचानने और उसे रोकने के लिए जागरूकता ही सबसे कारगर हथियार है।
🛑 Raftar Today व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें।
Follow the Raftar Today channel on WhatsApp
Twitter (X): Raftar Today (@raftartoday)