नई दिल्ली/रायपुर2 घंटे पहले
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राज्यपाल अनुसुइया उइके ने पीएम मोदी को गोबर से बने भगवान श्रीगणेश और भगवान बुद्ध की प्रतिमा के साथ अपने कार्यकाल पर आधारित पुस्तक ‘नई सोच-नई पहल’ भाग-दो भी भेंट की।
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों और उप-राज्यपालों के 51वें सम्मेलन में शामिल हुईं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की और जनजाति सलाहकार परिषद में जनजाति समाज के गैर राजनीतिक व्यक्तियों को अध्यक्ष बनाने का सुझाव दिया।
उइके ने प्रदेश में पेसा एक्ट के नियमों को लागू करने एवं मेसा एक्ट को संसद में पारित करने की मांग की। उइके ने बताया, अब तक वे करीब 10 हजार लोगों से मुलाकात कर चुकी हैं। राजभवन ने राज्य सरकार से अनुसूचित क्षेत्रों में परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए विशेष प्रावधान बनाने को कहा है, ताकि आदिवासियों को शेयर होल्डर बनाया जा सके। उइके ने कहा, छत्तीसगढ़ की 12 जातियों के पात्र व्यक्तियों को जाति प्रमाणपत्र मिलने में कठिनाई हो रही है।