NHAI Road On Noida Airport News : नोएडा एयरपोर्ट से एनएच-34 कनेक्टिविटी पर विचार, प्राधिकरण और एनएचएआई की बैठक में बना नया रोडमैप, जेवर एयरपोर्ट आधुनिक कनेक्टिविटी का केंद्र
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए प्राधिकरण और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने एक महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत एयरपोर्ट को राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-34) से जोड़ने के लिए संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, और यमुना एक्सप्रेसवे जैसे महत्वपूर्ण मार्ग पहले ही एयरपोर्ट से जोड़े जा रहे हैं। लेकिन एनएच-34 से कनेक्टिविटी इस क्षेत्र के विकास के लिए एक और बड़ी उपलब्धि होगी।
पहली बैठक में क्या हुआ?
यमुना प्राधिकरण और एनएचएआई के अधिकारियों के बीच इस कनेक्टिविटी को लेकर शुरुआती बैठक हो चुकी है।
एलाइन्मेंट पर चर्चा:
बैठक में यह तय करने पर विचार हुआ कि एनएच-34 से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी सिकंदराबाद के रास्ते होनी चाहिए या खुर्जा के।
अधिकारियों का बयान:
यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने कहा, “अभी योजना शुरुआती चरण में है। ठोस प्रस्ताव आने के बाद इस पर तेजी से काम शुरू किया जाएगा।”
जेवर एयरपोर्ट: आधुनिक कनेक्टिविटी का केंद्र
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पहले से ही कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय सड़कों से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे:
बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट तक 31 किलोमीटर लंबा लिंक रोड लगभग तैयार है।
गंगा एक्सप्रेसवे:
यूपीडा ने गंगा एक्सप्रेसवे से एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे का एलाइन्मेंट तैयार किया है।
यमुना एक्सप्रेसवे:
यह एक्सप्रेसवे फिल्म सिटी और न्यू नोएडा के रास्ते एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा।
एनएच-34 से कनेक्टिविटी क्यों है जरूरी?
एनएच-34, जिसे हाइवे नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है, नोएडा एयरपोर्ट के लिए नई संभावनाएं खोल सकता है।
सिकंदराबाद और खुर्जा के विकल्प:
एनएच-34 को जोड़ने के लिए दो संभावित मार्ग प्रस्तावित हैं—सिकंदराबाद और खुर्जा। सिकंदराबाद से कनेक्टिविटी सरल और सुलभ मानी जा रही है।
अधिगृहित भूमि का उपयोग: एयरपोर्ट के पहले चरण में सिकंदराबाद मार्ग का करीब 3 किलोमीटर हिस्सा पहले ही अधिगृहीत किया जा चुका है।
गांवों और क्षेत्रीय विकास पर प्रभाव
यह नया लिंक रोड न केवल एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा बल्कि आसपास के गांवों और औद्योगिक क्षेत्रों के विकास को भी बढ़ावा देगा।
झाझर और जहांगीरपुर मार्ग:
इन क्षेत्रों से गुजरते हुए यह लिंक रोड ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर सड़क सुविधाएं प्रदान करेगा।
फिल्म सिटी और न्यू नोएडा:
प्रस्तावित मार्ग यमुना एक्सप्रेसवे और फिल्म सिटी को भी जोड़ेगा, जिससे इन क्षेत्रों में निवेश और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
एलाइन्मेंट में संभावित चुनौतियां
हालांकि यह योजना महत्वाकांक्षी है, लेकिन इसे लागू करने में कुछ चुनौतियां भी हो सकती हैं।
एनएच-34 और लिंक एक्सप्रेसवे के टकराव:
प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे का एलाइन्मेंट एनएच-34 को जोड़ने में बाधा बन सकता है।
वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति:
योजना को तेजी से लागू करने के लिए वित्तीय और प्रशासनिक स्तर पर स्वीकृति आवश्यक है।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
एनएच-34 से नोएडा एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकती है।
निवासियों और यात्रियों के लिए लाभ: दिल्ली, बुलंदशहर, और आगरा जैसे शहरों से एयरपोर्ट पहुंचना आसान होगा।
ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यात्रा का समय घटेगा।
व्यावसायिक विकास: औद्योगिक क्षेत्रों और न्यू नोएडा में निवेश के नए अवसर पैदा होंगे।
आगे की राह: क्या कहता है प्राधिकरण?
प्राधिकरण ने कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
अगले चरण की तैयारी: एलाइन्मेंट को अंतिम रूप देने और फंडिंग मॉडल पर चर्चा की जाएगी।
एनएचएआई और यमुना प्राधिकरण इस योजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए काम करेंगे।
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