देश

Delhi-Dehradun Expressway का 95% कार्य पूरा, 20 किमी बचा काम, उत्तर प्रदेश और नोएडा को बड़ा फायदा

दिल्ली के अक्षरधाम से नोएडा होते हुए देहरादून तक जाने वाले एक्सप्रेसवे का काम 95% पूरा हो गया है. जल्द ही इस एक्सप्रेसवे पर वाहन दौड़ते भरते हुए नजर आएंगे

एक्सप्रेस वे एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बन रहा है। जहां जंगल में रहने वाले जानवरों और इंसानों का आमना सामना नहीं हो पाएगा, जुलाई महीने के अंदर एक्सप्रेसवे के एलिवेटेड रोड पर वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। NHAI के इंजीनियरों ने बताया कि चौथे सेक्शन का काम लगभग 95% तक पूरा हो चुका है।

दिल्ली, नोएडा रफ़्तार टुडे। उत्तराखंड से दिल्ली आने जाने वाले यात्रियों के लिए एक सुकून देने वाली खबर सामने आ रही है। उत्तराखंड से दिल्ली को सीधा कनेक्ट करने वाले दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का 95% काम पूरा कर लिया गया है। इस एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद लगने वाले जाम से यात्रियों को मुक्ति मिलेगी। इसके तीन चरणों का काम पहले पूरा हो चुका था चौथे चरण का काम जोरों पर चल रहा है। काम पूरा होने के बाद इस एक्सप्रेसवे का लोड टेस्ट और ट्रायल रन किया जाएगा। फिर इसको आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

एक्सप्रेसवे के अंतिम सेक्शन की लंबाई 18 किलोमीटर है। जो यूपी के गणेशपुर से देहरादून के आशारोड़ी चेक पोस्ट तक है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का ज्यादातर हिस्सा राजाजी नेशनल पार्क की सीमा से होकर गुजरता है। जिसके कारण इस इलाके में जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए बरसाती नदी के ऊपर 12 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। यह एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर होगा। जुलाई महीने के अंदर एक्सप्रेसवे के एलिवेटेड रोड पर वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा। NHAI के इंजीनियरों ने बताया कि चौथे सेक्शन का काम लगभग 95% तक पूरा हो चुका है।

उत्तर प्रदेश और NCR को फायदा

दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे राजधानी के अक्षरधाम से शुरू होता है। दिल्ली के साथ-साथ यह एनसीआर,(नोएडा, गाजियाबाद) शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला बागपत, खेकड़ा शामली और सहारनपुर से होते हुए देहरादून तक जाएगा। दिल्ली और देहरादून के अलावा इस एक्सप्रेसवे का फायदा उत्तर प्रदेश, NCR और एनसीआर के इलाकों को भी मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे की शुरू हो जाने के बाद उत्तराखंड में पढ़ने वाले छात्रों और घूमने जाने वाले लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी।

यह एक्सप्रेस वे एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बन रहा है। जहां जंगल में रहने वाले जानवरों और इंसानों का आमना सामना नहीं हो पाएगा। कॉरिडोर के ऊपर से वहां निकलेंगे तो नीचे से जंगली जानवर आवाजाही कर सकेंगे।

Related Articles

Back to top button