JAGAT FARM NEWS : रितु माहेश्वरी के दफ्तर पहुंची शहर की बड़ी समस्या, जाम मुक्त बनेगा जगत फार्म
ग्रेटर नोएडा,रफ्तार टुडे : गोलचक्कर और सेक्टरों के बने अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए सीईओ रितु माहेश्वरी से अपील की है। जिस पर सीईओ ने सभी डिवीजन के प्रभारियों को शहर की गली, नुक्कड़ और चौराहे आदि को अवैध कब्जे से मुक्त कराने के निर्देश दिए है।
ग्रेटर नोएडा की जगत फार्म और अमतपुरम बाजार शहर की सबसे व्यस्त मार्केट हैं। इस मार्केट में शहर के सभी आवासीय सेक्टर और सोसायटी के लोग खरीदारी करने के लिए आते हैं। जगत फार्म और अमतपुरम में अवैध दुकानों और मार्केट तो बना डालीं, लेकिन गाड़ियों को खड़ी करने के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी। दुकानदार अपनी दुकानों के आगे ठेली लगवाते है और इसके एवज में पैसे लेते है। जिससे दुकानों के आगे सड़क तक अवैध अतिक्रमण हुआ रहता है। हर रोज लोग कई घंटे जाम में फंसे रहते हैं।
इस समय शहर में समस्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। अगर ग्रेटर नोएडा शहर को अंतरराष्ट्रीय शहर बनाना है तो प्राधिकरण को अपनी सोच में बदलाव करना होगा। पुराने विचारों और पुराने ढंग को खत्म करके पुनः नए तरीके से शहर को बदलने के लिए विचार करना होगा।
शहर के लोग काफी समय से इस समस्या को उठा रहे हैं, लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “जब ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के निवेशक ग्रेटर नोएडा आएंगे तो उनको परीचौक पर गुड की बैलगाड़ी और रेहड़ी-पटरी दिखाई देगी। इस समय ग्रेटर नोएडा शहर का यही हाल है। अगर निवेशक ऐसे देखेंगे तो उनके मन में क्या धारणा बनेगी?”
प्राधिकरण की गलती शहर वासियों पर पड़ी भारी
उन्होंने कहा कि आज के समय में स्थाई वेंडर जोन बनाना एक बहुत बड़ी गलती है। इसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का यह काम शहर की हालत को बिगाड़ देगा और बेशकीमती जमीन को कूड़े घर में तब्दील कर देगा।
‘समस्या और समाधान’ इस समय शहर में जागरूकता की बहुत आवश्यकता है। आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ऐच्छर गांव के पास अवैध अतिक्रमण को हटाया है, लेकिन अभी भी शहर के विभिन्न स्थानों पर इसी अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ है।
जागरूक होना होगा और प्राधिकरण को रोजाना एक्शन लेना होगा। अन्यथा, शहर की हालत तो बद से बदतर होती जा रही है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो हालत और भी ज्यादा बेकार हो जाएगी। फिर वह दिन दूर नहीं होगा, जब ग्रेटर नोएडा में एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर में जाने के लिए भारी जाम का सामना करना पड़ेगा।