बलिया,रफ्तार टुडे । एबीवीपी के नेता है दानिश आजाद। उन्होंने 15 साल की उम्र में एबीवीपी में काम किया। उसके बाद दानिश लाइमलाइट में आए। बलिया के युवा नेता दानिश आजाद अंसारी (Danish Azad Ansari) को राज्य मंत्री बनाया गया है। दनिश भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री है और विद्यार्थी जीवन से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं। दानिश आजाद अंसारी मूलरूप से बलिया (Ballia) के बसंतपुर के रहने वाले हैं। दानिश की उम्र 32 साल है और उन्होंने 2006 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद यहीं से मास्टर ऑफ क्वालिटी मैनेजमेंट फिर मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की है। बलिया के दानिश आजाद एबीवीपी में संगठन में रहे।
दानिश जनवरी 2011 में बीजेपी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ गए। यहीं से दानिश के आजाद ख्यालात लखनऊ विश्वविद्यालय में गूंजने लगे। दानिश ने खुलकर एबीवीपी के साथ-साथ बीजेपी और आरएसएस के लिए युवाओं के बीच माहौल बनाया। दानिश लगातार अल्पसंख्यक समाज और युवाओ के बीच सक्रिय रहे हैं। इसी को देखते हुए पार्टी ने उन्हें प्रमोट करने का फैसला लिया है।
2017 में यूपी में बीजेपी की सरकार बनी तो चुनाव में जिन लोगों ने मेहनत की थी, उन्हें इनाम मिला. इन्हीं में दानिश 2018 में फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के सदस्य रहे। बाद में उन्हें उर्दू भाषा समिति का सदस्य बना दिया गया। ये एक तरह से दर्जा प्राप्त मंत्री का पद होता है। इस बार चुनाव से पहले अक्टूबर 2021 में दानिश को बड़ी जिम्मेदारी मिली।