ख़बर सुनें
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के विरोध में भाजपा व कांग्रेेस के बाद अब ग्रामीण भी मैदान में उतरने लगे है। गांवों में शराब की दुकान खोलने के खिलाफ शुक्रवार को मंगोलपुर कलां गांव में पंचायत हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने दो टूक कहा कि किसी भी गांव में शराब की दुकान नहीं खोलने दी जाएगी। दुकानों के सामने ग्रामीण धरना देंगे।
पंचायत में ग्रामीणों ने कहा कि उनके विरोध के बावजूद मंगोलपुर कला गांव में शराब की दुकान खोल दी गई। शराब की दुकान का विरोध करने के दौरान पुलिस व कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। पंचायत में इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई और शराब की दुकान जल्द बंद करने, दोषी पुलिसकर्मियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
इस मौके पर पालम 360 खाप के प्रधान चौ. सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि गांव के रिहायशी इलाकों में शराब की दुकान किसी भी स्थिति में नहीं खुलने दी जाएगी। पंचायत की मांग पर जल्द कार्रवाई नहीं किए जाने की स्थिति में महापंचायत आयोजित की जाएगी और उसमें आंदोलन आरंभ करने की रणनीति तय होगी।
वहीं विजेंद्र पहलवान ने कहा कि मंगोलपुर खुर्द गांव में पंचायत के विरोध के बाद शराब की दुकान बंद कर दी गई है। पंचायत का संचालन राजपाल शौकीन ने किया। चौ. हरनाथ, लीलावती एडवोकेट, पूर्व निगम पार्षद सुरेंद्र, चौ. हजारीलाल, चौ. सतवीर सिंह, चौ. रामपत, चौ. प्रकाश सिंह, आरडब्ल्यूए अध्यक्ष संदीप आदि ने भी शराब की दुकान खोलने का विरोध किया।
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के विरोध में भाजपा व कांग्रेेस के बाद अब ग्रामीण भी मैदान में उतरने लगे है। गांवों में शराब की दुकान खोलने के खिलाफ शुक्रवार को मंगोलपुर कलां गांव में पंचायत हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने दो टूक कहा कि किसी भी गांव में शराब की दुकान नहीं खोलने दी जाएगी। दुकानों के सामने ग्रामीण धरना देंगे।
पंचायत में ग्रामीणों ने कहा कि उनके विरोध के बावजूद मंगोलपुर कला गांव में शराब की दुकान खोल दी गई। शराब की दुकान का विरोध करने के दौरान पुलिस व कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। पंचायत में इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई और शराब की दुकान जल्द बंद करने, दोषी पुलिसकर्मियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
इस मौके पर पालम 360 खाप के प्रधान चौ. सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि गांव के रिहायशी इलाकों में शराब की दुकान किसी भी स्थिति में नहीं खुलने दी जाएगी। पंचायत की मांग पर जल्द कार्रवाई नहीं किए जाने की स्थिति में महापंचायत आयोजित की जाएगी और उसमें आंदोलन आरंभ करने की रणनीति तय होगी।
वहीं विजेंद्र पहलवान ने कहा कि मंगोलपुर खुर्द गांव में पंचायत के विरोध के बाद शराब की दुकान बंद कर दी गई है। पंचायत का संचालन राजपाल शौकीन ने किया। चौ. हरनाथ, लीलावती एडवोकेट, पूर्व निगम पार्षद सुरेंद्र, चौ. हजारीलाल, चौ. सतवीर सिंह, चौ. रामपत, चौ. प्रकाश सिंह, आरडब्ल्यूए अध्यक्ष संदीप आदि ने भी शराब की दुकान खोलने का विरोध किया।