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Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के कस्बा दनकौर में अवैध बेसमेंट निर्माण: जान-माल का खतरा, प्रशासन मौन

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे: ग्रेटर नोएडा के कस्बा दनकौर में नगर पंचायत की परमिशन न मिलने के बावजूद अवैध बेसमेंट निर्माण का मामला सामने आया है। इस निर्माण के चलते स्थानीय निवासियों की जान पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। बेसमेंट में पानी भर जाने के बाद पड़ोसी मकानों की दीवारें तड़कने लगी हैं, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। जब हमारी टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर फोटो कवरेज करने की कोशिश की, तो संदीप नामक व्यक्ति ने हमें धमकी दी कि हम ये फोटो न भेजें, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। संदीप उस व्यक्ति का भतीजा है, जिसका बेसमेंट खुद रहा है।

नगर पंचायत की लापरवाही

दनकौर कस्बे में अवैध बेसमेंट निर्माण की यह घटना नगर पंचायत की लापरवाही और अनदेखी को दर्शाती है। नगर पंचायत के अधिकारियों ने इस निर्माण को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है, जिससे स्थानीय निवासियों को गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है। बेसमेंट में पानी भरने के कारण पड़ोसी मकानों की दीवारें कमजोर हो गई हैं और किसी भी समय गिर सकती हैं। यह घटना न केवल नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता को भी उजागर करती है।

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दनकौर में अवैध बेसमेंट निर्माण: जान-माल का खतरा, प्रशासन मौन

धमकी और दबाव

रफ़्तार टुडे की टीम ने जब इस अवैध निर्माण की फोटो कवरेज करने की कोशिश की, तो संदीप नामक व्यक्ति ने हमें धमकी दी। संदीप ने कहा कि हम यह फोटो न भेजें, अन्यथा इसके बुरे परिणाम भुगतने होंगे। यह धमकी साफ तौर पर दिखाती है कि अवैध निर्माण में शामिल लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं और वे अपने काले कारनामों को छुपाने के लिए किसी भी प्रकार का दबाव बना सकते हैं। धमकी देने के इस घटना ने हमारे संवाददाताओं की सुरक्षा को भी खतरे में डाल दिया है।

प्रशासन की जिम्मेदारी

इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि स्थानीय प्रशासन और नगर पंचायत क्यों चुप हैं? अवैध निर्माण को रोकने के लिए अब तक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया गया? प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह तत्काल इस मामले की जांच करे और अवैध निर्माण को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करे। साथ ही, स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अवैध निर्माण करने वालों को कानून के दायरे में लाया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस अवैध निर्माण को तुरंत रुकवाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने तत्काल कदम नहीं उठाए, तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। निवासियों का यह भी कहना है कि नगर पंचायत को अपने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही, निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि वह भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए।

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दनकौर में अवैध बेसमेंट निर्माण: जान-माल का खतरा, प्रशासन मौन

विशेषज्ञों की राय

वास्तुकला और निर्माण के विशेषज्ञों का मानना है कि बिना अनुमति के बेसमेंट निर्माण करना न केवल अवैध है, बल्कि बेहद खतरनाक भी है। बेसमेंट में पानी भरने से मकानों की नींव कमजोर हो जाती है, जिससे किसी भी समय हादसा हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रशासन को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए और अवैध निर्माण को तुरंत रुकवाना चाहिए। इसके अलावा, जिन अधिकारियों ने इस मामले में लापरवाही दिखाई है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

भविष्य की संभावनाएं

इस घटना के बाद यह आवश्यक हो गया है कि नगर पंचायत और स्थानीय प्रशासन अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। प्रशासन को एक मजबूत निगरानी प्रणाली विकसित करनी चाहिए, जिससे अवैध निर्माण को तुरंत रोका जा सके और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो सके।

दनकौर कस्बे में अवैध बेसमेंट निर्माण के चलते स्थानीय निवासियों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन को तत्काल इस मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। अवैध निर्माण को रोकने के साथ-साथ धमकी देने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे और ऐसे मामलों में तुरंत और सख्त कार्रवाई करे।

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