BSP News: मायावती के भाई आनंद कुमार की वापसी, नोएडा प्राधिकरण के क्लर्क से बिजनेस मैन और बीएसपी के शीर्ष पर, जानिए उनके संघर्ष और सफलता की कहानी
दिल्ली, रफ़्तार टुडे। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की नेता मायावती के भाई आनंद कुमार की राजनीतिक वापसी ने पार्टी में एक नई ऊर्जा का संचार कर दिया है। मायावती ने खुद सोशल मीडिया के जरिए इस गठबंधन की पुष्टि की, जिसमें उन्होंने कहा कि यह साझेदारी “जनविरोधी पार्टियों” को हराने और एक नई सरकार बनाने के संकल्प के साथ की गई है। इस घोषणा के साथ ही आनंद कुमार और आकाश आनंद को पार्टी के स्टार कैंपेनर के तौर पर नियुक्त किया गया है।
गठबंधन की घोषणा
पंजाब और हरियाणा के उपचुनावों के लिए मायावती ने नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद और आनंद कुमार को स्टार कैंपेनर के रूप में पेश किया है। इसके साथ ही उन्होंने 37 प्रत्याशियों के चयन की जिम्मेदारी भी इन्हीं दोनों पर सौंपी है। मायावती का यह निर्णय कांशीराम के समय से चली आ रही बसपा और इनेलो की मित्रता को और मजबूत करने का प्रयास है।
आनंद कुमार का सफर
आनंद कुमार, मायावती के छोटे भाई हैं, जिन्होंने अपनी प्रारंभिक जीवन में नोएडा विकास प्राधिकरण में एक साधारण क्लर्क के रूप में काम किया। उनकी महत्वाकांक्षा और मेहनत ने उन्हें एक सफल व्यवसायी और राजनीतिक नेता बना दिया। आज वे अपनी बहन मायावती के साथ BSP में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
नोएडा प्राधिकरण से राजनीति तक का सफर
आनंद कुमार ने नोएडा विकास प्राधिकरण में छह वर्षों तक क्लर्क के रूप में काम किया, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षाएं इससे कहीं अधिक थीं। उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू किया और अपनी बहन मायावती के साथ राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। उनकी मेहनत और राजनीति की समझ ने उन्हें पार्टी में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
आकाश आनंद का परिचय
आकाश आनंद, मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। उनकी शिक्षा गुरुग्राम और लंदन में हुई है। आकाश ने लंदन से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) किया है और 2017 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद मायावती ने सहारनपुर की रैली में उन्हें लॉन्च किया था। इस रैली को आकाश आनंद की राजनीतिक लॉन्चिंग माना जाता है।
आकाश की जिम्मेदारी
आकाश आनंद वर्तमान में मायावती की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उन्हें पार्टी के युवा और ऊर्जावान नेता के रूप में देखा जाता है और वे BSP के भविष्य के नेता माने जा रहे हैं।
आनंद कुमार और आकाश आनंद की राजनीतिक वापसी से BSP में एक नई ऊर्जा आई है। मायावती की इस घोषणा ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नई जोड़ी किस तरह से पार्टी को आगे बढ़ाने में योगदान करती है। उनके संघर्ष और सफलता की कहानी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है।