Greater Noida News: अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद ज़िला गौतमबुद्ध नगर ने किया नवीन कार्यकारिणी का गठन
एंड अनुराग त्यागी के पास संगठनात्मक कार्यों का व्यापक अनुभव है। वे विद्यार्थी जीवन में विद्यार्थी परिषद के ज़िला संयोजक रह चुके हैं, जिससे उन्होंने संगठनात्मक नेतृत्व और कार्यकुशलता में महारत हासिल की है। उनके इस अनुभव और कौशल को देखते हुए उन्हें ज़िला महामंत्री का महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है। एड आलोक शर्मा को संगठनात्मक नेतृत्व और कार्यकुशलता में महारत हासिल की है। उनके इस अनुभव और कौशल को देखते हुए उन्हें ज़िला उपाध्यक्ष का महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है।
ग्रेटर नोएडा, 12 जुलाई 2024 (रफ़्तार टुडे): अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद ज़िला गौतमबुद्ध नगर ने गुरुवार को अपनी नवीन कार्यकारिणी का गठन किया। इस आयोजन में विभिन्न पदों पर नए अधिकारियों की नियुक्ति की गई, जिसमें सुरेश बैसोया को ज़िला अध्यक्ष और अनुराग त्यागी को ज़िला महामंत्री के दायित्व सौंपे गए हैं। इस मौके पर कई प्रतिष्ठित प्रवासी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे जिन्होंने नए नेतृत्व को शुभकामनाएँ दीं और उनके अनुभव एवं नेतृत्व क्षमता की सराहना की।
नवीन कार्यकारिणी के सदस्य
कार्यकारिणी में निम्नलिखित सदस्य शामिल किए गए हैं:
- सुरेश बैसोया: ज़िला अध्यक्ष
- अनुराग त्यागी: ज़िला महामंत्री
- किशन लाल पराशर: संरक्षक
- आलोक शर्मा: उपाध्यक्ष
- सरदार बंसल: उपाध्यक्ष
- सरिता मालिक: उपाध्यक्ष
- अमित प्रभात नागर: मंत्री
- पूनम शर्मा: मंत्री
- गजेंद्र चौहान: कोषाध्यक्ष
प्रमुख उपस्थित प्रवासी कार्यकर्ता
इस अवसर पर उपस्थित प्रवासी कार्यकर्ताओं में शामिल थे:
- विपिन त्यागी एडवोकेट: राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
- कमल सिंह एडवोकेट: प्रांत कोषाध्यक्ष
- प्रेम सिंह एडवोकेट: प्रांत कार्यकारिणी सदस्य
एंड आलोक शर्मा और एंड अनुराग त्यागी का अनुभव और योगदान
एंड अनुराग त्यागी के पास संगठनात्मक कार्यों का व्यापक अनुभव है। वे विद्यार्थी जीवन में विद्यार्थी परिषद के ज़िला संयोजक रह चुके हैं, जिससे उन्होंने संगठनात्मक नेतृत्व और कार्यकुशलता में महारत हासिल की है। उनके इस अनुभव और कौशल को देखते हुए उन्हें ज़िला महामंत्री का महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है। एड आलोक शर्मा को संगठनात्मक नेतृत्व और कार्यकुशलता में महारत हासिल की है। उनके इस अनुभव और कौशल को देखते हुए उन्हें ज़िला उपाध्यक्ष का महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है।
नवगठित कार्यकारिणी की प्राथमिकताएँ
नवगठित कार्यकारिणी ने अपनी प्राथमिकताएँ निर्धारित की हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- ज़िले के अधिवक्ताओं के हितों की रक्षा करना।
- न्याय प्रणाली में सुधार के लिए कार्य करना।
- युवा अधिवक्ताओं के लिए प्रशिक्षण और मार्गदर्शन कार्यक्रमों का आयोजन करना।
- सामाजिक और कानूनी जागरूकता अभियान चलाना।
स्वागत और प्रतिक्रिया
कार्यकारिणी गठन के अवसर पर उपस्थित प्रवासी कार्यकर्ताओं ने नए पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ दीं और विश्वास व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में ज़िले की अधिवक्ता परिषद और अधिक प्रभावी और संगठित रूप में कार्य करेगी। नवगठित कार्यकारिणी के सदस्यों ने भी अपने उद्देश्यों और योजनाओं को साझा किया और इस बात का आश्वासन दिया कि वे अपने कार्यकाल के दौरान अधिवक्ताओं की समस्याओं का समाधान करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
नवगठित कार्यकारिणी का महत्व
इस नवीन कार्यकारिणी के गठन से ज़िला गौतमबुद्ध नगर की अधिवक्ता परिषद को एक नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। नए नेतृत्व के साथ, संगठन को उम्मीद है कि वे ज़िले में अधिवक्ताओं की समस्याओं का समाधान करने में अधिक सक्षम होंगे और न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। यह नया गठन अधिवक्ताओं के हितों की रक्षा और न्याय व्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम की प्रमुख बातें
इस महत्वपूर्ण आयोजन में विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए और अधिवक्ताओं के सामूहिक हितों की रक्षा और न्याय प्रणाली में सुधार के महत्व पर बल दिया। नए पदाधिकारियों ने अपने कार्यकाल के दौरान अधिवक्ताओं की समस्याओं को हल करने के लिए अपने संकल्प को दोहराया और संगठन को और अधिक सशक्त बनाने का वादा किया।
आयोजन की समापन
इस महत्वपूर्ण घटना के समापन पर नए और पुराने सदस्यों ने एकजुटता और सहयोग की भावना को बनाए रखने का संकल्प लिया। अधिवक्ता परिषद ने अपने सदस्यों के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया और न्यायिक प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखने का वादा किया। इस प्रकार, यह नवीन कार्यकारिणी ज़िले के अधिवक्ताओं और न्याय प्रणाली के लिए एक नई आशा की किरण के रूप में सामने आई है।