भाजपा पर देश में बेरोजगारी, मंहगाई और विकास से जुड़ी जीडीपी दर घटने को लेकर जनता के ध्यान को हटाने के लिए धु्रवीकरण का माहौल खड़ा करने का आरोप – प्रमोद तिवारी
दिल्ली, रफ्तार टुडे। केन्द्रीय कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य एवं उ.प्र. आउटरीच एण्ड को आर्डिनेशन कमेटी के प्रभारी श्री प्रमोद तिवारी ने भा.ज.पा. पर देश में बेरोजगारी, मंहगाई और विकास से जुड़ी जीडीपी दर घटने को लेकर जनता के ध्यान को हटाने के लिए धु्रवीकरण का माहौल खड़ा करने का आरोप लगाया है।
श्री तिवारी ने भाजपा की केन्द्रीय सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि डाॅलर के मुकाबले रूपये की गिरावट की चिन्ता करने के बजाय मोदी सरकार गैर भाजपाई बहुमत की सरकारों को अस्थिर करने के अराजनैतिक व अलोकतांत्रिक एजेण्डे पर ही जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि पहले भाजपा ने अपनी प्रवक्ता सुश्री नूपुर शर्मा के अनपेक्षित बयान के हवाले से धार्मिक उन्माद खड़ा करने का माहौल तैयार कराया और अब जब देश दुनिया में भा.ज.पा. द्वारा देश की छवि बिगाडने के इस प्रयास के विरोध का सुर तेज हुआ तो मजबूरन बीजेपी अपनी प्रवक्ता श्रीमती नूपुर शर्मा को निलंबित करने का सियासी ड्रामा पेश कर रही है।
श्री तिवारी ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता के अवांछित बयान से दुनिया में देश की संस्कृति की छवि को बट्टा लगा है। चिंताजनक तो यह है कि जब कई देशों द्वारा भारतीय राजदूतों को बुलाकर इस बयानबाजी पर कड़ी आपत्ति जतायी गयी। और उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भाजपा की इस गलत बयानबाजी पर पहली बार देश को दुनिया के इन देशों के सामने माफी मांगने की शर्मिन्दगी उठानी पड़ रही है।
श्री तिवारी ने यह भी कहा कि भाजपा इस समय लोकतंत्र को दरकिनार कर राज्यों मे कांग्रेस समेत गैर भाजपाई सरकारों को लगातार अस्थिर करने का राज्यसभा चुनाव की आड़ मे हथकण्डा भी अख्तियार किये है।
राजस्थान में राज्यसभा के स्वयं कांग्रेस से उम्मीदवार श्री प्रमोद तिवारी ने कहा कि भा.ज.पा. को यह पता है कि राजस्थान में श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार एक सौ छब्बीस विधायकों के समर्थन से पूर्ण बहुमत के साथ मजबूती से स्थिर है। और जब भा.ज.पा. के पास राजस्थान में एक ही प्रत्याशी को जिताने का स्पष्ट संख्याबल था तो उसने किस मंसूबे के साथ हरियाणा के चुनाव में विवादित जीत हासिल करने वाले श्री सुभाष चंद्रा को अनैतिक समर्थन दिया है।
श्री तिवारी ने कहा कि मात्र धन बल के सहारे हरियाणा में जीत हासिल करने वाले बीजेपी समर्थित राज्य सभा के मौजूदा प्रत्याशी श्री सुभाष चंद्रा पर भ्रष्टाचार व बेइमानी के आरोप उनके खिलाफ पिछले चुनाव में उनसे पराजित हुए प्रत्याशी की रिट याचिका में जिस तरह से खुलकर लगाये गये हैं उससे स्थिति स्वयं देश के सामने स्पष्ट हो जाती है। वहीं राजस्थान में गहलोत सरकार के बहुमत को देखते हुए श्री तिवारी ने कांग्रेस के रूख को स्पष्ट करते हुए कहा कि उसने पूरी राजनीतिक ईमानदारी के साथ अपने संख्याबल के बहुमत को देखते हुए तीन प्रत्याशी ही उतारे हैं। इसके बावजूद भा.ज.पा. ने राजस्थान में मात्र इकहत्तर विधायकों की संख्या होने के बाद भी श्री सुभाष चंद्रा को समर्थन का ऐलान कर दिया।
श्री तिवारी ने राजस्थान में पार्टी तथा निर्दलीयों समेत बड़ी संख्या में मा. विधायकों के कांग्रेस प्रत्याशी के उत्साहजनक समर्थन का दावा करते हुए स्वयं तथा पार्टी के उम्मीदवार बनाये गये श्री मुकुल वासनिक व श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला समेत कांग्रेस के तीनों अधिकृत प्रत्याशियों की जीत का दावा भी जताया है। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थान राज्यसभा चुनाव के परिणाम में कांग्रेस की जीत भारतीय राश्ट्रीय कागे्रस की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के मंसूबे की कसौटी पर शत प्रतिशत खरी साबित होगी।
श्री तिवारी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को भी सियासी निशाने पर रखते हुए कहा कि बेहतर होता कि माननीय प्रधानमंत्री जी चीन द्वारा भारतीय जमीन पर कब्जा छुडाने की लड़ाई को देशवासियों की ताकत पर लड़ने का साहस दिखलाते बजाय इसके कि वह डाॅलर के मुकाबले रूपये के अवमूल्यन से भी देश का ध्यान हटाये रखने के लिए कांग्रेसी सरकारों को किसी तरह अस्थिर करने और देश में ध्रुवीकरण के जरिए मिलीजुली संस्कृति पर बीजेपी को हमलावर होने की छूट देने का खेल खेलने में केन्द्रीय सत्ता का समय बर्बाद करते ।