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Registration Certificate Will Be Available As Soon As You Buy A New Vehicle In Delhi – दिल्ली : रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के लिए अब नहीं करना पड़ेगा इंतजार, खरीदते ही मिलेगा

अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Wed, 15 Dec 2021 05:11 AM IST

सार

डीलर प्वाइंट से तत्काल जारी किया जाएगा स्मार्ट कार्ड का प्रिंट। मार्च में पायलट परियोजना की हुई थी शुरुआत, मुख्यमंत्री जल्द दिल्लीवासियों को करेंगे समर्पित। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने डीलर प्वाइंट पर आरसी प्रिंटिंग सुविधा का किया निरीक्षण।

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दिल्लीवासियों के लिए खुशखबरी है कि अब नए वाहन खरीदने पर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) के लिए इंतजार नहीं करना होगा। वाहन खरीदते ही डीलर की तरफ से ग्राहकों को आरसी के स्मार्ट कार्ड का प्रिंट सौंप दिया जाएगा। क्यूआर कोड आधारित इस कार्ड में वाहन मालिकों का नाम, पता सहित तमाम जानकारियां होंगी।

इसे राष्ट्रीय वाहन पंजीकरण डाटाबेस के साथ एकीकृत किया जाएगा, ताकि एक क्लिक में देश के किसी भी कोने से वाहनों का पूर्ण ब्यौरा उपलब्ध होगा। दिल्ली सरकार की ओर से परिवहन सेवाओं को फेसलेस करने की दिशा में की गई इस पहल से नए वाहन खरीदारों को बड़ी राहत मिलेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही दिल्लीवासियों को इसकी सौगात देंगे।

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को भीकाजी कामा प्लेस में पंजीकरण प्रमाण पत्र (आरसी) प्रिंटिंग सुविधा का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने नए वाहन खरीदने वाले ग्राहक प्रतीक को नई आरसी सौंपी। निरीक्षण के दौरान परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा भी मौजूद रहे। परिवहन विभाग ने नए वाहनों के पंजीकरण के लिए डीलरों को पंजीकरण के लिए आरसी की छपाई के लिए पायलट परियोजना की 17 मार्च, 2021 को शुरुआत की थी। इसे पूरी दिल्ली में लागू करने के लिए सितंबर तक सभी डीलर को आरसी प्रिंट करने का अधिकार दे दिया गया है। 

263 डीलर प्वाइंट पर आरसी प्रिंट करने की सुविधा
आरसी के लिए नए क्यूआर कोड स्मार्ट कार्ड में मालिक का नाम सामने की तरफ छपा होगा। माइक्रो चिप और क्यूआर कोड कार्ड के पीछे एम्बेडेड होगा। इस कार्ड को बाद में राष्ट्रव्यापी वाहन पंजीकरण डाटाबेस (वाहन) के साथ एकीकृत किया जाएगा। नए कार्ड पॉली विनाइल क्लोराइड (पीवीसी) या पॉली कार्बोनेट से तैयार किए गए हैं, जो अधिक टिकाऊ भी है। क्यूआर कोड में स्मार्ट कार्ड पर सुरक्षा फीचर भी होंगे। दिल्ली के 263 डीलर प्वाइंट पर आरसी की छपाई की सुविधा प्रदान की जाएगी। पायलट परियोजना के शुरू होने के बाद से अब तक परिवहन विभाग ने 1 लाख, 44 हजार 395 आरसी जारी कर दी है।

हर साल छह लाख वाहनों का होता है पंजीकरण
दिल्ली में हर साल औसतन करीब 6 लाख नए वाहनों का पंजीकरण होता है। आरसी प्रिंटिंग की नई प्रणाली की शुरुआत से खरीदारों को आरसी के लिए इंतजार नहीं करना होगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही दिल्लीवासियों को यह सुविधा समर्पित करेंगे। जोनल डीसी डीलर प्वाइंट्स को एक यूनीक होलोग्राम नंबर के साथ रिक्त आरसी जारी करते हैं, ताकि इसके साथ छेड़छाड़ न किया जा सके। वाहनों के पंजीकरण संबंधी डाटा प्रविष्टि, सत्यापन के बाद आरसी भी डीलर की ओर से जारी किया जाएगा। हर सप्ताह डीटीओ दफ्तर में नए पंजीकृत वाहनों को अपडेट किया जाएगा। खास बात यह है कि डीलर प्वाइंट पर आरसी प्रिंट करने के लिए ग्राहकों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। 

