यदि भाजपा ने नहीं दिया टिकट तो समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे वरूण गांधी, खरीदा नामांकन पत्र
पीलीभीत, रफ्तार टुडे। भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड सांसद वरूण गांधी इस बार समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। सपा के अंतरंग सूत्रों का दावा है कि उत्तर प्रदेश की हरेक सीट पर सपा की पैनी नजर है। सपा को लगता है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा की राजनीति में मेनका गांधी तथा उनके पुत्र वरूण गांधी का बुरा समय चल रहा है। इस बुरे समय में उत्तर प्रदेश में सक्रिय सपा के नेता मेनका गांधी तथा वरूण गांधी को सपोर्ट करना चाहते हैं। इसी रणनीति के तहत उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से सपा ने वरूण गांधी को टिकट देने का फैसला कर लिया है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में रोज नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में अपनी ही सरकार को लगातार घेरने वाले भाजपा सांसद वरूण गांधी अब पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बने हुए हैं। कहीं चर्चा चल रही है कि उत्तर प्रदेश भाजपा की अगली प्रत्याशी सूची की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस कारण उत्तर प्रदेश के फायर ब्रांड नेता वरूण गांधी अभी तक अपनी बंद मुठठी को नहीं खोल रहे हैं। इस बीच पुष्ट सूत्रों से खबर आई है कि वरूण गांधी उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। पूरा उत्तर प्रदेश जानता है कि वरूण गांधी तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ वरूण गांधी के बड़े ही मधुर रिश्ते हैं। यह समाचार लिखे जाने तक वरूण गांधी ने चुनाव लडऩे को लेकर कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की है, किन्तु उन्होंने पीलीभीत से नामांकन पत्र भरने के लिए चार सैट नामांकन-पत्र खरीदे हैं।
अगर भारतीय जनता पार्टी वरुण गांधी को पीलीभीत से लोकसभा का टिकट नहीं देती है तो क्या वह निर्दलीय ही मैदान में उतर जाएंगे? अथवा वें सपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। यह दोनों सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि वरुण गांधी के प्रतिनिधि ने पीलीभीत से सांसद के नामांकन का पर्चा खरीदा है। बताया जा रहा है कि वरुण गांधी के प्रतिनिधि दिल्ली से आए थे। उन्होंने 4 सेट नॉमिनेशन पेपर खरीदा और वापस दिल्ली चले गए।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी से टिकट ना मिलने की सूरत में वरुण गांधी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अथवा सपा के प्रत्याशी के रूप में भी पर्चा दाखिल करने की तैयारी में हैं। अगर बीजेपी ने पीलीभीत से वरुण गांधी को टिकट नहीं दिया तो पूरी संभावना है कि वरुण गांधी निर्दलीय के तौर पर नामांकन दाखिल कर देंगे। उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट के लिए पहले चरण में वोटिंग होनी है। इसके लिए बुधवार से नॉमिनेशन भी शुरू हो चुके हैं। लेकिन अब तक बीजेपी और सपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस सीट से वरुण गांधी सांसद हैं। पिछले कुछ साल से वरूण गांधी उत्तर प्रदेश में अपनी ही पाटर्ट की राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
एक दिन पहले यानी 19 मार्च को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ संकेत दिए थे कि लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी को समाजवादी पार्टी से टिकट दिया जा सकता है। दरअसल, अखिलेश यादव यहां व्यापार सभा की बैठक में मौजूद थे। इस दौरान उनसे वरुण गांधी को लेकर सवाल किया गया था। इस पर अखिलेश ने कहा,’वो बीजेपी का मसला है कि किसको टिकट देती है और किसको नहीं। हमारी कमेटी हर चीज पर विचार करती है। यानी साफ है कि वरुण गांधी के लिए समाजवादी पार्टी ने दरवाजे खोलकर रखे हैं और पार्टी राजनीतिक हालात पर नजर रख रही है।
सूत्रों का कहना है कि पीलीभीत सीट को लेकर उत्तर प्रदेश के सपा मुख्यालय में अखिलेश यादव ने अहम बैठक की। इस बैठक में 6 से ज्यादा उम्मीदवारों के साथ-साथ पीलीभीत सांसद वरुण गांधी के नाम पर भी चर्चा हुई। उत्तर प्रदेश में पीलीभीत जिले के सपा जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह जग्ग से जब इस मीटिंग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वरुण के नाम की भी चर्चा हुई है।