Greater Noida West Metro News : ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो 2025 में दौड़ेगी नई मेट्रो, 11 स्टेशन से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, योगी सरकार का सपना होगा साकार, 2990 करोड़ रुपये की लागत, 16.9 किमी लंबा रूट, CM योगी सरकार ने दी मंजूरी, अब केंद्र का इंतजार, डीएनडी और एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक होगा कम
ग्रेटर नोएडा वेस्ट, रफ्तार टुडे। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच एक मजबूत और अत्याधुनिक मेट्रो कनेक्टिविटी का सपना जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है। केंद्र से हरी झंडी मिलते ही इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। इस नए रूट से लाखों लोगों को आवागमन में राहत मिलेगी और शहर का ट्रांसपोर्ट सिस्टम और भी आधुनिक होगा।
2990 करोड़ रुपये की लागत, 16.9 किमी लंबा रूट
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) द्वारा तैयार की गई इस परियोजना के तहत 16.9 किमी लंबा रूट प्रस्तावित है। इसके निर्माण में करीब 2990 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस प्रोजेक्ट से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और आसपास के क्षेत्रों के लाखों यात्रियों को फायदा होगा।
यह रूट मौजूदा एक्वा लाइन का विस्तार होगा, जो अभी सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक चलती है।
11 नए मेट्रो स्टेशन: ग्रेटर नोएडा वेस्ट को मिलेगी नई पहचान
इस रूट पर कुल 11 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, जो ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ेंगे। इससे स्थानीय निवासियों के लिए दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद तक यात्रा करना बेहद आसान हो जाएगा।
यात्रा का समय कम होगा।
महंगे टैक्सी और ऑटो किराए से छुटकारा।
प्रदूषण और ट्रैफिक जाम में कमी।
सेक्टर 61 पर इंटरचेंज: ब्लू लाइन और एक्वा लाइन का संगम
नए रूट का सबसे बड़ा फायदा होगा सेक्टर 61 पर बनने वाला इंटरचेंज स्टेशन। यह ब्लू लाइन और एक्वा लाइन को जोड़ेगा। यात्रियों को बार-बार मेट्रो बदलने की झंझट नहीं होगी।
दिल्ली और गाजियाबाद के लिए डायरेक्ट कनेक्टिविटी मिलेगी। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को इस कनेक्टिविटी का लगभग 10 सालों से इंतजार था।
डीएनडी और एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक होगा कम
यह परियोजना नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी फ्लाईवे जैसे व्यस्त मार्गों पर यातायात का दबाव कम करेगी।
सुबह और शाम के समय जाम की समस्या में सुधार होगा।
यात्रियों को समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
इको-फ्रेंडली मेट्रो से प्रदूषण भी कम होगा।
योगी सरकार ने दी मंजूरी, अब केंद्र का इंतजार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना को पहले ही अपनी मंजूरी दे दी है। परियोजना की संशोधित रिपोर्ट केंद्र को भेज दी गई है। स्वीकृति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।
2025 तक मेट्रो का संचालन शुरू होने की उम्मीद है।
आधुनिक शहर के सपने को देगी उड़ान
यह मेट्रो रूट ग्रेटर नोएडा वेस्ट को एक स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगा। बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापार, शिक्षा, और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
निवासियों के जीवन स्तर में सुधार होगा।
यात्रा होगी सस्ती और आरामदायक
मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद लोग टैक्सी, ऑटो, और निजी वाहनों पर निर्भर नहीं रहेंगे। सस्ती यात्रा के विकल्प मिलेंगे।
दैनिक यात्रियों के समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
महिलाओं, बुजुर्गों, और छात्रों के लिए यात्रा करना अधिक सुरक्षित और सुलभ होगा।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो: बदलाव की दिशा में एक कदम
यह परियोजना सिर्फ एक मेट्रो रूट नहीं, बल्कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए बेहतर जीवन की दिशा में एक बड़ा कदम है।
यह ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को और मजबूत बनाएगी।शहरीकरण और आधुनिक सुविधाओं के बीच संतुलन स्थापित करेगी।
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