New Noida News: ग्रेटर नोएडा फेस-2 विकास की जगह अवैध गतिविधियों का केंद्र?, ग्रेटर नोएडा दादरी-बिसाहड़ा मार्ग पर अवैध वेयरहाउस और गोकशी के नेटवर्क का जाल, प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
दादरी, रफ्तार टुडे। ग्रेटर नोएडा के विकास में बाधा बन रहे दादरी-बिसाहड़ा मार्ग पर अवैध वेयरहाउस और गोकशी नेटवर्क ने इलाके में हलचल मचा दी है। किसानों की जमीन पर अवैध निर्माण के जरिए वेयरहाउस खड़े किए जा रहे हैं, जो न केवल प्रशासन की योजनाओं को बाधित कर रहे हैं, बल्कि गोकशी जैसे गंभीर अपराधों के लिए मंच तैयार कर रहे हैं।
कृषि भूमि पर अवैध वेयरहाउस: माफियाओं का बढ़ता जाल
दादरी-बिसाहड़ा संपर्क मार्ग पर तेजी से बढ़ रहे वेयरहाउस बिना किसी प्राधिकरण की अनुमति के बनाए जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ये निर्माण ग्रेटर नोएडा फेस-2 की योजनाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जहां क्षेत्र में उद्योगों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने की योजनाएं थीं, वहीं अवैध गतिविधियों के कारण विकास की रफ्तार धीमी हो गई है।
यह खुलासा हुआ है कि इन अवैध निर्माणों के पीछे वेयरहाउस माफियाओं का बड़ा गिरोह सक्रिय है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से ये निर्माण संभव हो रहे हैं।
गोकशी नेटवर्क का बड़ा खुलासा, 185 टन मांस बरामद
पिछले कुछ दिनों में गोकशी के अंतरराज्यीय नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने क्षेत्र से करीब 185 टन मांस बरामद किया है, जिसे पश्चिम बंगाल से लाया गया था और दिल्ली समेत अन्य देशों में सप्लाई किया जाना था। जांच में पुष्टि हुई है कि यह मांस गाय का था। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में मांस का मतलब 8 से 10 हजार गायों की हत्या है।
इस खुलासे ने स्थानीय निवासियों में गुस्सा और भय पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि यह नेटवर्क क्षेत्र की शांति और सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ सकता है।
अधिवक्ता राकेश नागर की प्राधिकरण से सख्त कार्रवाई की मांग
दादरी बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता राकेश नागर ने प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र लिखकर अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि, “ग्रेटर नोएडा का फेस-2 क्षेत्र आर्थिक और औद्योगिक विकास का केंद्र बनने जा रहा है। लेकिन यदि इन अवैध निर्माणों और गोकशी नेटवर्क पर रोक नहीं लगाई गई, तो यह क्षेत्र विकास का नहीं, बल्कि अपराध का गढ़ बन जाएगा।”
उन्होंने मांग की है कि प्राधिकरण तुरंत इन अवैध वेयरहाउसों को ध्वस्त करे और संबंधित फर्मों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
ग्रेटर नोएडा फेस-2: विकास की जगह अवैध गतिविधियों का केंद्र?
ग्रेटर नोएडा फेस-2 को औद्योगिक विकास के नए केंद्र के रूप में देखा जा रहा है। यहां पर बड़ी कंपनियों और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। लेकिन दादरी-बिसाहड़ा मार्ग पर फैले अवैध वेयरहाउस और गोकशी नेटवर्क ने इन योजनाओं पर पानी फेर दिया है।
यदि प्रशासन ने समय रहते कदम नहीं उठाए, तो यह क्षेत्र विकास की बजाय सामाजिक तनाव और अपराध का केंद्र बन सकता है।
।m
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्राधिकरण के अधिकारी सिर्फ दिखावटी कार्रवाई कर रहे हैं। धारा 10 के तहत नोटिस जारी किए जाते हैं, लेकिन इन नोटिसों का कोई असर नहीं होता। लोगों का आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत से ही यह अवैध निर्माण संभव हो पा रहा है।
समाज और सरकार से अपेक्षाएं
दादरी और ग्रेटर नोएडा के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्थानीय प्रशासन से अपील की है कि इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाए जाएं।
यह समय है कि सरकार और प्रशासन मिलकर ग्रेटर नोएडा के विकास की योजनाओं को साकार करें और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाएं।
🛑 Raftar Today व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें।
Follow the Raftar Today channel on WhatsApp
Twitter (X): Raftar Today (@raftartoday)
Tags #RaftarToday #GreaterNoida #IllegalWarehouse #Gokashi #DadriNews #BJP #Development #GreaterNoidaFace2 #NoidaNews #Crime #PoliceAction #UttarPradesh