सार
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक राजेंद्र जेनामणी के मुताबिक, लगातार बन रहे दो पश्चिम विक्षोभ व उत्तरी दिशा से आने वाली सर्द हवाओं में कमी आने के कारण मंगलवार रात से न्यूनतम पारे में वृद्धि होगी।
पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं के कारण समूचा उत्तर-पश्चिम भारत शीतलहर की चपेट में है। लगातार दूसरे दिन मंगलवार की सुबह न्यूनतम पारा लुढ़कर सामान्य से चार कम चार डिग्री सेल्सिय तक पहुंच गया। सर्द सुबह के साथ दिल्लीवासी ठिठुरने पर मजबूर हो गए। बर्फीली हवाओं की वजह से जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, कच्छ से लेकर तेलंगाना में शीतलहर दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवाओं में कमी आने के कारण सर्दी से हल्की राहत मिलेगी।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक राजेंद्र जेनामणी के मुताबिक, लगातार बन रहे दो पश्चिम विक्षोभ व उत्तरी दिशा से आने वाली सर्द हवाओं में कमी आने के कारण मंगलवार रात से न्यूनतम पारे में वृद्धि होगी। इससे शीतलहर से राहत मिलने की संभावना है। मैदानी इलाकों में शीतलहर तब घोषित होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे और सामान्य से साढ़े चार डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए। बीते एक दिन पहले न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच कम 3.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था, जो इस सीजन का सबसे सर्द दिन रिकॉर्ड किया गया था।
मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक अधिक 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। दिनभर धूप निकलने के कारण लोगों को सर्दी से हल्की राहत मिली। लेकिन, शाम को सूरज को ढलते ही सर्द हवाओं की वजह से लोगों की कंपकपी छूट गई। ठंड से बचने के लिए लोगों ने गर्म कपड़ों के साथ अलाव व हीटर का सहारा लिया। बीते 24 घंटे में हवा में नमी का स्तर 30 से 94 फीसदी रिकॉर्ड हुआ है। नमी का स्तर अधिक होने की वजह से सुबह के समय सड़कों से लेकर हवाई पट्टियों पर कोहरे की चादर छाई रही।
मौसम विभाग का पूवार्निमान है कि अगले 24 घंटे में अधिकतम पारा 22 व न्यूनतम पारा पांच डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है। सर्द हवाएं कम होने के कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। इस कड़ी में 26 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 24 व न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है।
लोधी रोड रह सबसे ठंडा इलाका
सर्द हवाओं की वजह से दिल्ली के अलग-अलग मानक केंद्रों पर न्यूनतम पारा चार डिग्री से भी नीचे लुढ़का है। लोधी रोड इलाका 3.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा इलाका रिकॉर्ड हुआ है। इसके अलावा दक्षिणी दिल्ली का आयानगर 3.8 डिग्री सेल्सियस के साथ दूसरा सबसे ठंडा इलाका रहा। वहीं, गुरुग्राम में 4.8 व जफरपुर में पांच डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है।
इन जगहों पर सबसे अधिक लुढ़का पारा
गुलमार्ग: -5
कीलांग: -6.3
आदमपुर : 2.2
हिसार: 1.6
मुजफ्फरनगर: 2.2
भिलवाड़ा: 3.3
चुरू: 2.4
विस्तार
पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं के कारण समूचा उत्तर-पश्चिम भारत शीतलहर की चपेट में है। लगातार दूसरे दिन मंगलवार की सुबह न्यूनतम पारा लुढ़कर सामान्य से चार कम चार डिग्री सेल्सिय तक पहुंच गया। सर्द सुबह के साथ दिल्लीवासी ठिठुरने पर मजबूर हो गए। बर्फीली हवाओं की वजह से जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, कच्छ से लेकर तेलंगाना में शीतलहर दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवाओं में कमी आने के कारण सर्दी से हल्की राहत मिलेगी।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक राजेंद्र जेनामणी के मुताबिक, लगातार बन रहे दो पश्चिम विक्षोभ व उत्तरी दिशा से आने वाली सर्द हवाओं में कमी आने के कारण मंगलवार रात से न्यूनतम पारे में वृद्धि होगी। इससे शीतलहर से राहत मिलने की संभावना है। मैदानी इलाकों में शीतलहर तब घोषित होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे और सामान्य से साढ़े चार डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जाए। बीते एक दिन पहले न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच कम 3.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था, जो इस सीजन का सबसे सर्द दिन रिकॉर्ड किया गया था।
मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक अधिक 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। दिनभर धूप निकलने के कारण लोगों को सर्दी से हल्की राहत मिली। लेकिन, शाम को सूरज को ढलते ही सर्द हवाओं की वजह से लोगों की कंपकपी छूट गई। ठंड से बचने के लिए लोगों ने गर्म कपड़ों के साथ अलाव व हीटर का सहारा लिया। बीते 24 घंटे में हवा में नमी का स्तर 30 से 94 फीसदी रिकॉर्ड हुआ है। नमी का स्तर अधिक होने की वजह से सुबह के समय सड़कों से लेकर हवाई पट्टियों पर कोहरे की चादर छाई रही।
मौसम विभाग का पूवार्निमान है कि अगले 24 घंटे में अधिकतम पारा 22 व न्यूनतम पारा पांच डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है। सर्द हवाएं कम होने के कारण न्यूनतम और अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। इस कड़ी में 26 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 24 व न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा सकता है।
लोधी रोड रह सबसे ठंडा इलाका
सर्द हवाओं की वजह से दिल्ली के अलग-अलग मानक केंद्रों पर न्यूनतम पारा चार डिग्री से भी नीचे लुढ़का है। लोधी रोड इलाका 3.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा इलाका रिकॉर्ड हुआ है। इसके अलावा दक्षिणी दिल्ली का आयानगर 3.8 डिग्री सेल्सियस के साथ दूसरा सबसे ठंडा इलाका रहा। वहीं, गुरुग्राम में 4.8 व जफरपुर में पांच डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है।
इन जगहों पर सबसे अधिक लुढ़का पारा
गुलमार्ग: -5
कीलांग: -6.3
आदमपुर : 2.2
हिसार: 1.6
मुजफ्फरनगर: 2.2
भिलवाड़ा: 3.3
चुरू: 2.4
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