Greater Noida West News: गौतमबुद्धनगर भाजपा विधायकों की प्रतिद्वंदिता ग्रेटर नोएडा वेस्ट से एनपीसीएल तक
सूत्रों के अनुसार दादरी विधायक तेजपाल नागर को यह नागवार गुजरा। उन्होंने गृह कार्य से निवृत्त होते ही इस मोर्चे को संभाला।कल मंगलवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों और भाजपा संगठन के पदाधिकारियों सहित दादरी विधायक ने एनपीसीएल के कार्यालय पर दस्तक दी।
राजेश बैरागी, रफ़्तार टूडे। लोकसभा चुनाव परिणाम आने से पहले ही जिले के भाजपा नेताओं में वर्चस्व की जंग शुरू हो गई है। एक विधायक की दूसरे विधायक के क्षेत्र में सेंधमारी को लेकर सड़क से संगठन तक चर्चाओं का जोर है। अपनी जमीन बचाने के लिए सेंधमारी से विचलित दूसरे विधायक ने समय मिलते ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बिजली समस्याओं को लेकर विद्युत वितरण कंपनी एनपीसीएल पर चढ़ाई कर दी।
दो दिन पहले जेवर विधायक ठाकुर धीरेन्द्र सिंह ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों की बिजली समस्याओं को लेकर एनपीसीएल के अधिकारियों के साथ वार्ता की थी। वार्ता के दौरान एनपीसीएल अधिकारियों ने जेवर विधायक को यथाशीघ्र समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया था। ग्रेटर नोएडा वेस्ट दादरी विधायक तेजपाल नागर का क्षेत्र है।वे अपने बड़े भाई के निधन से गृह कार्य में व्यस्त थे। इस बीच ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासियों की बिजली समस्या के बहाने से जेवर विधायक ने एक प्रकार से उनके क्षेत्र में सेंधमारी की। सूत्रों के अनुसार दादरी विधायक तेजपाल नागर को यह नागवार गुजरा। उन्होंने गृह कार्य से निवृत्त होते ही इस मोर्चे को संभाला।कल मंगलवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों और भाजपा संगठन के पदाधिकारियों सहित दादरी विधायक ने एनपीसीएल के कार्यालय पर दस्तक दी। मांगें वही थीं केवल विधायक बदल गये थे। हालांकि दादरी विधायक ने ज्यादा विस्तार से समस्याएं रखीं।
एनपीसीएल अधिकारियों ने एक बार फ़िर समस्याओं के समाधान की अपनी योजनाओं का ब्यौरा दिया। दो दिन के अंतराल से एक ही क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सत्तारूढ़ दल के दो विधायकों द्वारा अलग-अलग मोर्चा लगाने को लेकर चर्चाओं का दौर चल निकला है। क्या जेवर विधायक दादरी विधायक के क्षेत्र में जानबूझकर घुसपैठ कर रहे हैं और क्या दादरी विधायक जेवर विधायक की घुसपैठ से विचलित हैं? हालांकि दादरी विधायक को जेवर विधायक से विधानसभा क्षेत्र को लेकर कोई संकट नहीं है परंतु संसद जाने के महत्वाकांक्षी जेवर विधायक का यह कदम उनकी छवि को नुकसान तो पहुंचा ही सकता है।