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नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर स्थित एक मकान की चौथी मंजिल पर शनिवार को आग लग गई। इससे कमरे में रखा छोटा सिलिंडर फट गया। आग बढ़ी तो वहां मौजूद दंपती बचने के लिए बाहर भागा। पड़ोसियों ने किसी तरह महिला को तो बचा लिया, लेकिन इस दौरान चौथी मंजिल से गिरकर युवक की मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त रजत कुमार (28) के रूप में हुई है। हादसे में रजत की पत्नी लक्ष्मी मामूली रूप से झुलसी। रजत के पिता ने बेटे के चौथी मंजिल से गिरने को साजिश बताया है। उनका कहना है कि जानबूझकर उनके बेटे को नीचे फेंका गया। परिवार ने पुलिस से मामले की जांच करवाने की मांग की है। लक्ष्मी नगर थाना पुलिस के अलावा क्राइम और एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। उसके आधार पर आग के सही कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
पूर्वी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रजत परिवार के साथ किशन कुंज के 3/76, में रहता था। परिवार में पिता बंसीलाल, मां सीया देवी, बड़ा भाई सोनू कुमार और पत्नी लक्ष्मी है। इनका मकान ग्राउंड फ्लोर के अलावा तीन मंजिल और बना हुआ था। रजत मकान की चौथी मंजिला पर रहता था। घर के पास ही परिवार की मिठाइयों की दुकान है। शनिवार शाम करीब 6.10 बजे रजत के फ्लोर पर आग लग गई। रजत ने पिता को कॉल कर इसकी सूचना दी। पिता बंसीलाल और भाई सोनू तुरंत घर की ओर भागे। इसी दौरान रजत के कमरे में रखा छोटी एलपीजी सिलिंडर फट गया। पड़ोसियों ने रजत की पत्नी को किसी तरह बचा लिया, लेकिन रजत बचने के चक्कर में चौथी मंजिल से नीचे गिर गया। परिवार रजत को हेडगेवार अस्पताल ले गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
आग लगने के दौरान रजत के नीचे गिरने पर परिवार ने संदेह जताया है। उनका कहना है कि जहां से रजत नीचे गिरा है, वहां से सामने वाले मकान में आसानी से जाया जा सकता है। ऐसे में रजत के खुद गिरने की आशंका बेहद कम है। परिवार ने पुलिस को दिए बयान में अपने संदेह की जांच करवाने की बात की है। जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात की जा रही है। पुलिस को घर से एक छोटा सिलिंडर फटा हुआ मिला है।
नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर स्थित एक मकान की चौथी मंजिल पर शनिवार को आग लग गई। इससे कमरे में रखा छोटा सिलिंडर फट गया। आग बढ़ी तो वहां मौजूद दंपती बचने के लिए बाहर भागा। पड़ोसियों ने किसी तरह महिला को तो बचा लिया, लेकिन इस दौरान चौथी मंजिल से गिरकर युवक की मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त रजत कुमार (28) के रूप में हुई है। हादसे में रजत की पत्नी लक्ष्मी मामूली रूप से झुलसी। रजत के पिता ने बेटे के चौथी मंजिल से गिरने को साजिश बताया है। उनका कहना है कि जानबूझकर उनके बेटे को नीचे फेंका गया। परिवार ने पुलिस से मामले की जांच करवाने की मांग की है। लक्ष्मी नगर थाना पुलिस के अलावा क्राइम और एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। उसके आधार पर आग के सही कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
पूर्वी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रजत परिवार के साथ किशन कुंज के 3/76, में रहता था। परिवार में पिता बंसीलाल, मां सीया देवी, बड़ा भाई सोनू कुमार और पत्नी लक्ष्मी है। इनका मकान ग्राउंड फ्लोर के अलावा तीन मंजिल और बना हुआ था। रजत मकान की चौथी मंजिला पर रहता था। घर के पास ही परिवार की मिठाइयों की दुकान है। शनिवार शाम करीब 6.10 बजे रजत के फ्लोर पर आग लग गई। रजत ने पिता को कॉल कर इसकी सूचना दी। पिता बंसीलाल और भाई सोनू तुरंत घर की ओर भागे। इसी दौरान रजत के कमरे में रखा छोटी एलपीजी सिलिंडर फट गया। पड़ोसियों ने रजत की पत्नी को किसी तरह बचा लिया, लेकिन रजत बचने के चक्कर में चौथी मंजिल से नीचे गिर गया। परिवार रजत को हेडगेवार अस्पताल ले गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
आग लगने के दौरान रजत के नीचे गिरने पर परिवार ने संदेह जताया है। उनका कहना है कि जहां से रजत नीचे गिरा है, वहां से सामने वाले मकान में आसानी से जाया जा सकता है। ऐसे में रजत के खुद गिरने की आशंका बेहद कम है। परिवार ने पुलिस को दिए बयान में अपने संदेह की जांच करवाने की बात की है। जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात की जा रही है। पुलिस को घर से एक छोटा सिलिंडर फटा हुआ मिला है।