Greater Noida Authority News : अब नहीं होगी जाम में झुंझलाहट!, ग्रेटर नोएडा में 60 मीटर रोड को 130 मीटर रोड से जोड़ने के लिए 80 मीटर चौड़ी नई सड़क का निर्माण शुरू!, 2200 मीटर लंबी रोड के निर्माण पर 10 करोड़ की लागत, मानसून से पहले काम पूरा करने का लक्ष्य, वाहन चालकों को मिलेगी बड़ी राहत

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे।।
ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों लोगों के लिए राहत भरी खबर है। 60 मीटर रोड को नॉलेज पार्क-5 के पास की 130 मीटर रोड से जोड़ने के लिए अब एक 80 मीटर चौड़ी नई सड़क का निर्माण तेज़ी से शुरू हो गया है।
काफी समय से लंबित इस योजना में भूमि विवाद के चलते अड़चन बनी हुई थी, लेकिन प्राधिकरण के सीईओ एन. जी. रवि कुमार की सक्रिय पहल और किसानों से सफल वार्ता के बाद आखिरकार इस बहुप्रतीक्षित सड़क निर्माण को हरी झंडी मिल गई है।
🛣️ कनेक्टिविटी का मिलेगा सुपर हाईवे, सेक्टर-3 से नॉलेज पार्क-5 तक होगा आसान सफर
ग्रेटर नोएडा व ग्रेनो वेस्ट को जोड़ने वाली मौजूदा 60 मीटर रोड पर हर दिन हजारों वाहन दौड़ते हैं।
ट्रैफिक दबाव इतना अधिक हो चला था कि पीक ऑवर्स में सफर करना आम नागरिकों के लिए जंग लड़ने जैसा हो गया था।
लेकिन अब 80 मीटर चौड़ी और 2200 मीटर लंबी नई रोड के निर्माण से यह 60 मीटर रोड सीधे 130 मीटर रोड से जुड़ जाएगी।
यह लिंक रोड सेक्टर-3 के पास से शुरू होकर नॉलेज पार्क-5 के पास तक बनाई जा रही है, जिससे रोजाना सफर करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है।
🧱 भूमि विवाद बना था बड़ा रोड़ा, लेकिन रवि कुमार की ‘डायरेक्ट डायलॉग नीति’ ने दिखाया कमाल
यह योजना कोई नई नहीं है, बल्कि कई वर्षों से अटकी पड़ी थी। मुख्य अड़चन बनी हुई थी जमीन अधिग्रहण और किसानों की सहमति।
लेकिन जब प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन. जी. रवि कुमार ने खुद मोर्चा संभाला और किसानों से सीधी बातचीत की, तो वर्षों पुराना विवाद एक बैठक में ही समाप्त हो गया।
उन्होंने किसानों को विकास के लाभ, पारदर्शिता और मुआवजे की स्पष्ट बातें समझाकर परियोजना का मार्ग प्रशस्त कर दिया।
💰 10 करोड़ की लागत से बनेगी स्मार्ट सड़क, बारिश से पहले पूरा करने की कवायद
इस रोड के निर्माण में लगभग 10 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है।
प्राधिकरण की योजना है कि इसे मानसून से पहले ही पूरा कर दिया जाए, ताकि बरसात के मौसम में निर्माण बाधित न हो और जनता को जल्द राहत मिले।
इसके लिए प्रोजेक्ट डिवीजन वर्क सर्कल-3 की टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो तेजी से काम में जुट गई है।
🏗️ सिर्फ एक रोड नहीं, ग्रेटर नोएडा को मिलेगा ट्रैफिक फ्री मॉडल
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बीते कुछ वर्षों में जनसंख्या और वाहनों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है।
इसके चलते यूटर्न, अंडरपास और रोड चौड़ीकरण जैसी परियोजनाएं समय की मांग बन गई थीं।
सीईओ रवि कुमार ने इन सभी पहलुओं को एक विज़न की तरह लिया है। उनकी योजना है कि ग्रेटर नोएडा को ट्रैफिक जाम मुक्त मॉडल शहर बनाया जाए।
🗣️ एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया – ट्रैफिक दबाव से निजात के लिए यह रोड है गेम चेंजर
प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि यह 80 मीटर चौड़ी सड़क न केवल ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट को जोड़ेगी, बल्कि इससे 60 मीटर रोड पर ट्रैफिक का दबाव भी काफी कम होगा।
उन्होंने कहा,
“हमारा लक्ष्य केवल सड़क बनाना नहीं, बल्कि यात्रियों का समय, ईंधन और मानसिक शांति बचाना है।“
🚗 क्या मिलेगा इस रोड से – 5 बड़े फायदे
- 60 मीटर रोड का ट्रैफिक कम होगा
- नॉलेज पार्क, सेक्टर-3, सेक्टर-10 और आसपास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी
- ईंधन की बचत होगी क्योंकि कम दूरी में ट्रैफिक फ्री मूवमेंट संभव होगा
- वाणिज्यिक और रेजिडेंशियल विकास को बल मिलेगा
- विकासशील क्षेत्रों में निवेश बढ़ेगा और प्रॉपर्टी की वैल्यू भी बढ़ेगी
📍 मैपिंग ग्रेटर नोएडा की ग्रोथ – सड़कें बदलेंगी शहर की दिशा
जैसे-जैसे ग्रेटर नोएडा व ग्रेनो वेस्ट का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे मजबूत सड़क नेटवर्क की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
अब तक शहर में इंफ्रास्ट्रक्चर का दबाव जनसंख्या वृद्धि के मुकाबले धीमा था, लेकिन अब इस तरह की योजनाएं शहर को एक मॉडल शहरी क्षेत्र की ओर ले जा रही हैं।
🧾 परियोजना की प्रमुख बातें (संक्षेप में)
परियोजना का नाम | 60 मीटर रोड को 130 मीटर रोड से जोड़ने वाली नई लिंक रोड |
---|---|
चौड़ाई | 80 मीटर |
लंबाई | लगभग 2200 मीटर |
अनुमानित लागत | ₹10 करोड़ |
कार्यान्वयन एजेंसी | ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण – परियोजना विभाग, वर्क सर्कल-3 |
लक्ष्य तिथि | मानसून से पहले (जुलाई 2025) |
🙌 जनता की प्रतिक्रिया – ‘अब नहीं होगी देरी, ट्रैफिक से मिलेगी मुक्ति’
स्थानीय निवासियों, वाहन चालकों और कारोबारियों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
शिवांगी श्रीवास्तव, जो सेक्टर-3 में रहती हैं, कहती हैं –
“हमें हर दिन 130 मीटर रोड तक पहुंचने में जाम में आधा घंटा लग जाता था, अब उम्मीद है की सफर सुगम होगा।“
मनोज कुमार, एक कैब चालक कहते हैं –
“ये रोड बनने के बाद हमारा ईंधन और समय दोनों बचेगा, और यात्रियों को भी राहत मिलेगी।“
🔚 निष्कर्ष – ग्रेटर नोएडा की सड़कों से बदलेगा शहर का भविष्य
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा 80 मीटर चौड़ी और 2200 मीटर लंबी इस रोड का निर्माण शहर को एक नई दिशा देने वाला कदम है।
यह न सिर्फ भौगोलिक दूरी को कम करेगा, बल्कि लोगों की जीवनशैली में भी सकारात्मक बदलाव लाएगा।
जैसे-जैसे शहर आगे बढ़ेगा, ऐसे प्रोजेक्ट ही ग्रेटर नोएडा को उत्तर भारत के सबसे योजनाबद्ध और स्मार्ट शहरों में शुमार करेंगे।
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