पानीपतएक घंटा पहले
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पीड़िता सुनील।
हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा तहसील के रहने वाले IFFCO सेल्स ऑफिसर साइबर ठगों के जाल में फंस गए। दरअसल, सेल्स ऑफिसर ने गूगल से गूगल पे कस्टमर केयर का नंबर लिया था। वह नंबर ठगों के पास जा मिला। ठगों ने बातों में उलझा कर सेल्स ऑफिसर से खाता संबंधित सभी जानकारी ले ली। जिसके बाद पांच ट्रांजैक्शन में 84 हजार 898 रुपए निकाल लिए। जिसकी शिकायत पीड़ित ने पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बड़ी बात यह है कि ठगों के नंबर अभी भी एक्टिव है। ठग बोलते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। उन तक कोई पहुंच नहीं सकता है।
आधा घंटा की फोन पर बात
समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में सुनील ने बताया कि वह झट्टीपुर समालखा का रहने वाला है। उसके बैंक खाते से 17 दिसंबर की दोपहर करीब 3 बजे 84898 रुपए की ऑनलाइन ठगी हो गई। यह पूरा अमाउंट गूगल से सर्च किए गए गूगल पे के नंबर पर हुई बातचीत के दौरान निकाला गया। दरअसल, गूगल से जो नंबर मिला था, वह साइबर ठगों का नंबर था। उन्होंने खुद को गूगल पे का कर्मचारी बताया और बातों में उलझा कर करीब आधा घंटा बात की और खाते से रुपए उड़ा लिए। ठगों ने मोबाइल फोन पर एक लिंग भेजा था, जिसे खोलने को कहा था। लिंक पर क्लिक करते ही खाते से क्रमशः 19999, 20000, 4500, 20000 और 399 की पांच ट्रांजैक्शन हुई। जैसे ही सुनील के मोबाइल फोन पर खाते से रुपए निकलने के मैसेज आने शुरु हुए तो उसने तत्काल प्रभाव गूगल पे अकाउंट को डिलीट किया। जिससे उसकी अन्य राशि बच गई।
ठगों के नंबर अभी भी एक्टीव, दे रहे धमकी
ठगों ने जिन दो नंबरों से सुनील को फोन किया था, वे दोनों नंबर अभी भी चालू अवस्था में हैं। दोनों एक्टिव नंबरों पर दिन में न जाने कितनी बार कॉल कर अपने रुपए वापस देने का आग्रह करता है। जिस पर ठग बोलते हैं कि उन्होंने जो करना था, वो कर दिया। अब जिसने जो करना है करें। हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। हम तक कोई भी नहीं पहुंच सकता। हमारा नेटवर्क बहुत बड़ा है। इसके अलावा ठग यह भी बोलते हैं कि उनके पास ज्यादा फोन मत कर, क्योंकि ये उनके काम का टाइम है। उन्होंने अन्य लोगों को भी फोन करना होता है।