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22 मई को इस शहर में ऊपर से नहीं उड़ेंगे विमान, बंद रहेगा एक्सप्रेसवे!, आर्मी और पुलिस रहेगी चाक चौबंद और परिंदा भी पर ना मार पाए ऐसी होगी व्यवस्था?

नोएडा, रफ्तार टुडे । 22 मई को नोएडा शहर में ऊपर से नहीं उड़ेंगे विमान व बंद रहेगा एक्सप्रेसवे! आर्मी और पुलिस रहेगी चाक चौबंद और बंदा भी पर ना मार पाए ऐसी होगी व्यवस्था? यह हम नही कह रहे सुप्रीम कोर्ट के आदेश परअथॉरिटी कह रही है।

सुपरटेक (Supertech) की एमराल्ड योजना के दोनों टावर सियान और एपेक्स को सुप्रीम कोर्ट ने अवैध घोषित कर दिया है। एफिडिस कंपनी के साइट पर काम कर रहे इंजीनियरों के मुताबिक पहला धमाका कर सियान टावर को चार सेकेंड में गिरा दिया जाएगा। फिर तीन सेकेंड का खाली वक्त देते हुए अगले आठवें सेकेंड में एपेक्स टावर को गिराया जाएगा। एक्सपर्ट टीम दोनों टावर से 200 मीटर दूर खड़े होकर रिमोट बटन से टावर को गिराएगी।

22 मई की दोपहर नोएडा के एक खास इलाके के 5 किमी के दायरे में विमान उड़ान नहीं भरेंगे। इतना ही नहीं दो एक्सप्रेसवे भी आधा से एक घंटे के लिए बंद किए जा सकते हैं। सर्विस रोड भी कई घंटे के लिए बंद हो जाएंगे। सुपरटेक एमराल्ड योजना के तहत बने ट्विन टावर सियान और एपेक्स को गिराए जाने के वक्त यह कदम उठाया जा सकता है। गौरतलब रहे कंट्रोल ब्लास्ट कर ट्विन टावर गिराए जाएंगे। धूल का गुबार उठने के चलते टावर गिराने वाली कंपनी और नोएडा अथॉरिटी इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से बातचीत कर रही है। 2 दिन पहले 10 अप्रैल को इसी टावर में ट्रायल ब्लास्ट भी किया गया था।

सुपरटेक के ट्विन टावर सियान और एपेक्स को गिराने के दौरान उठने वाली धूल को रोकने के लिए हेलीकॉप्टर से पानी भी गिराया जा सकता है। करीब 60 मीटर की ऊंचाई तक उठने वाली धूल के गुबार को रोकने के लिए एफिडिस कंपनी यह कदम उठा सकती है। गौरतलब रहे पहले भी कंपनी ने इस बारे में चर्चा की थी। लेकिन यह बात कितनी आगे बढ़ी और इस पर क्या फैसला लिया गया यह अब मई में ही पता चलेगा

सुपरटेक के ट्विन टावर सियान और एपेक्स को विस्फोटक से गिराने का काम अमेरिका और साउथ अफ्रीका की कंपनी एडिफिस कर रही है। कंपनी के भारतीय अफसरों की मानें तो ट्विन टावर के गिरने का असर किसी भी तरह से आसपास के टावर पर नहीं होगा। इसके लिए कंपनी कुछ काम पहले से कर रही है। ट्विन टावर के आसपास मौजूद कुछ टावर्स का 100 करोड़ रुपये का बीमा कराया गया है। ट्विन टावर और अन्य टावर्स के बीच कंटेनर की दीवार बनाई जाएगी, जिससे मलबा उन पर न गिरे।

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