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Terrorist Ashraf Did Reiki In Many Places Now Brain Mapping Test Will Be Done – खुलासा : आतंकी अशरफ ने की थी कई जगह की रेकी, अब किया जाएगा ब्रेन मैपिंग टेस्ट

पुरुषोत्तम वर्मा, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Wed, 10 Nov 2021 05:11 AM IST

सार

पटियाला हाउस कोर्ट ने दी अनुमति। आतंकी ने तीस हजारी कोर्ट, इंडिया गेट व राजपथ की की थी रेकी।

मोहम्मद अशरफ
– फोटो : पीटीआई/एएनआई

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लक्ष्मी नगर से पिछले महीने गिरफ्तार कथित आतंकी मोहम्मद अशरफ का ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाया जाएगा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इसकी अनुमति मिल गई है। दूसरी तरफ आतंकी अशरफ ने बताया है कि उसने हाईकोर्ट के अलावा तीस हजारी कोर्ट, दिल्ली कैंट एरिया, इंडिया गेट व पूरे राजपथ की रेकी थी।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मो. अशरफ का रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मोहम्मद अशरफ का सीबीआई की सीएफएसएल में पॉलीग्राफी टेस्ट, गुजरात में नारको टेस्ट हो चुका है। नारको टेस्ट की रिपोर्ट तीन से चार दिन में आने की संभावना है। आतंकी ने ये जरूर बताया कि वह आईएसआई का स्लीपर सेल है और भारत में काफी आतंकी वारदात व स्लीपर सेल की भूमिका रहा था। 

मगर आतंकी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है और न ही वह पूछताछ में कुछ बता रहा है। स्पेशल सेल के अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में सहयोग नहीं करने के कारण मो. अशरफ का ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाया जाएगा। पटियाला कोर्ट ने सोमवार को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है। स्पेशल सेल रोहिणी स्थित एफएसएल से टेस्ट की तारीख लेगी और उसे बाद आतंकी को तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा।

बम धमाका करने की साजिश टाल दी थी
मो. अशरफ ने पूछताछ में बताया कि उसे पाकिस्तान आईएसआई ने आदेश दिए थे कि वह दिल्ली में खास जगहों की रैकी करें। उसने हाईकोर्ट के साथ-साथ तीस हजारी कोर्ट, इंडिया गेट, पूरे राजपथ व दिल्ली कैंट इलाके की रैकी थी। इंडिया गेट, राजपथ व तीस हजारी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण ये रैकी नहीं कर पाए थे। मो. अशरफ दिल्ली कैंट इलाके में गया था, मगर उसे वहां खुले रोड नहीं मिले। इस कारण वहां बम धमाका करने की साजिश टाल दी थी।

बैंक खाते में आते थे हर महीने 15 हजार से ज्यादा
आतंकी मोहम्मद अशरफ का तुर्कमान गेट स्थित सेंट्रल बैंक में खाता है। दिल्ली पुलिस को पांच में पता लगा है कि अशरफ के बैंक खाते में हर महीने 15 से 16 हजार रुपये जमा करवाए जाते थे। उसके बैंक खाते में पैसे फैजान, कुंजल आदि नामों से जमा करवाए जाते थे। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि फैजान व कुंजल किसी व्यक्ति के नाम है या और किसी संस्था के नाम हैं और ये लोग मो. अशरफ के बैंक खाते में पैसे क्यों जमा कराते थे।

विस्तार

लक्ष्मी नगर से पिछले महीने गिरफ्तार कथित आतंकी मोहम्मद अशरफ का ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाया जाएगा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इसकी अनुमति मिल गई है। दूसरी तरफ आतंकी अशरफ ने बताया है कि उसने हाईकोर्ट के अलावा तीस हजारी कोर्ट, दिल्ली कैंट एरिया, इंडिया गेट व पूरे राजपथ की रेकी थी।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मो. अशरफ का रिमांड खत्म होने के बाद सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मोहम्मद अशरफ का सीबीआई की सीएफएसएल में पॉलीग्राफी टेस्ट, गुजरात में नारको टेस्ट हो चुका है। नारको टेस्ट की रिपोर्ट तीन से चार दिन में आने की संभावना है। आतंकी ने ये जरूर बताया कि वह आईएसआई का स्लीपर सेल है और भारत में काफी आतंकी वारदात व स्लीपर सेल की भूमिका रहा था। 

मगर आतंकी पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है और न ही वह पूछताछ में कुछ बता रहा है। स्पेशल सेल के अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में सहयोग नहीं करने के कारण मो. अशरफ का ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाया जाएगा। पटियाला कोर्ट ने सोमवार को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है। स्पेशल सेल रोहिणी स्थित एफएसएल से टेस्ट की तारीख लेगी और उसे बाद आतंकी को तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा।

बम धमाका करने की साजिश टाल दी थी

मो. अशरफ ने पूछताछ में बताया कि उसे पाकिस्तान आईएसआई ने आदेश दिए थे कि वह दिल्ली में खास जगहों की रैकी करें। उसने हाईकोर्ट के साथ-साथ तीस हजारी कोर्ट, इंडिया गेट, पूरे राजपथ व दिल्ली कैंट इलाके की रैकी थी। इंडिया गेट, राजपथ व तीस हजारी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण ये रैकी नहीं कर पाए थे। मो. अशरफ दिल्ली कैंट इलाके में गया था, मगर उसे वहां खुले रोड नहीं मिले। इस कारण वहां बम धमाका करने की साजिश टाल दी थी।

बैंक खाते में आते थे हर महीने 15 हजार से ज्यादा

आतंकी मोहम्मद अशरफ का तुर्कमान गेट स्थित सेंट्रल बैंक में खाता है। दिल्ली पुलिस को पांच में पता लगा है कि अशरफ के बैंक खाते में हर महीने 15 से 16 हजार रुपये जमा करवाए जाते थे। उसके बैंक खाते में पैसे फैजान, कुंजल आदि नामों से जमा करवाए जाते थे। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि फैजान व कुंजल किसी व्यक्ति के नाम है या और किसी संस्था के नाम हैं और ये लोग मो. अशरफ के बैंक खाते में पैसे क्यों जमा कराते थे।

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