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Used to cheat on the pretext of getting a job in DDA, cheated more than 50 till now, used to target the victim after seeing the advertisement | डीडीए में नौकरी दिलाने के बहाने करता था ठगी, अब तक 50 से ज्यादा को ठगा, विज्ञापन को देख पीड़ित को करता था टारगेट

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नई दिल्ली6 घंटे पहले

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डीडीए में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले एक जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पचास से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुका था। रकम ऐंठने के बाद हर बार आरोपी मोबाइल के सिमकार्ड को तोड़ देता था। जालसाज की पहचान बसई दारा सिंह निवासी अनिल सिंह (31) के तौर पर हुई। इसकी गंदी आदतों की वजह से परिवार ने इसे बेदखल कर रखा था। डीसीपी नार्थ वेस्ट डिस्ट्रिक उषा रंगनानी ने बताया साइबर पुलिस स्टेशन को चीटिंग की बाबत शिकायत मिली थी।

पीड़ित सतपाल सिंह ने बताया उन्होंने बेटी की शादी के मद्देनजर समाचार पत्र में विज्ञापन दिया था। यह विज्ञापन देख किसी ने उन्हें कॉल किया। फोन करने वाले ने खुद को डीडीए में असिस्टेंट डायरेक्टर बताया। बातचीत के दौरान वह बेहद फ्रैंडली हो गया। इसने बताया डीडीए में इंटरनल वैकंसी निकली है। वह उनके बेटे को डीडीए में नियुक्त करवा देगा। उसने बेटे से सम्बंधित दस्तावेज मांगे और तीस हजार रुपए की मांग की।

झांसा सैलरी अकाउंट के लिए एसबीआई का बैंक अकाउंट खोलने का दिया गया। पीड़ित ने तीस हजार रुपए फोन पे के जरिए उसे दे दिए, जिसके बाद आरोपी का मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया। इस शिकायत पर मुखर्जी नगर थाने में चीटिंग का केस दर्ज किया गया था।

जांच के दौरान पुलिस ने उस मोबाइल नंबर को तफ्तीश के दायरे में लिया, जिससे पीड़ित के पास फोन आया था। पुलिस ने आरोपी की पहचान मंगोलपुरी निवासी अनिल सिंह के तौर पर की। इसके घर पहुंची पुलिस को पता चला परिवार ने उसकी गलत आदतों की वजह से साल 2013 में ही बेदखल कर दिया था। इसके बाद से वह घर नहीं आया।

मोबाइल और 4 सिमकार्ड उसके कब्जे से बरामद
पड़ोसियाें से पूछताछ करने पर पता चला आरोपी हाल ही में हुई बहन की शादी में भी शामिल नहीं हुआ था। तफ्तीश के दौरान पुलिस को इस तरह ठगी को लेकर कई शिकायतें मिलीं। इनमें राजेन्द्र कुमार ने पुलिस को बताया उसके बेटे को भी डीडीए में लगवाने के बहाने तीस हजार रुपए ऐंठ लिए थे।
पुलिस ने टैक्नीकल सर्विलांस की मदद से उसकी लोकेशन को मोती नगर में ट्रेस कर एक चाय की दुकान के पास से पकड़ लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया वह पीड़ित लोगों के नंबर समाचार पत्र में विज्ञापनों के जरिए हासिल करता था। साल 2013 में उसने डीडीए में नौकरी के नाम पर 46 लोगों से रकम हड़पी थी। वह मूलरुप से हलद्वानी उतराखंड का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल और चार सिमकार्ड उसके कब्जे से बरामद किए हैं।

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