नई दिल्ली, रफ़्तार टुडे। : आखिरकार लोकसभा अध्यक्ष पर आम सहमति बन गई। कहा जा रहा कि ओम बिरला ही लोकसभा अध्यक्ष होंगे। सत्ता पक्ष की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोर्चा संभाला और काम बन गया। माना जा रहा है कि विपक्ष के साथ बातचीत में उपाध्यक्ष पद पर चर्चा हुई और सत्ता पक्ष ने यह पद त्यागने का फैसला कर लिया। इस तरह सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक-एकद कदम बढ़ाया और दोनों अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर सहमत हो गए। कहा जा रहा है कि सत्ता पक्ष के पास लोकसभा अध्यक्ष का पद होगा तो उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलेगा।
लोकसभा अध्यक्ष चयन प्रक्रिया में सत्तारूढ़ दल और विपक्ष ने बिना चुनाव की आवश्यकता के उम्मीदवारों पर सहमति जताई। ओम बिरला के अगले अध्यक्ष बनने की अटकलें हैं, जबकि उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलेगा। पिछले दो कार्यकालों में लोकसभा में भाजपा के बहुमत के कारण उपाध्यक्ष का पद खाली रहा था।
दोनों खेमों में बातचीत तब हुई जब नामांकन की अंतिम तारीख आ गई। सत्ता पक्ष की तरफ से राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से बात की और राजी-खुशी से यही तय हुआ कि लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर एक-एक कैंडिडेट ही खड़े हों ताकि चुनाव की नौबत नहीं आए। संसद के निचले सदन के लिए दोनों ही महत्वपूर्ण पदों पर अब आम सहमति से निर्वाचन हो जाएगा। चूंकि वोटिंग होनी नहीं है, इसलिए अब सीधे लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नाम घोषित होंगे।