जिम्बावे, रफ़्तार टुडे। टी20 की वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद पहली बार मैदान में उतरी टीम को करारी शिकस्त मिली है. भारतीय टीम को ये शिकस्त उस टीम से मिली है जो टी20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई भी नहीं कर सकी थी। ऐसे में ये हार और भी शर्मनाक है।
हालांकि मैदान में उतरी इस टीम में वर्ल्ड चैंपियन बनने वाला कोई खिलाड़ी नहीं था, मगर आईपीएल में चौके-छक्कों की बारिश करने वाले सितारे भरे पड़े थे. इसके बाद भी मेजबान टीम ने 5 मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले को 13 रनों से अपने नाम कर लिया। वहीं शुभमन गिल की कप्तानी वाली भारतीय टीम 116 रनों का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई। इस साल टी20 इंटरनेशनल में भारत की यह पहली हार है। पहले खेलते हुए जिम्बाब्वे ने 9 विकेट पर 115 रन बनाए थे जबकि भारतीय पारी 102 रनों पर ही सिमट गई।
सुंदर अंत तक लड़े तो रिंकू का खाता भी नहीं खुला
भारतीय टीम के विकेट गिरने का सिलसिला पहले ही ओवर में ही शुरू हो गया। अभिषेक शर्मा बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए। तीसरे नंबर पर उतरे रुतुराज गायकवाड़ भी सिर्फ 7 रन ही बना सके। रियान पराग के बल्ले से 2 रन निकले तो रिंकू सिंह का खाता भी नहीं खुला। पावरप्ले के बाद भारत का स्कोर 28 रन पर 4 विकेट था. 43 के स्कोर पर ध्रुव जुरेल भी आउट हो गए। 31 रनों की पारी खेलने वाले कप्तान शुभमन गिल जब आउट हुए तो भारत का स्कोर 47 रन था।
वहीं भारत के लिए वॉशिंगटन सुंदर अंत तक लड़ते रहे। 61 रन पर 7 विकेट गिरने के बाद आवेश खान और वॉशिंगटन सुंदर के बीच 23 रनों की साझेदारी हुई। आवेश 16 रन बनाकर आउट हुए तो सुंदर अकेले पड़ गए। आखिरी तीन ओवर में भारत को 30 रनों की जरूरत थी 18वें ओवर में 12 रन बने। सुंदर सामने 11वें नंबर का बल्लेबाज होने की वजह से सिंगल भी नहीं ले सकते थे। 19वें ओवर में मुजरबानी ने सिर्फ 2 रन दिए। वहीं आखिरी ओवर की 5वीं गेंद पर सुंदर 27 रन बनाकर आउट हो गए।
रवि और सुंदर की जुगलबंदी ने जिम्बाब्वे को छकाया
लेग स्पिनर रवि बिश्नोई की अगुआई में भारतीय गेंदबाजों ने दबदबा बनाते हुए जिम्बाब्वे की टीम को नौ विकेट पर 115 रन पर रोक दिया. बिश्नोई को ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर का अच्छा साथ मिला। जिससे जिम्बाब्वे की टीम बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद उछाल भरी पिच पर कोई मजबूत साझेदारी करने में जूझती नजर आयी। जिम्बाब्वे ने तेज शुरुआत की और पावरप्ले में उसने दो विकेट पर 40 रन बना लिये थे इनोसेंट काइया के मुकेश कुमार की गेंद पर आउट होने के बाद वेस्ली मधेवेरे (21 रन) और ब्रायन बेनेट (22 रन) ने तेजी से 34 रन जोड़े. छठे ओवर में बिश्नोई ने बेनेट को अपनी गुगली पर आउट कर जिम्बाब्वे की पारी का रुख ही बदल दिया। फिर जिम्बाब्वे के तीन और बल्लेबाज पवेलियन लौट गये। जिसमें मधेवेरे के अलावा ब्लेसिंग मुजारबानी और ल्यूक जोंगवे शामिल थे।
कप्तान सिकंदर रजा (17 रन) के संयम से टीम ने संभालने की कोशिश की। टीम में हड़बड़ाट साफ दिख रही थी. जोनाथन कैंपबेल (शून्य) रन आउट हो गये। अब जिम्बाब्वे की उम्मीदें कप्तान रजा पर लगी थीं, उन्होंने आवेश पर सिर के ऊपर से छक्का जड़कर उम्मीद जगाई. फिर आवेश ने अतिरिक्त उछाल का पूरा फायदा उठाते हुए रजा को जल्द ही आउट कर दिया। वाशिंगटन ने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट झटके। उन्होंने मायर्स (23 रन) और वेलिंगटन मास्काद्जा (शून्य) को पवेलियन भेजा।