नोएडा और ग्रेटर नोएडा को लूट रहे हैं होर्डिंग माफिया, फर्जी तरीके से कोर्ट का नोटिस दिखाकर थाम रखा है होर्डिंग का टेंडर
चिनार इंपैक्स, अंश मीडिया व वाणी एडवरटाइजिंग मुख्य नाम है आउटडोर एडवरटाइजिंग के
ग्रेटर नोएडा, नोएडा रफ्तार टुडे। नोएडा और ग्रेटर नोएडा को लूट रहे हैं होर्डिंग माफिया। फर्जी तरीके से कोर्ट का नोटिस दिखाकर नही होने दे रहे नए होर्डिंग का टेंडर। इन नामों में चिनार इंपैक्स, अंश मीडिया व वाणी एडवरटाइजिंग मुख्य नाम है आउटडोर एडवरटाइजिंग।
जहां सरकार को करोड़ों रुपयों का राजस्व का नुकसान हो रहा है वही यह माफिया कम रेट में टेंडर लेते हैं और एक टेंडर की जगह 10 यूनिपोल लगाते हैं। अब योगी बुलडोजर इन माफियाओं पर चलेगा या नहीं यह देखने की बात है।
हमारी रिपोर्ट के अनुसार आंधी और बारिश में यूनीपोल के गिरने से 7 या 8 लोगों की मृत्यु हो जाती है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी नंगा नाच देख रही है जबकि उसी कर्मचारी की तानाशाही की वजह से यह हादसे होते हैं।
इसका उदाहरण यह भी है कि अभी कोर्ट आदेश आए नहीं है मगर ग्रेटर नोएडा और नोएडा के कर्मचारी खुद से आदेश मान बैठे हैं। यह कहीं ना कहीं अथॉरिटी के कर्मचारियों की मिलीभगत या कोताई है।
गौरतलब है कि जब हमने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सीनियर मैनेजर सलिल यादव से इस बारे में बात की तो उन्हें कह दिया मैं छुट्टी पर हूं मुझे जानकारी नहीं है, मैं बैक प्रॉब्लम की वजह से मैं छुट्टी पर हूं, 2 दिन पहले यही सलिल यादव कह रहे थे कि 17 तारीख को कोर्ट का नोटिस खत्म हो जाएगा उसके बाद कारवाही करेंगे। इसका मतलब यह है कहीं ना कहीं यह साफ है की अथॉरिटी की मिलीभगत है।