Greater Noida News: “बदहाली की कहानी: आंसू बहा रहा सूरजपुर साइट सी ग्रुप हाउसिंग विस्तार 2”
कचरा जमा होने के बाद और बारिश होने पर यही गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगता है। यहां के निवासियों ने यूपीसीडा के स्थानीय क्षेत्रीय ऑफिस, ग्रेटर नोएडा, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और सीपीसीबी को अनेकों बार मौखिक रूप से, व्हाट्सएप, ट्विटर, ईमेल और IGRS के माध्यम से शिकायत की, लेकिन सिवाय खानापूर्ति के कुछ नहीं किया गया।
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। यूपीसीडा के अंतर्गत सूरजपुर साइट सी ग्रुप हाउसिंग विस्तार 2, ग्रेटर नोएडा के निवासी कई वर्षों से यहां के ड्रेनेज और सीवर सिस्टम की बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। यहां के निवासियों ने यूपीसीडा प्राधिकरण से बार-बार इन समस्याओं को दुरुस्त करने की मांग की है, लेकिन उन्हें केवल झूठे वादे ही मिले हैं। जब भी जलजमाव की समस्या की शिकायत की जाती है, तो यूपीसीडा इसे अस्थायी रूप से हल कर देता है, लेकिन स्थायी समाधान कभी नहीं होता।
#RaftarToday ग्रुप से जुड़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप चैनल रफ्तार टुडे से जुड़े और रफ्तार टुडे को लाइक करें
समस्याओं की अनदेखी: यूपीसीडा के अधिकारीगण IGRS कंप्लेंट की रिप्लाई में जवाब देते हैं कि सूरजपुर साइट सी ग्रुप हाउसिंग विस्तार 2, ग्रेटर नोएडा में ड्रेनेज एवं सीवेज सिस्टम बिल्कुल सही हालत में हैं। लेकिन इन तस्वीरों को देखकर यहां की स्थिति की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है क्योंकि तस्वीरें कभी झूठ नहीं बोलतीं।
पुराना सिस्टम: इस क्षेत्र के सभी सोसाइटीज के आसपास कमोबेश एक ही स्थिति है। पूरे सूरजपुर साइट सी ग्रुप हाउसिंग एक्सटेंशन-II, ग्रेटर नोएडा का ड्रेनेज सिस्टम पुराना हो चुका है और सीवेज सिस्टम नहीं होने के कारण वर्षा का पानी और सीवर का पानी दोनों एक ही ओपन नाले से होकर बहता है।
ओवरफ्लो और जलजमाव: कचरा जमा होने के बाद और बारिश होने पर यही गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगता है। यहां के निवासियों ने यूपीसीडा के स्थानीय क्षेत्रीय ऑफिस, ग्रेटर नोएडा, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और सीपीसीबी को अनेकों बार मौखिक रूप से, व्हाट्सएप, ट्विटर, ईमेल और IGRS के माध्यम से शिकायत की, लेकिन सिवाय खानापूर्ति के कुछ नहीं किया गया।
यह स्थिति न केवल निवासियों के लिए असुविधाजनक है बल्कि स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए भी खतरनाक है। निवासियों का कहना है कि जब तक इन समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं किया जाता, तब तक उनकी परेशानियां बनी रहेंगी। उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाएगा और निवासियों को इस बदहाली से निजात दिलाएगा।
#RaftarToday ग्रुप से जुड़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप चैनल रफ्तार टुडे से जुड़े और रफ्तार टुडे को लाइक करें