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आम के आम गुठलियों के दाम, नहीं बक्कल के भी दाम !

ग्रेटर नोइडा, रफ्तार टुडे। आम के आम गुठलियों के दाम यह कहावत तो सभी ने सुनी है परंतु क्या कभी ने सुना है की आम के बक्कल के भी दाम होते हैं l
हुआ यू कि ग्राम सादोपुर व बादलपुर में तत्कालीन मुख्यमंत्री बहन मायावती जी की सरकार के अंतर्गत वर्ष 2007-08 में भूमि अधिग्रहण हुआ था l उस समय बहुत कुछ हुआ, आंदोलन हुऐ, लाठीचार्ज हुआ तथा लोग अदालत गए l हज़ारों किसान बेचैन कि बसाने के लिए अब आबादी कैसे मिलेगी l सभी के साथ-साथ ग्राम बादलपुर निवासी श्री राजेंद्र सिंह नागर के भी खसरा नंबर खसरा संख्या 798 तथा 849 का भी अधिग्रहण हुआ था l अब इस किसान की किस्मत कहे, होशियारी कहे या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही कहे, या प्राधिकरण की मिलिभगत कहे, जो भी हो, इस किसान के तो भाग्य खुल गए l
किसान ने झटपट भूमि अधिग्रहण को स्वीकार करके एक शपथ पत्र दाखिल कर बाकायदा मुवावजा लेकर 17% किसान कोटे के अंतर्गत सेक्टर में प्लाट हेतु आवेदन कर दिया l किस्मत ने जोर मारा और plot no. 225 block E, sector 2 में भूखंड निकल गया और किसान ने बैच दिया। जोड़-तोड़ में माहिर किसान ने अधिग्रहीत की गई भूमि में से 1500 वर्ग मीटर का भुखंड भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक में छुटवा लिया l पर सब्र कहाँ ? किसान अदालत में चला गया और अदालत को गुमराह करके पूरी अधिग्रहण की गई भूमि पर स्टे आर्डर ले लिया l इस सबके अलावा 6% प्लॉट की पात्रता अलग से l क्या आपने गिना कि कितने लाभ हुए?
जब, तब, निरंतर, उसके खिलाफ, इसके खिलाफ आरटीआई डालकर ब्लैकमेल करने के कारण, श्री चमन सिंह नाम के एक व्यक्ति ने साल 2020 में शिकायत की लेकिन शिकायत दबवा दी और कोई करवाही नहीं हुई l

बाद में जब वीरेंद्र सिंह गुड्डू ने शिकायत की तो अथॉरिटी ने जांच का भरोसा दे दिया l

यही से जांचकर्ता और शिकायतकर्ता के बुरे दिन शुरू हो गए l शिकायतों के पत्र पर श्री अमनदीप सिंह डूली द्वारा हस्ताक्षरित आदेश की कॉपी चंद मिंटो के बाद श्री राजिंदर सिंह नागर के हाथ में पहुंच गयी और तत्पश्चात श्री मंगत सिंह एक अन्य शिकायतकर्ता के घर धामकी देने धमक गया जिसे मंगत सिंह ने गांव का आदमी होने के वजह से नजर अंदाज कर दिया l अब उसकी पहुँच कहे, रुतबा कहे या डर कहे या कुछ और, १९/१०/२०२२ को प्राधिकरण के विभिन्न विभागों को मीटिंग बुलाने से सम्बंधित नोटिस के कॉपी भी अधिकारी कर्मचारी को या या तो डरा धमकाकर या, चुराकर या फिर trespass करके अथवा/और अन्य तरीके से हासिल कर, अप्रत्यक्ष धमकी देने के वास्ते वीरेंदर सिंह गुड्डू के रिश्तेदार को भेज दिया l श्री राजेंद्र सिंह नागर के खिलाफ सम्बंधित उक्त प्रकरणों में कार्यवाही करने हेतु पत्र IGRS 40014122023561 के माध्यम से मुख्यमंत्री को पूर्व में की जा चुकी है l

हुऐ ना भूमि अधिग्रहण के अनेक फायदेl

विदित हो, कि श्री राजेंद्र सिंह पहले भी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के पूर्व CEO श्री नरेंद्र भूषण व अन्य उच्च अधिकारियों के खिलाफ ERP SAP सिस्टम में लगभाग रुo 300 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगा चूका है जबकी प्रोजेक्ट की कुल टेंडर वैल्यू लगभाग रुपये 63 करोड़ की ही थी l

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