Jewar Airport Breking News: अक्टूबर 2024 से शुरू होंगी उड़ान, मथुरा से 7 किलोमीटर पहले नया ग्रीनफील्ड शहर बसेगा
औद्योगिक विकास मंत्री अतिक्रमण को लेकर सख्त, यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विकास कार्यों, लाॅजिस्टिक पार्क, वेयरहाउस निर्माण और भूमि आवंटन के साथ ही अन्य योजनाओं की समीक्षा की
जेवर, रफ्तार टुडे।
देश के सबसे बड़े नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से अक्टूबर 2024 में उड़ान शुरू हो जाएंगी। निर्माण पूरा करके मार्च 2024 में एयरपोर्ट की टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने यह जानकारी दी है।
नन्दी ने बुधवार को पिकअप भवन में यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विकास कार्यों, लाॅजिस्टिक पार्क, वेयरहाउस निर्माण और भूमि आवंटन के साथ ही अन्य योजनाओं की समीक्षा की।
अधिकारियों को यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले सभी इलाकों में समुचित विकास कराने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा बैठक में नन्दी ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की योजनाओं को सरल बनाते हुए इंडस्ट्रियल एरिया में ग्रुप हाउसिंग की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मंत्री नन्दी ने कहा, “जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट अक्टूबर 2024 तक बन कर तैयार हो जाएगा।
मार्च 2024 से एयरपोर्ट का संचालन करने के लिए जरूरी टेस्टिंग शुरू हो जाएगी।” बैठक में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए एक हजार एकड़ भूमि अधिग्रहित करने की प्रक्रिया जारी है। मंत्री नन्दी ने अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में धन उगाही की शिकायत आने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, विशेष सचिव बीएन सिंह, यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह, एडिशनल सीईओ मोनिका रानी आदि अधिकारीगण मौजूद रहे। बुलन्दशहर और हाथरस जनपदों के कुछ गांवों को डिनोटीफाई करने का अनुरोध किया गया था। नोएडा से आगरा तक एक्सप्रेसवे से सटे हुए गांव ही यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में रहें, ऐसा प्रस्ताव है।
अथॉरिटी के दायरे में कुल 1,188 गांव आ रहे हैं। बताया गया कि इस वर्ष जमीन क्रय का लक्ष्य तीन गुना अधिक रखा गया है। बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2021 के पहले क्वार्टर में 543.94 करोड़ राजस्व की प्राप्ति हुई थीं। वहीं, 2022 के फर्स्ट क्वार्टर में 156 प्रतिशत ग्रोथ के साथ 852 करोड़ रुपए की राजस्व प्राप्ति हुई हैं। जिसे भूमि अधिग्रहण व निर्माण विकास पर व्यय किया जाएगा।
यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण 29 गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित कर रहा है। इसमें से तीन गांव को स्मार्ट विलेज बनाया जा रहा है। जहां अब तक 90 प्रतिशत कार्य पूरे हो गए हैं। सितम्बर तक 100 प्रतिशत कार्य पूरे हो जाएंगे। बताया गया कि स्मार्ट विलेज में कचरा निस्तारण व्यवस्था, नाला, सीवर, पेयजल आपूर्ति, बिजली, सड़क, ओपन एरिया, शैक्षिक व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था करने के साथ ही प्रत्येक गांव में सीएससी खोलने की तैयारी है।
मथुरा से 7 किलोमीटर पहले नया ग्रीनफील्ड शहर बसेगा
राया नगरीय केंद्र वृंदावन की महायोजना में बांके बिहारी मंदिर के चारों तरफ ग्रीनफील्ड शहर बनाने की योजना थी, लेकिन अतिक्रमण के कारण अब मथुरा से सात किलोमीटर पहले एक नया ग्रीनफील्ड शहर बनाने के प्रस्ताव पर कार्य चल रहा है। जिसे डेढ़ वर्ष में पूरा किया जाएगा। मंत्री नन्दी ने मथुरा की समृद्ध विरासत को इस तरह से चित्रित करने के निर्देष दिए, जो विष्व पटल पर अद्वितीय हो, यह हमारा ड्रीम प्रोजेक्ट है।