आ गया सच फोटो का, भाजयुमो जिलाध्यक्ष राज नागर ने कहा कि हमारे मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात, पूर्व सीएम अखिलेश ने खुद कहा एक फोटो ले लो, तुम देश का भविष्य हो _ पवन त्यागी
नोएडा, रफ्तार टुडे। मैं लखनऊ से अपनी गाड़ी आ रहा था, रास्ते में आते समय मैंने पानी पीने के लिए गाड़ी हाइवे पर सड़क किनारे खड़ी की गाड़ी खड़ी करते ही एक सुरक्षाकर्मी (जिसके हाथ में वायरलेस) था ने आकर मेरी गाड़ी के सीसे पर जोर से हाथ मारकर कहा गाड़ी हटाओ…. मैंने कहा कौन ? तो उत्तर मिला मुख्यमंत्री जी आ रहे हैं मैंने उत्सुकता से पूछा कौन महाराज जी….जवाब मिला नहीं अखिलेश यादव जी…ये वार्ता हो ही रही थी अचानक अखिलेश जी अपने काफिले के साथ वहां आ पहुंचें मैं इससे पहले कुछ कहता अखिलेश जी ने कहा क्या हुआ?
हमने कहा आपके सुरक्षाकर्मी का व्यवहार अशोभनीय था आप निर्देश दीजिए भविष्य में ऐसा व्यवहार किसी के भी साथ न करें।
अखिलेश जी ने ये सुनते हुए कहा कोई बात नहीं कोई बात नहीं आप देश के युवा हो आपका सम्मान है आइए एक फोटो लेते हैं मैंने सामाजिक शिष्टाचार का पालन करते हुए सरलता से एक फोटो पूर्व मुख्यमंत्री जी के साथ ली जिसके कारण विवाद बन गया।
फोटो में केवल साथ खड़े हो जाने भर से हमारी विचारधारा नहीं बदल जाती…फोटो अक्सर किसी अवसर पर पक्ष विपक्ष के दिग्गज नेताओं की गले मिलते हुए हाथ मिलाते हुए चाय पीते हुए अक्सर देखी जा सकती हैं पर विचारधारा हमेशा भिन्न रहती है।
पवन त्यागी ने कहा कि मुझे पार्टी ने बहुत भरोसा करके सह मीडिया प्रभारी मुझे बनाया है। मैं पार्टी के हर फैसले पर खरा उतरूंगा, मैंने भी कोई फोटो नहीं खींचवाया फोटो खिंचवाने के लिए अपने आप पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा, और मेरे पार्टी के नेताओं के साथ फोटो वायरल कर दिया गया।
सह मीडिया प्रभारी पवन त्यागी ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का सच्चा सिपाही था, हूं और हमेशा रहूंगा। मुझे गर्व है मैं वसुधैव कुटुंबकम् को मानने वाली पार्टी का सेवक हूं।
भाजपा एक पार्टी से परे एक विचारधारा है जो रक्त में बहती है जिससे अलग होने की कल्पना मैं सपने में भी नहीं कर सकता।
जो लोग षडयंत्र रचकर विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं उनसे अनुरोध है अफवाहों को विराम देकर राष्ट्र की प्रगति हेतु अपनी उर्जा का उपयोग करें।