क्या हाथी की सवारी करेगा ठाकुर समाज, क्या भाजपा के नेता डॉ महेश शर्मा का विरोधी गुट होगा अपनी चाल में सफल, या गौतमबुद्ध नगर के ठाकुर जायेगे मोदी और योगी के साथ !
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के कारण प्रदेश का पूरा ठाकुर समाज बीजेपी का कट्टर समर्थक माना जाता है, ठाकुर समाज को बसपा का पुराना नारा। ‘‘तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूते चार’’ हमेशा याद रहता है
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। लोकसभा चुनाव गौतम बुध नगर सीट पर भाजपा, सपा, बसपा ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए है। क्या हाथी की सवारी करेगा ठाकुर समाज? यह चर्चा पूरे गौतम नगर की चुनावी गलियों में है और ये चर्चा हर व्यक्ति के मुंह पर हैं । क्या भाजपा के नेता डॉ महेश शर्मा के विरोधी गुट अपनी चाल में होंगे सफल होंगे , ये देखना दिलचस्प होगा की गौतमबुद्ध नगर के ठाकुर मोदी और योगी के साथ जायेगे।
लोकसभा की हर सीट पर रोज नए समीकरण बन रहे हैं। इसी प्रकार की स्थिति नोएडा सीट की भी है। नोएडा की सीट पर भी चुनाव का मोर्चा पूरी तरह से सज गया है। लोकसभा की गौतमबुद्धनगर सीट जिसे नोएडा सीट के नाम से पहचाना जाता है। इस सीट पर पूरा चुनावी गणित एक सवाल के इर्द-गिर घूम रहा है। सवाल यह है कि क्या नोएडा (गौतमबुद्घनगर) सीट पर ठाकुर समाज हाथी की सवारी करेगा? नोएडा सीट का चुनावी नतीजा इस एक सवाल पर ही निर्भर करेगा।
लोकसभा सीट पर तीन प्रमुख दावेदारों को चुनाव लडऩा है। तीनों दावेदार चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी ने अपने वर्तमान सांसद डॉ महेश शर्मा को चुनाव के मैदान में उतारा है। डॉ महेश शर्मा इस चुनाव में जीत की हैट्रिक बनाने के मकसद से मैदान में उतरे हैं। कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी के समझौते के तहत समाजवादी पार्टी ने बिल्कुल नए चेहरे के तौर पर राहुल अवाना को मैदान में उतारा है। एक समय में गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट की सबसे मजबूत पार्टी रही बहुजन समाज पार्टी ने नोएडा सीट से राजेंद्र सिंह सोलंकी को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस प्रकार नोएडा सीट पर तीन प्रमुख योद्धा अब चुनावी मैदान में है। इन तीनों योद्धाओं के खुद के अपने-अपने दावे तथा समीकरण हैं। चुनावी विश्लेषक अपने-अपने हिसाब से समीक्षा कर रहे हैं।
नोएडा सीट पर आज की तारीख में चुनावी समीकरण की बात करें तो पूरा चुनावी गणित ठाकुर समाज पर केंद्रित नजर आ रहा है। सभी चुनावी विश्लेषक मान रहे हैं कि नोएडा सीट पर हार-जीत तथा हार-जीत के अंतर को ठाकुर समाज के मतदाता तय करेंगे। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ठाकुर समाज के मतदाता हाथी की सवारी करेंगे? यानी सवाल यह है कि क्या गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट के ठाकुर मतदाता बसपा के प्रत्याशी राजेंद्र सिंह सोलंकी के पक्ष में वोट डालेंगे। यह सवाल इस कारण उठा है कि बसपा ने नोएडा सीट पर ठाकुर प्रत्याशी इसी मकसद से उतरा है कि ठाकुर तथा बसपा के परंपरागत दलित समाज के वोटर भी लेकर चुनाव को बसपा की तरफ मोड़ सकते हैं। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ठाकुर समाज को अपना परंपरागत वोटर मानती रही है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के कारण प्रदेश का पूरा ठाकुर समाज बीजेपी का कट्टर समर्थक माना जाता है। भाजपा के नेताओं तथा समर्थकों का दावा है कि ठाकुर समाज किसी भी दल को वोट दे सकता है किंतु ठाकुर बसपा के हाथी पर कभी भी सवार नहीं हो सकते। ठाकुर समाज को बसपा का पुराना नारा। ‘‘तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूते चार’’ हमेशा याद रहता है। तमाम चुनावी विश्लेषक इसी काम में लगे हुए हैं कि क्या नोएडा सीट पर ठाकुर मतदाता हाथी की सवारी करेंगे? ग्रेटर नोएडा, जेवर, सिकंदराबाद तथा खुर्जा तक ठाकुर समाज को लेकर यह सवाल खूब गूंज रहा है।
अभी तो नोएडा सीट पर चुनाव बस शुरू ही हुआ है। आने वाले दिनों में यहां ढेर सारे नए-नए समीकरण बनेंगे तथा बिगड़ेंगे। ऐसे में अभी से नोएडा सीट पर कोई भविष्यवाणी करना उचित नहीं है। विश्लेषक यह बात मानकर चल रहे हैं कि इस सीट पर ठाकुर समाज का एक तरफ रुझान बहुत कुछ तय करने वाला है। नोएडा सीट पर गुर्जर समाज भी बड़ी शिद्दत के साथ यह दिखेगा कि ठाकुर किस तरफ जा रहे हैं। उसी के बाद गुर्जर समाज का रुक तय होगा। गुर्जर समाज मानकर चल रहा है कि उनके समाज से जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा गया है वह प्रत्याशी पूरी तरह से भाजपा का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं है। हर रोज नोएडा सीट पर नए विश्लेषण सामने आने वाले हैं।