ख़बर सुनें
नई दिल्ली। सीमापुरी थाना पुलिस ने सोमवार को एक हाईप्रोफाइल झपटमार को गिरफ्तार किया है। आरोपी अकेला ही स्पोर्ट्स बाइक पर झपटमारी करता था। आरोपी की गर्लफ्रेंड एमबीबीएस डॉक्टर व नर्स हैं। खुद भी आरोपी शादीशुदा है, वह पत्नी व अपनी गर्लफ्रेंड्स पर हर माह लाखों रुपये खर्च करता है। आरोपी की पहचान शालीमार गार्डन के जवाहर पार्क निवासी आदिल मलिक (27) के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल, कारतूस, स्पोर्ट्स बाइक और दो मोबाइल बरामद किया है। आरोपी की गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली-गाजियाबाद में झपटमारी के 30 मामले सुलझाए हैं। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी आदिल चंद ही दिनों में 100 से अधिक झपटमारी कर चुका है।
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त आर सत्यसुंदरम ने बताया कि पिछले पांच-छह माह से उनको लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि शाहदरा, उत्तर-पूर्वी जिले और पूर्वी जिले में लाल रंग की स्पोर्ट्स बाइक पर अकेला युवक झपटमारी कर रहा है। तीनों जिलों को इस संबंध में अलर्ट किया गया था। इस दौरान सोमवार को सीमापुरी थाना प्रभारी विनय यादव को सूचना मिली कि आरोपी सीमापुरी के चिंतामणि चौक से होकर शालीमार गार्डन की ओर जाएगा। फौरन एक टीम बनाकर मौके पर तैनात कर दी गई। शाम को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से बरामद बाइक गाजियाबाद से चोरी की गई थी। बाद में उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दो मोबाइल भी बरामद कर लिए। आरोपी ने बताया कि उसका छोटा भाई अदनान भी झपटमार है। पांच महीने पहले अदनान को विवेक विहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
लाल रंग बेहद पसंद
आरोपी आदिल ने बताया कि उसे लाल रंग बेहद पसंद है। उसके खुद के पास लाल रंग की स्कूटी है। वहीं उसने गाजियाबाद से स्पोर्ट्स बाइक चोरी की थी। वह पूरे यमुनापार के अलावा गाजियाबाद के बॉर्डर इलाके में वारदात को अंजाम दे रहा था। दो अस्पतालों की डॉक्टर व नर्स उसकी गर्लफ्रेंड हैं। कुछ ही दिनों पूर्व आरोपी ने अपनी पत्नी को डेढ़ लाख का हार तोहफे में दिया था।
एक दिन में छह से सात मोबाइल लूटता था
आरोपी ने बताया कि महीने में एक से डेढ़ लाख रुपये कमाने के लिए उसे एक दिन में छह से सात वारदात को अंजाम देना होता था। ज्यादातर वह मोबाइल झपटमारी की वारदात को अंजाम देता था। मोबाइल लूटने के बाद उनके फोटो खींचकर अलग-अलग रिसीवरों को भेजता था। फोन के साथ वह उसकी कीमत भी बता देता था। दिल्ली व गाजियाबाद के अलग-अलग रिसीवर मोबाइल खरीदकर उनके आईएमईआई नंबर बदलकर बेच देते थे।
नई दिल्ली। सीमापुरी थाना पुलिस ने सोमवार को एक हाईप्रोफाइल झपटमार को गिरफ्तार किया है। आरोपी अकेला ही स्पोर्ट्स बाइक पर झपटमारी करता था। आरोपी की गर्लफ्रेंड एमबीबीएस डॉक्टर व नर्स हैं। खुद भी आरोपी शादीशुदा है, वह पत्नी व अपनी गर्लफ्रेंड्स पर हर माह लाखों रुपये खर्च करता है। आरोपी की पहचान शालीमार गार्डन के जवाहर पार्क निवासी आदिल मलिक (27) के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके पास से एक पिस्टल, कारतूस, स्पोर्ट्स बाइक और दो मोबाइल बरामद किया है। आरोपी की गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली-गाजियाबाद में झपटमारी के 30 मामले सुलझाए हैं। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी आदिल चंद ही दिनों में 100 से अधिक झपटमारी कर चुका है।
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त आर सत्यसुंदरम ने बताया कि पिछले पांच-छह माह से उनको लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि शाहदरा, उत्तर-पूर्वी जिले और पूर्वी जिले में लाल रंग की स्पोर्ट्स बाइक पर अकेला युवक झपटमारी कर रहा है। तीनों जिलों को इस संबंध में अलर्ट किया गया था। इस दौरान सोमवार को सीमापुरी थाना प्रभारी विनय यादव को सूचना मिली कि आरोपी सीमापुरी के चिंतामणि चौक से होकर शालीमार गार्डन की ओर जाएगा। फौरन एक टीम बनाकर मौके पर तैनात कर दी गई। शाम को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से बरामद बाइक गाजियाबाद से चोरी की गई थी। बाद में उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दो मोबाइल भी बरामद कर लिए। आरोपी ने बताया कि उसका छोटा भाई अदनान भी झपटमार है। पांच महीने पहले अदनान को विवेक विहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
लाल रंग बेहद पसंद
आरोपी आदिल ने बताया कि उसे लाल रंग बेहद पसंद है। उसके खुद के पास लाल रंग की स्कूटी है। वहीं उसने गाजियाबाद से स्पोर्ट्स बाइक चोरी की थी। वह पूरे यमुनापार के अलावा गाजियाबाद के बॉर्डर इलाके में वारदात को अंजाम दे रहा था। दो अस्पतालों की डॉक्टर व नर्स उसकी गर्लफ्रेंड हैं। कुछ ही दिनों पूर्व आरोपी ने अपनी पत्नी को डेढ़ लाख का हार तोहफे में दिया था।
एक दिन में छह से सात मोबाइल लूटता था
आरोपी ने बताया कि महीने में एक से डेढ़ लाख रुपये कमाने के लिए उसे एक दिन में छह से सात वारदात को अंजाम देना होता था। ज्यादातर वह मोबाइल झपटमारी की वारदात को अंजाम देता था। मोबाइल लूटने के बाद उनके फोटो खींचकर अलग-अलग रिसीवरों को भेजता था। फोन के साथ वह उसकी कीमत भी बता देता था। दिल्ली व गाजियाबाद के अलग-अलग रिसीवर मोबाइल खरीदकर उनके आईएमईआई नंबर बदलकर बेच देते थे।