Delhi Noida Bullet Train: सराय काले खां से नोएडा एयरपोर्ट…70 KM का सफर, 21 मिनट में ही पहुंचा देगी बुलेट ट्रेन
नोएडा, रफ्तार टुडे। दिल्ली से नोएडा के बीच 70 किमी के लिए बुलेट ट्रेन का संभावित रूट तय हो गया है। दिल्ली-वाराणसी रूट पर कुल 13 स्टेशन होंगे। इनमें से 12 स्टेशन उत्तर प्रदेश में होंगे, जबकि 13वां दिल्ली में अंडरग्राउंड होगा। यह ट्रेन 330 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी। नोएडा में बुलेट ट्रेन के दो स्टापेज होंगे। पहला सेक्टर 148 और दूसरा नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट।
बुलेट ट्रेन के लिए नोएडा में 2 स्टॉपेज होंगे। रेलवे मंत्रालय ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। सराय काले खां से चलकर इस ट्रेन का पहला ठहराव सेक्टर-148 में होगा। इसके बाद यह नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर रुकेगी। सराय काले खां से एयरपोर्ट पहुंचने में इसे 21 मिनट लगेंगे।
बुलेट ट्रेन मथुरा, आगरा, इटावा, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज होते हुए वाराणसी तक 816 किमी की दूरी 4 घंटे में तय करेगी। जबकि, अभी इसमें 10 घंटे तक लग जाते हैं। प्रदेश के प्रमुख तीर्थ व पर्यटन स्थलों पर जाना इससे आसान हो जाएगा। बहुप्रतीक्षित दिल्ली-वाराणसी हाईस्पीड रेल परियोजना में सिर्फ गौतमबुद्धनगर जिले में ही 2 स्टेशन होंगे।
नोएडा एयरपोर्ट लिमिटेड ने एक साल पहले इस ट्रेन के ठहराव के लिए प्रस्ताव भेजा था। जिसे मंत्रालय से अब मंजूरी मिली है। यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि दुनियाभर से नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट आने वाले विमान यात्रियों को हाईस्पीड रेल का फायदा मिलेगा।
हाईस्पीड रेल परियोजना का काम 3 चरणों में चल रहा है। 1 लाख 21 हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना के पहले चरण में दिल्ली और नोएडा एयरपोर्ट के बीच एलिवेटेड ट्रैक बनाया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे के सामांतर एलिवेटेड ट्रैक बनाने के लिए यमुना अथॉरिटी ने फ्री में जमीन दी है। हाईस्पीड रेल परियोजना को 3 चरणों में काम पूरा करने की योजना है। 2029 तक विमान यात्रियों को बुलेट ट्रेन की भी कनेक्टिविटी मिल सकेगी।
नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट के निर्माण के साथ ही उसकी कनेक्टिविटी बेहतर करने का काम तेजी से बढ़ता जा रहा है। एयरपोर्ट को मेट्रो, पॉड टैक्सी के साथ ही दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से कनेक्ट करने का लिए इंटरचेंज बनाने का काम शुरू हो चुका है। एयरपोर्ट और प्रस्तावित फिल्म सिटी परियोजना के बीच चलने वाली पॉड टैक्सी के लिए सरकारी कंपनी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉरपोरेशन लिमिटेड की मदद से विस्तृत प्रॉजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो चुकी है।
पॉड टैक्सी परियोजना के लिए 14.6 किमी के कॉरिडोर पर 14 स्टेशन प्रस्तावित हैं। नोएडा एयरपोर्ट की एनसीआर से कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ने के लिए इंटरचेंज भी बनने जा रहा है।