देश के किसी राज्य में नहीं है इस तरह की सुविधा 
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक सेवा को और आसान बनाया है। अब तक देश के किसी राज्य में इस तरह की सुविधा नहीं है। मूल रूप से यह परिवहन विभाग की फेसलेस सेवाओं का एक विस्तार है। दिल्लीवासियों को पहले डीलर प्वाइंट और आरटीओ दोनों जगहों पर वाहनों को पंजीकरण के लिए काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ता था। अब खरीदार को वाहन के साथ आरसी भी मिल जाएगी। अब तक आरसी हासिल करने के लिए एक महीने तक का वक्त लग जाता था।

विस्तार

दिल्लीवासियों के लिए खुशखबरी है कि अब नए वाहन खरीदने पर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) के लिए इंतजार नहीं करना होगा। वाहन खरीदते ही डीलर की तरफ से ग्राहकों को आरसी के स्मार्ट कार्ड का प्रिंट सौंप दिया जाएगा। क्यूआर कोड आधारित इस कार्ड में वाहन मालिकों का नाम, पता सहित तमाम जानकारियां होंगी।

इसे राष्ट्रीय वाहन पंजीकरण डाटाबेस के साथ एकीकृत किया जाएगा, ताकि एक क्लिक में देश के किसी भी कोने से वाहनों का पूर्ण ब्यौरा उपलब्ध होगा। दिल्ली सरकार की ओर से परिवहन सेवाओं को फेसलेस करने की दिशा में की गई इस पहल से नए वाहन खरीदारों को बड़ी राहत मिलेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही दिल्लीवासियों को इसकी सौगात देंगे।

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को भीकाजी कामा प्लेस में पंजीकरण प्रमाण पत्र (आरसी) प्रिंटिंग सुविधा का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने नए वाहन खरीदने वाले ग्राहक प्रतीक को नई आरसी सौंपी। निरीक्षण के दौरान परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा भी मौजूद रहे। परिवहन विभाग ने नए वाहनों के पंजीकरण के लिए डीलरों को पंजीकरण के लिए आरसी की छपाई के लिए पायलट परियोजना की 17 मार्च, 2021 को शुरुआत की थी। इसे पूरी दिल्ली में लागू करने के लिए सितंबर तक सभी डीलर को आरसी प्रिंट करने का अधिकार दे दिया गया है। 

263 डीलर प्वाइंट पर आरसी प्रिंट करने की सुविधा

आरसी के लिए नए क्यूआर कोड स्मार्ट कार्ड में मालिक का नाम सामने की तरफ छपा होगा। माइक्रो चिप और क्यूआर कोड कार्ड के पीछे एम्बेडेड होगा। इस कार्ड को बाद में राष्ट्रव्यापी वाहन पंजीकरण डाटाबेस (वाहन) के साथ एकीकृत किया जाएगा। नए कार्ड पॉली विनाइल क्लोराइड (पीवीसी) या पॉली कार्बोनेट से तैयार किए गए हैं, जो अधिक टिकाऊ भी है। क्यूआर कोड में स्मार्ट कार्ड पर सुरक्षा फीचर भी होंगे। दिल्ली के 263 डीलर प्वाइंट पर आरसी की छपाई की सुविधा प्रदान की जाएगी। पायलट परियोजना के शुरू होने के बाद से अब तक परिवहन विभाग ने 1 लाख, 44 हजार 395 आरसी जारी कर दी है।

हर साल छह लाख वाहनों का होता है पंजीकरण

दिल्ली में हर साल औसतन करीब 6 लाख नए वाहनों का पंजीकरण होता है। आरसी प्रिंटिंग की नई प्रणाली की शुरुआत से खरीदारों को आरसी के लिए इंतजार नहीं करना होगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही दिल्लीवासियों को यह सुविधा समर्पित करेंगे। जोनल डीसी डीलर प्वाइंट्स को एक यूनीक होलोग्राम नंबर के साथ रिक्त आरसी जारी करते हैं, ताकि इसके साथ छेड़छाड़ न किया जा सके। वाहनों के पंजीकरण संबंधी डाटा प्रविष्टि, सत्यापन के बाद आरसी भी डीलर की ओर से जारी किया जाएगा। हर सप्ताह डीटीओ दफ्तर में नए पंजीकृत वाहनों को अपडेट किया जाएगा। खास बात यह है कि डीलर प्वाइंट पर आरसी प्रिंट करने के लिए ग्राहकों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। 

देश के किसी राज्य में नहीं है इस तरह की सुविधा 

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक सेवा को और आसान बनाया है। अब तक देश के किसी राज्य में इस तरह की सुविधा नहीं है। मूल रूप से यह परिवहन विभाग की फेसलेस सेवाओं का एक विस्तार है। दिल्लीवासियों को पहले डीलर प्वाइंट और आरटीओ दोनों जगहों पर वाहनों को पंजीकरण के लिए काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ता था। अब खरीदार को वाहन के साथ आरसी भी मिल जाएगी। अब तक आरसी हासिल करने के लिए एक महीने तक का वक्त लग जाता था।

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