कोविड टीका लगवा चुके लोगों के लिए खतरे की संभावना कम, पॉजिटिव लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता पर जान माल का खतरा नहीं – सीएम योगी आदित्यनाथ
लखनऊ, 21 अप्रैल। कोरोना की चौथी लहर दूसरी लहर से घातक नहीं होगी। यह सामान्य जुकाम और बुखार की तरह हो सकती है। इससे घबरानें की जरूरत नहीं हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि आने वाले दिनों में नए पॉजिटिव केस में इजाफा देखने को मिले लेकिन वायरस का यह वैरिएंट सामान्य वायरल की तरह ही है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार ओमीक्रॉन का नया स्वरूप ज्यादा संक्रामक नहीं है। पॉजिटिव लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता पर जान माल के खतरे की संभावना कम है। उन्होंने कहा कि कोविड टीका लगवा चुके लोगों के लिए खतरे की संभावना कम है। लोगों को बताया जाए कि घबराने की कोई जरूरत नहीं, लेकिन सतर्कता, सावधानी बनाये रखनी होगी।
प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 980
उत्तर प्रदेश में कोविड के कुल एक्टिव केस की संख्या 980 है। बीते 24 घंटों में 01 लाख 14 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 205 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। प्रदेश में 81 लोगों ने संक्रमण को मात दी। गौतमबुद्ध नगर में 103, गाजियाबाद में 52 और लखनऊ में 16 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इन जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश सीएम ने दिए हैं।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एनसीआर के जिलों व लखनऊ में लिए सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए। इसके साथ ही स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का बारे में बच्चों को जागरूक भी किया जाए।
बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक-सीएम
30 करोड़ 95 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज दी जा चुकी है। जबकि 86.85 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94.32 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक और 62 प्रतिशत से किशोरों को दोनों डोज दी जा चुकी है। सीएम ने बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एक भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे। बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक करें।