न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Wed, 08 Dec 2021 01:28 AM IST
सार
लोकनायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि बीते दो दिन में मरीज काफी तेजी से रिकवर हुआ है। उसे सिर में दर्द और जुकाम से काफी परेशानी थी लेकिन मंगलवार सुबह जब डॉक्टर ने उनकी तबियत को लेकर जानकारी ली तो बीती रात से सिरदर्द नहीं हुआ है। इसके अलावा जुकाम में भी 80 फीसदी तक का आराम मिला है।
दिल्ली के पहले ओमिक्रॉन रोगी के स्वास्थ्य में काफी तेजी से सुधार आया है। अब मरीज जल्द ही डिस्चार्ज हो सकता है। हालांकि उससे पहले मरीज को फिर से आरटी पीसीआर जांच को पार करना होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मरीज को होम आइसोलेशन में रहने के लिए भेजा जा सकता है। बहरहाल मरीज की रिकवरी देख डॉक्टर भी काफी खुश हो रहे हैं।
लोकनायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि बीते दो दिन में मरीज काफी तेजी से रिकवर हुआ है। उसे सिर में दर्द और जुकाम से काफी परेशानी थी लेकिन मंगलवार सुबह जब डॉक्टर ने उनकी तबियत को लेकर जानकारी ली तो बीती रात से सिरदर्द नहीं हुआ है। इसके अलावा जुकाम में भी 80 फीसदी तक का आराम मिला है। बुखार पिछले तीन दिन से नहीं है। डॉक्टर का कहना है कि ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज पर दवाएं असर कर रही हैं। अभी तक इस मरीज को हैवी डोज देने की जरूरत नहीं पड़ी है।
लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि अब तक उनके यहां ओमिक्रॉन का एकमात्र यही संक्रमित मामला है जिसे दूसरे संक्रमित या फिर संदिग्ध रोगियों से अलग वार्ड में रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रूप से मरीज की स्थिति अलग दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने बताया कि अभी भी छह से अधिक लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट आना बाकी है।
ओमिक्रॉन के लिए कॉकटेल दवाओं का इंतजाम
कोविड वार्ड में तैनात एक डॉक्टर ने बताया कि कॉकटेल दवाओं का कोविड मरीजों पर काफी असर देखने को मिल रहा है। इन दवाओं का इस्तेमाल केवल माइल्ड यानी हल्के लक्षण ग्रस्त रोगियों में किया जा सकता है ताकि वह गंभीर अवस्था में नहीं पहुंच पाएं। ओमिक्रॉन को लेकर भी इसके इंतजाम किए गए हैं लेकिन अभी तक किसी भी मरीज को इसका सेवन नहीं कराया है। चूंकि ओमिक्रॉन को लेकर अलग से कोई उपचार की प्रक्रिया नहीं है। इसलिए अन्य कोविड मरीजों की तरह उपचार दिया जा रहा है।
तीन और संक्रमित अस्पताल पहुंचे
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को नीदरलैंड और यूके से आए तीन और विदेशी संक्रमित मिलने के बाद लाए गए हैं। इनके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें एक महिला रोगी भी शामिल है। इन तीनों की आयु 34, 35 और 23 वर्ष है। अब तक अस्पताल में 30 लोग भर्ती हो चुके हैं जिनमें से एक ओमिक्रॉन संक्रमित मिला है। वहीं 11 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 30 में से 20 लोग संक्रमित हैं और 10 लोग इनके संपर्क में आने की वजह से संदिग्ध तौर पर रखा गया है। इनमें से अभी 12 लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट ही प्राप्त हुई है।
विस्तार
दिल्ली के पहले ओमिक्रॉन रोगी के स्वास्थ्य में काफी तेजी से सुधार आया है। अब मरीज जल्द ही डिस्चार्ज हो सकता है। हालांकि उससे पहले मरीज को फिर से आरटी पीसीआर जांच को पार करना होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मरीज को होम आइसोलेशन में रहने के लिए भेजा जा सकता है। बहरहाल मरीज की रिकवरी देख डॉक्टर भी काफी खुश हो रहे हैं।
लोकनायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि बीते दो दिन में मरीज काफी तेजी से रिकवर हुआ है। उसे सिर में दर्द और जुकाम से काफी परेशानी थी लेकिन मंगलवार सुबह जब डॉक्टर ने उनकी तबियत को लेकर जानकारी ली तो बीती रात से सिरदर्द नहीं हुआ है। इसके अलावा जुकाम में भी 80 फीसदी तक का आराम मिला है। बुखार पिछले तीन दिन से नहीं है। डॉक्टर का कहना है कि ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज पर दवाएं असर कर रही हैं। अभी तक इस मरीज को हैवी डोज देने की जरूरत नहीं पड़ी है।
लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि अब तक उनके यहां ओमिक्रॉन का एकमात्र यही संक्रमित मामला है जिसे दूसरे संक्रमित या फिर संदिग्ध रोगियों से अलग वार्ड में रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक रूप से मरीज की स्थिति अलग दिखाई नहीं दे रही है। उन्होंने बताया कि अभी भी छह से अधिक लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट आना बाकी है।
ओमिक्रॉन के लिए कॉकटेल दवाओं का इंतजाम
कोविड वार्ड में तैनात एक डॉक्टर ने बताया कि कॉकटेल दवाओं का कोविड मरीजों पर काफी असर देखने को मिल रहा है। इन दवाओं का इस्तेमाल केवल माइल्ड यानी हल्के लक्षण ग्रस्त रोगियों में किया जा सकता है ताकि वह गंभीर अवस्था में नहीं पहुंच पाएं। ओमिक्रॉन को लेकर भी इसके इंतजाम किए गए हैं लेकिन अभी तक किसी भी मरीज को इसका सेवन नहीं कराया है। चूंकि ओमिक्रॉन को लेकर अलग से कोई उपचार की प्रक्रिया नहीं है। इसलिए अन्य कोविड मरीजों की तरह उपचार दिया जा रहा है।
तीन और संक्रमित अस्पताल पहुंचे
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को नीदरलैंड और यूके से आए तीन और विदेशी संक्रमित मिलने के बाद लाए गए हैं। इनके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें एक महिला रोगी भी शामिल है। इन तीनों की आयु 34, 35 और 23 वर्ष है। अब तक अस्पताल में 30 लोग भर्ती हो चुके हैं जिनमें से एक ओमिक्रॉन संक्रमित मिला है। वहीं 11 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 30 में से 20 लोग संक्रमित हैं और 10 लोग इनके संपर्क में आने की वजह से संदिग्ध तौर पर रखा गया है। इनमें से अभी 12 लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट ही प्राप्त हुई है।
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