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Tribute: Delhi Cm Kejriwal Said – Will Organize A Musical Drama On The Life Of Baba Saheb Ambedkar – श्रद्धांजलि: दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहा- बाबा साहब आंबेडकर के जीवन पर संगीतमयी नाटक का कराएंगे आयोजन

अमर उजाला, न्यूज डेस्क, नई दिल्ली
Published by: अनुराग सक्सेना
Updated Mon, 06 Dec 2021 12:21 PM IST

सार

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब का जीवन बहुत प्रेरणादायी है। इसे बच्चों-बच्चों तक पहुंचाने के लिए इसका आयोजन किया जाएगा। बाबा साहेब देश के सबसे बड़े सपूत थे। उन्होंने देश का संविधान बनाया। उन्होंने दुनिया का सबसे बेहतरनीन संविधान देश को दिया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
– फोटो : फाइल फोटो

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बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंडेबकर की 65वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली सरकार ने बड़ी घोषणा की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि बाबा साहब के जीवन पर एक संगीतमयी नाटक की प्रदर्शनी का आयोजन करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बाबा साहब का जीवन बहुत प्रेरणादायी है। इसे बच्चों-बच्चों तक पहुंचाने के लिए इसका आयोजन किया जाएगा। बाबा साहेब देश के सबसे बड़े सपूत थे। उन्होंने देश का संविधान बनाया। उन्होंने दुनिया का सबसे बेहतरनीन संविधान देश को दिया।

दिल्ली के सीएम ने कहा कि बाबा साहेब अपने पूरे जीवन दलितों और शोषितों के लिए संघर्ष करते रहे। वे भारत के सबसे शिक्षित व्यक्ति थे। बाबा साहेब ने 64 विषयों में मास्टर्स और दो डॉक्टरेट की डिग्री ली थीं। वे बहुत गरीब परिवार से आते थे। उनके घर में खाने तक को नहीं होता था। इसके बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पढ़ाई करते रहे।

विस्तार

बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंडेबकर की 65वीं पुण्यतिथि पर दिल्ली सरकार ने बड़ी घोषणा की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि बाबा साहब के जीवन पर एक संगीतमयी नाटक की प्रदर्शनी का आयोजन करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बाबा साहब का जीवन बहुत प्रेरणादायी है। इसे बच्चों-बच्चों तक पहुंचाने के लिए इसका आयोजन किया जाएगा। बाबा साहेब देश के सबसे बड़े सपूत थे। उन्होंने देश का संविधान बनाया। उन्होंने दुनिया का सबसे बेहतरनीन संविधान देश को दिया।

दिल्ली के सीएम ने कहा कि बाबा साहेब अपने पूरे जीवन दलितों और शोषितों के लिए संघर्ष करते रहे। वे भारत के सबसे शिक्षित व्यक्ति थे। बाबा साहेब ने 64 विषयों में मास्टर्स और दो डॉक्टरेट की डिग्री ली थीं। वे बहुत गरीब परिवार से आते थे। उनके घर में खाने तक को नहीं होता था। इसके बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पढ़ाई करते रहे।

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