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More Electric Charging Station Will Build In Delhi – वाहन होगा चार्ज, तभी भर सकेगा रफ्तार

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नई दिल्ली (सर्वेश कुमार)। इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ चार्जिंग स्टेशनों की मांग भी बढ़ गई है। भरोसेमंद चार्जिंग सुविधा मिलने के बाद ही ई-वाहनों की सड़कों पर संख्या भी बढ़ेगी और रफ्तार भी तेज होगी। दिल्ली सरकार इस दिशा में कदम बढ़ा रही है। सरकार की योजना है कि हर तीन किमी के दायरे में एक चार्जिंग स्टेशन तैयार किया जाए। इससे डीजल, पेट्रोल और सीएनजी की जगह अब इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि ई-वाहनों की बिक्री में इजाफा और दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें उतारने के साथ ही चार्जिंग की बुनियादी सुविधा को मजबूत किया जा रहा है। बस डिपो में सार्वजनिक वाहनों के लिए तो सोसाइटी, मॉल्स, पार्किंग, अस्पताल और निजी प्रतिष्ठानों में भी ईवी चार्जिंग पॉइंट से निजी वाहनों को चार्ज करना आसान है। अगले साल जून तक दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में 600 चार्जिंग पॉइंट लगाने के बाद संख्या बढ़कर 1000 तक पहुंचाने का लक्ष्य है। ई-वी चार्जिंग स्टेशन के साथ-साथ बैटरी स्वैपिंग की सुविधा से इलेक्ट्रिक वाहनों की रफ्तार दिल्ली में और तेज होने की उम्मीद है।
डीटीसी के बस डिपो में आधारभूत ढांचा विकसित करने के बाद डिस्कॉम से चार्जिंग के लिए बिजली मुहैैैया की जाएगी। डीटीसी के बेड़े में कई चरणों में 1000 बसें शामिल की जाएंगी। इसके लिए रोहिणी, मुंडेला कलां और बुराड़ी सहित द्वारका के सेक्टर-2 डिपो, महरौली बस टर्मिनल, नेहरू प्लेस बस टर्मिनल, ओखला सीडब्ल्यूएस-2, सुखदेव विहार बस डिपो और कालकाजी में चार्जिंग की सुविधा मुहैया की जाएगी। बैटरी स्वैपिंग (फुल चार्ज बैट्री से बदल सकेेंगे) की सुविधा शुरू होने पर वाहन मालिकों को चार्जिंग के लिए इंतजार नहीं करना होगा। कुछ डिपो में सोलर पैनल भी लगाए जा रहे हैं, ताकि चार्जिंग के लिए बिजली की आपूर्ति आसानी से की जा सके।
एक चार्जर से पांच वाहनों की हो सकेगी चार्जिंग
एक अध्ययन के मुताबिक, एक ई-चार्जर से पांच वाहनों को चार्ज किया जा सकता है। दिल्ली में 2024 तक ई-वाहनों की 25 फीसदी हिस्सेदारी का अनुमान है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) का अध्ययन बताता है कि 2024 तक 1.72 लाख वाहनों के लिए करीब 34500 चार्जर की जरूरत होगी। उधर, दिल्ली सरकार का लक्ष्य हर तीन किलोमीटर के दायरे में एक चार्जिंग स्टेशन लगाने का है। अधिकतर चार्जिंग स्टेेशन मेट्रो और सार्वजनिक जगहों पर होंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी 100 किलोमीटर की दूरी पर दोनों तरफ कम से कम एक फास्ट चार्जिंग स्टेशन बनेंगे।
नवंबर में 3392 ई-वाहनों की हुई बिक्री
दिल्ली में हर महीने तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। शुरुआत एक फीसदी से कम हुई, अब बिक्री के बढ़ते ग्राफ से दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 9.5 फीसदी से अधिक हो चुकी है। सितंबर से नवंबर के दौरान कुल 9540 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई। सितंबर में 2873, अक्तूबर में 3275, जबकि नवंबर में 3392 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है। सरकार की ओर से ई-वाहनों की खरीद पर सब्सिडी सहित प्रोत्साहित करने के लिए किए गए प्रावधान से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में और बढ़ोतरी हो रही है। वहीं पेट्रोल के बाद दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री दूसरे स्थान पर है। सितंबर से 30 नवंबर तक 9540 ई-वाहनों की बिक्री हुई। इस दौरान 82626 पेट्रोल, 7820 सीएनजी और 2688 डीजल वाहन बिके। हाइब्रिड श्रेणी में 3918 पेट्रोल और सीएनजी, जबकि 1429 पेट्रोल और दूसरे हाइब्रिड वाहनों की बिक्री हुई।
छह महीने में लगेंगे 600 ईवी चार्जिंग पॉइंट
दिल्ली सरकार और डिस्कॉम ने पिछले दो वर्षों में दिल्ली में 380 से अधिक चार्जिंग पॉइंट सहित 201 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। अब तक देेश के शहरों में सर्वाधिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का रिकॉर्ड दिल्ली के खाते में है। जून, 2022 तक दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में 600 सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट लगाए जाएंगे। अभी करीब 400 पॉइंट हैं, जिसके बाद इनकी संख्या 1000 हो जाएगी।
2500 रुपये में ईवी चार्जर के लिए सिंगल विंडो सुविधा
दिल्ली सरकार ने पूरे भारत की तुलना में सस्ते (धीमे चार्जर के लिए 2500 रुपये से कम) ईवी चार्जर लगाने के लिए देश की पहली सिंगल विंडो सुविधा की शुरुआत की है। इस साल की शुरुआत में सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से आठ सप्ताह के लिए चलाया गया स्विच दिल्ली अभियान मील का पत्थर साबित हुआ।

