नई दिल्ली14 घंटे पहले
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लगातार बढ़ रही वायु प्रदूषण ने दिल्ली वालों का चिंता बढ़ा दी है। सोमवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में है, लेकिन केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार अगले कुछ दिन में वायु प्रदूषण ‘खराब’ और इसके बा बहुत ‘खराब’ श्रेणी में पहुंचने का का डर सता रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, देश की राजधानी में सोमवार को सुबह सात बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 165 रहा, जो कि सामान्य है।
हालांकि यह अगले कुछ दिन में ‘खराब’ श्रेणी पहुंच सकता है। ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) कार्यक्रम की सहयोगी एलएस कुरिंजी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में दिल्ली की हवा में मौजूद पीएम 2.5 का स्तर बढ़ रहा है। एलएस कुरिंजी इसका वजह परिवहन, उद्योगों और बिजली संयंत्रों से उत्सर्जन का बढ़ना बता रहा है।
पड़ोसी राज्यों के पराली बनी मुसीबत
दिल्ली के लिए पड़ोसी राज्यों का पराली मुसीबत का कारण बन गया है। वैसे पिछले कुछ दिनों में हरियाणा और पंजाब में किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने के कारण भी दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ा है। दरअसल, 1 सितंबर से 10 अक्टूबर के बीच पंजाब में 676 और हरियाणा में 193 जगह पराली में आग लगाने की घटनाएं हुई हैं. हरियाणा के कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल और अंबाला के साथ पंजाब के अमृतसर, तरनतारन और पटियाला में खेतों में आग देखी गयी है।
वायु प्रदूषण रोकने के लिए दिल्ली सरकार का मेगा प्लान
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर वृक्षारोपण का मेगा प्लान तैयार किया है। दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण रोकने के लिए धूल को उड़ने से बचाने के लिए फ्लाईओवरों पर झाड़ियों, लताओं और किस्म-किस्म के फूलों की मदद से हरियाली को बढ़ाने का फैसला किया है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्ूडी) के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, कई चिह्नित सड़कों और फ्लाईओवर के मध्य और किनारे व ओवरब्रिज की दीवारों पर मौसमी फूलों के पौधे और झाड़ियां लगाने का काम कर रहीं है।