FNG Expressway News : दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ी राहत, फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे का सफर अब होगा आसान! , NCR के विकास का नया अध्याय, सर्वे के बाद अब निर्माण का इंतजार
फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा (रफ्तार टुडे)। दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों के लिए बहुप्रतीक्षित फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेसवे जल्द ही सफर में एक नई शुरुआत करने वाला है। यह एक्सप्रेसवे तीन प्रमुख शहरों को सीधे जोड़ने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है, जिससे रोजाना के सफर में हो रहे समय की बचत होगी और यातायात जाम की समस्याओं से निजात मिलेगी। फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे के सर्वे का काम पूरा हो चुका है और अब इस परियोजना के सिरे चढ़ने का समय आ गया है।
क्या है FNG एक्सप्रेसवे का महत्त्व?
FNG एक्सप्रेसवे के बनने से रोजाना फरीदाबाद से नोएडा और गाजियाबाद तक सफर करने वाले लगभग एक लाख लोगों को राहत मिलेगी। वर्तमान में, नोएडा पहुंचने के लिए लोगों को दिल्ली से होकर कालिंदी कुंज वाले मार्ग से जाना पड़ता है, जिससे जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। साथ ही, मेट्रो का सफर भी लंबा और समय-consuming है, जिससे लोगों का काफी समय बर्बाद होता है।
नई परियोजना में क्या है खास?
इस परियोजना के तहत लगभग 9 किलोमीटर लंबा रूट प्रस्तावित किया गया है, जो फरीदाबाद के सेक्टर-88 से शुरू होकर खेड़ी कलां और लालपुर होते हुए यमुना किनारे तक पहुंचेगा। यहां पर यमुना नदी पर एक 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा, जो इस एक्सप्रेसवे को नोएडा के मंगरोली गांव से जोड़ेगा। यह पुल छह लेन का होगा और इसके निर्माण में लगभग 150 से 200 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। पुल का बजट हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 50-50 प्रतिशत में साझा किया जाएगा।
गूगल से लिया गया फोटो
FNG एक्सप्रेसवे: NCR के विकास का नया अध्याय
FNG एक्सप्रेसवे का विचार वर्ष 1998 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के तहत आया था। बाद में 2011 के मास्टर प्लान में इसे फरीदाबाद नगर निगम के सुझाव के तहत शामिल किया गया। हालांकि, कई सालों तक इसमें विवादों के चलते काम में देरी होती रही। वर्ष 2015 में परियोजना को पुनः शुरू करने का निर्णय लिया गया, लेकिन कई प्रशासनिक रुकावटों के चलते प्रोजेक्ट लटका रहा।
सर्वे के बाद अब निर्माण का इंतजार
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने हाल ही में एक्सप्रेसवे की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को अंतिम रूप दिया है, जिसमें तीन अलग-अलग मार्ग प्रस्तावित किए गए हैं। दिवाली के बाद यह रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी जाएगी और मंजूरी मिलते ही किसी एक मार्ग पर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
आवाजाही में आसान होगा सफर
FNG एक्सप्रेसवे के निर्माण से फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद के बीच आवाजाही सुगम होगी। दिल्ली से होकर गुजरने की आवश्यकता खत्म हो जाएगी और लोगों का समय भी बचेगा। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे के जरिए यमुना नदी पर पुल बनने से फरीदाबाद और नोएडा का सीधा जुड़ाव हो जाएगा, जिससे व्यापारिक और व्यक्तिगत यात्राओं में सहूलियत मिलेगी।