नई दिल्ली13 घंटे पहले
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आर्थिक अपराध शाखा ने चीटिंग के केस में दो सगे भाइयों को अरेस्ट किया है। इनकी पहचान पीतमपुरा निवासी जितेंद्र आहूजा और रिंकल आहूजा के तौर पर हुई, जिन पर कई भोलेभाले लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है।
आरोपियों ने पहले ही गिरवी रखी संपत्ति को मामले में शिकायतकर्ता को कई करोड़ रुपये में बेच दिया था। आरोपी गिरवी संपत्ति के जरिये न सिर्फ खरीदार बल्कि बैंक को भी धोखा दे रहे थे।
एडिशनल सीपी आर के सिंह ने बताया शिकायतकर्ता धर्मपाल गुप्ता ने आरोप लगाया था कि राज कुमार आहूजा, मधुबाला आहूजा और उनके बेटे राजेश आहूजा ने बीपी-171, शालीमार बाग की संपत्ति को उन्हें कुल 2.40 करोड़ रुपये में बेचा था।
आरोपी व्यक्तियों द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी
संपत्ति के कुछ मूल दस्तावेजों के गुम होने का दावा किया गया था। इस संबंध में आरोपी व्यक्तियों द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। बाद में यह पता चला कि उक्त बेची गई संपत्ति पहले से ही यस बैंक के पास गिरवी पड़ी है। इस प्रकार परिवार ने आपराधिक साजिश के तहत संपत्ति के खरीदार के साथ-साथ यस बैंक को भी धोखा दिया था। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई और फिर उन्हें भरतपुर से दबोच लिया।