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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने अस्तौली लैंडफिल साइट का लिया जायजा, एप्रोच रोड शीघ्र बनाने के निर्देश,इनर्ट वेस्ट को निस्तारित करने के लिए अस्तौली में बन रही लैंडफिल साइट

ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने अस्तौली लैंडफिल साइट का लिया जायजा, एप्रोच रोड शीघ्र बनाने के निर्देश,इनर्ट वेस्ट को निस्तारित करने के लिए अस्तौली में बन रही लैंडफिल साइट।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने शुक्रवार को अस्तौली में बन रही लैंडफिल साइट का जायजा लिया और एप्रोच रोड शीघ्र बनाकर इसे शुरू करने के निर्देश दिए।

एसीईओ ने सेक्टर नॉलेज पार्क थ्री व ज्यू थ्री में बन रहे वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का भी निरीक्षण कर अक्तूबर तक हर हाल में शुरू करने के निर्देश दिए। ग्रेटर नोएडा में रोजाना करीब ढाई सौ टन कूड़ा निकलता है। इसमें से 5 से 10 फीसदी इनर्ट वेस्ट होता है। इसे निस्तारित करने के लिए अस्तौली में लैंडफिल साइट बन रही है। लैंडफिल साइट का काम अंतिम चरण में है। साइट तक वाहनों की आवाजाही के लिए एप्रोच रोड का निर्माण किया जाना है।

शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा शर्मा ने लैंडफिल साइट का निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजना विभाग को इसकी एप्रोच रोड का निर्माण शीघ्र करने के निर्देश दिए। इसके बाद एसीईओ ने नॉलेज पार्क 3 में कूड़े के निस्तारण के लिए बन रहे प्रोसेसिंग प्लांट का जायजा लिया। एसीईओ ने प्लांट का निर्माण अक्टूबर तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए।

इस प्लांट पर कूड़े का निस्तारण कर बायोमिथेनेशन गैस तैयार की जाएगी। इसका इस्तेमाल ईंधन के रूप में किया जाएगा। एसीईओ ने सेक्टर ज्यू थ्री में निर्माणाधीन प्रोसेसिंग प्लांट का भी जायजा लिया। उन्होंने इसका भी निर्माण अक्टूबर तक पूरा कर प्लांट शुरू करने के निर्देश दिए।

गौरतलब है कि डि-सेंट्रलाइज्ड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (विकेंद्रीकृत ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन) के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा के हर घर से कूड़ा उठाने और उसका निस्तारण (डिस्पोज) कराने के लिए प्राधिकरण प्रयासरत है। डोर टू डोर कलेक्शन के लिए प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा को पांच क्लस्टर में बांट रखा है।

क्लस्टर एक के अंतर्गत सेक्टर 20, अल्फा वन व टू, बीटा वन व टू, गामा वन व टू, रामपुर जागीर, नवादा आदि हैं। क्लस्टर दो के अंतर्गत डेल्टा वन, टू व थ्री, ईटा वन व टू, जीटा वन व टू, नॉलेज पार्क फोर, थीटा टू, साकीपुर व जैतपुर आते हैं।

क्लस्टर तीन में ज्यू वन, टू व थ्री, म्यू, म्यू वन व टू, रायपुर बांगर व घोड़ी बछेड़ा शामिल हैं। क्लस्टर चार में ओमीक्रॉन वन, वन ए, टू व थ्री, पाई वन व टू, बिरौंडा, बिरौंडी व एच्छर के एरिया शामिल हैं।

और क्लस्टर पांच के एरिया–सिग्मा वन, टू, थ्री व फोर, स्वर्णनगरी, सेक्टर-36 व 37, पी वन से आठ तक, फाई वन, टू, थ्री व फोर, चाई थ्री व फोर और कयामपुर के एरिया हैं। इस दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रभारी डीजीएम सलिल यादव, प्रबंधक सुरेंद्र भाटी, प्रबंधक गौरव बघेल और ई एंड वाई की टीम मौजूद रही।

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