नई दिल्ली12 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
दिल्ली के शिक्षा मॉडल को लेकर वैश्विक पटल पर भी चर्चा होगी। अपने शिक्षा मॉडल को दुनिया के सामने रखने खुद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दुबई जा रहे हैं। तीन दिवसीय दौरे पर वह रिवायर्ड शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे, जहां वह दुनिया के नेताओं व शिक्षाविदों को दिल्ली के शिक्षा मॉडल के बारे में बताएंगे। इसमें खासतौर से एस्टोनिया, इटली, बांग्लादेश और सऊदी अरब के शिक्षा मंत्रियों के साथ शिक्षा में नवीनता विषय पर चर्चा होगी। सिसोदिया के साथ शिक्षा विभाग के कई अधिकारी भी इस समूह में शामिल होंगे।
कोरोना दौर में भी इन बच्चों ने माइंडफुलनेस का अभ्यास अपने घरों में जारी रखा
दुबई में आयोजित हो रहे इस सम्मेलन में शिक्षा के क्षेत्र में पीसा की रैंकिंग में प्रथम स्थान पाने वाले एस्टोनिया के शिक्षा मंत्री लीना केर्सन, इटली के शिक्षा मंत्री पैट्रिजिय बियांचि, संयुक्त अरब अमीरात की मिनिस्टर ऑफ स्टेट पब्लिक एजुकेशन जमीला महेरी, सऊदी अरब के शिक्षा मंत्री मोहम्मद अल-सुदैरी व बांग्लादेश के शिक्षा मंत्री डॉ. दीपू मोनी एम्.पी. जैसे प्रमुख वैश्विक नेता शिरकत करेंगे।
दुनियाभर से आए शिक्षाविदों, संस्थानों, नीति-निर्माताओं और राजनेताओं के सामने मनीष सिसोदिया केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के शिक्षा मॉडल में अपनाए गए माइंडसेट करिकुलम व हैप्पीनेस करिकुलम को लेकर बात करेंगे। सिसोदिया दिल्ली के स्कूलों की बुनियादी सुविधाओं में किए गए सुधार के अलावा देशभक्ति पाठ्यक्रम समेत अन्य पर चर्चा करेंगे।
हैप्पीनेस करिकुलम के तहत दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 10 लाख से ज्यादा बच्चे रोज सुबह माइंडफुलनेस का अभ्यास करते है उसके बारे में बात करेंगे। कोरोना के मुश्किल दौर में भी इन बच्चों ने माइंडफुलनेस का अभ्यास अपने घरों में जारी रखा। बच्चों के माता पिता ने भी यह अभ्यास किया और एक तनावमुक्त माहौल बनाने में योगदान दिया। आज कई देश और भारत के 20 से अधिक राज्य हैप्पीनेस पाठयक्रम को सीखकर अपने राज्य में अपनाने को लेकर दिल्ली सरकार के स्कूलों का दौरा कर चुके हैं।