नई दिल्ली (सर्वेश कुमार)। इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ चार्जिंग स्टेशनों की मांग भी बढ़ गई है। भरोसेमंद चार्जिंग सुविधा मिलने के बाद ही ई-वाहनों की सड़कों पर संख्या भी बढ़ेगी और रफ्तार भी तेज होगी। दिल्ली सरकार इस दिशा में कदम बढ़ा रही है। सरकार की योजना है कि हर तीन किमी के दायरे में एक चार्जिंग स्टेशन तैयार किया जाए। इससे डीजल, पेट्रोल और सीएनजी की जगह अब इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

अधिकारियों का कहना है कि ई-वाहनों की बिक्री में इजाफा और दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें उतारने के साथ ही चार्जिंग की बुनियादी सुविधा को मजबूत किया जा रहा है। बस डिपो में सार्वजनिक वाहनों के लिए तो सोसाइटी, मॉल्स, पार्किंग, अस्पताल और निजी प्रतिष्ठानों में भी ईवी चार्जिंग पॉइंट से निजी वाहनों को चार्ज करना आसान है। अगले साल जून तक दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में 600 चार्जिंग पॉइंट लगाने के बाद संख्या बढ़कर 1000 तक पहुंचाने का लक्ष्य है। ई-वी चार्जिंग स्टेशन के साथ-साथ बैटरी स्वैपिंग की सुविधा से इलेक्ट्रिक वाहनों की रफ्तार दिल्ली में और तेज होने की उम्मीद है।

डीटीसी के बस डिपो में आधारभूत ढांचा विकसित करने के बाद डिस्कॉम से चार्जिंग के लिए बिजली मुहैैैया की जाएगी। डीटीसी के बेड़े में कई चरणों में 1000 बसें शामिल की जाएंगी। इसके लिए रोहिणी, मुंडेला कलां और बुराड़ी सहित द्वारका के सेक्टर-2 डिपो, महरौली बस टर्मिनल, नेहरू प्लेस बस टर्मिनल, ओखला सीडब्ल्यूएस-2, सुखदेव विहार बस डिपो और कालकाजी में चार्जिंग की सुविधा मुहैया की जाएगी। बैटरी स्वैपिंग (फुल चार्ज बैट्री से बदल सकेेंगे) की सुविधा शुरू होने पर वाहन मालिकों को चार्जिंग के लिए इंतजार नहीं करना होगा। कुछ डिपो में सोलर पैनल भी लगाए जा रहे हैं, ताकि चार्जिंग के लिए बिजली की आपूर्ति आसानी से की जा सके।

एक चार्जर से पांच वाहनों की हो सकेगी चार्जिंग

एक अध्ययन के मुताबिक, एक ई-चार्जर से पांच वाहनों को चार्ज किया जा सकता है। दिल्ली में 2024 तक ई-वाहनों की 25 फीसदी हिस्सेदारी का अनुमान है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) का अध्ययन बताता है कि 2024 तक 1.72 लाख वाहनों के लिए करीब 34500 चार्जर की जरूरत होगी। उधर, दिल्ली सरकार का लक्ष्य हर तीन किलोमीटर के दायरे में एक चार्जिंग स्टेशन लगाने का है। अधिकतर चार्जिंग स्टेेशन मेट्रो और सार्वजनिक जगहों पर होंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी 100 किलोमीटर की दूरी पर दोनों तरफ कम से कम एक फास्ट चार्जिंग स्टेशन बनेंगे।

नवंबर में 3392 ई-वाहनों की हुई बिक्री

दिल्ली में हर महीने तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। शुरुआत एक फीसदी से कम हुई, अब बिक्री के बढ़ते ग्राफ से दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 9.5 फीसदी से अधिक हो चुकी है। सितंबर से नवंबर के दौरान कुल 9540 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई। सितंबर में 2873, अक्तूबर में 3275, जबकि नवंबर में 3392 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई है। सरकार की ओर से ई-वाहनों की खरीद पर सब्सिडी सहित प्रोत्साहित करने के लिए किए गए प्रावधान से इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में और बढ़ोतरी हो रही है। वहीं पेट्रोल के बाद दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री दूसरे स्थान पर है। सितंबर से 30 नवंबर तक 9540 ई-वाहनों की बिक्री हुई। इस दौरान 82626 पेट्रोल, 7820 सीएनजी और 2688 डीजल वाहन बिके। हाइब्रिड श्रेणी में 3918 पेट्रोल और सीएनजी, जबकि 1429 पेट्रोल और दूसरे हाइब्रिड वाहनों की बिक्री हुई।

छह महीने में लगेंगे 600 ईवी चार्जिंग पॉइंट

दिल्ली सरकार और डिस्कॉम ने पिछले दो वर्षों में दिल्ली में 380 से अधिक चार्जिंग पॉइंट सहित 201 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। अब तक देेश के शहरों में सर्वाधिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का रिकॉर्ड दिल्ली के खाते में है। जून, 2022 तक दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में 600 सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट लगाए जाएंगे। अभी करीब 400 पॉइंट हैं, जिसके बाद इनकी संख्या 1000 हो जाएगी।

2500 रुपये में ईवी चार्जर के लिए सिंगल विंडो सुविधा

दिल्ली सरकार ने पूरे भारत की तुलना में सस्ते (धीमे चार्जर के लिए 2500 रुपये से कम) ईवी चार्जर लगाने के लिए देश की पहली सिंगल विंडो सुविधा की शुरुआत की है। इस साल की शुरुआत में सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से आठ सप्ताह के लिए चलाया गया स्विच दिल्ली अभियान मील का पत्थर साबित हुआ।

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