ललित फाउंडेशन ने आयोजित किया “पंचम अद्भुत युवा कवि सम्मेलन” प्रवासी साहित्यकार श्री जितेंद्र भारद्वाज “जीतू जलेसरी” जी की किताब “उम्र लगी है” का विमोचन कार्यक्रम
रफ्तार टुडे। बीती 16 अक्टूबर 2022 की तारीख़ हिंदी कविता की वाचिक परम्परा और शब्द साधकों के लिए बेहद सुनहरी रही। ललित फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम सही मायनों मे साहित्य, संगीत, सत्ता और समाचार संपादको का संगम सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम के पहले चरण में प्रवासी भारतीय जितेंद्र भारद्वाज “जीतू जलेसरी” जी की किताब का विमोचन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उपसभापति राज्यसभा, माननीय सांसद श्री सुरेंद्र नागर, सुदर्शन न्यूज़ के चेयरमैन श्री सुरेश चव्हाणके, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल, उत्तर प्रदेश राज्य भाषा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष श्री राज नारायण शुक्ला, वरिष्ठ साहित्यकार श्री तेज नारायण शर्मा बेचैन, प्रसिद्ध न्यूज चैनल आज तक के प्रोड्यूसर पंकज शर्मा आदि की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का प्रारंभ देश के उभरते संगीतकार श्री रजत आचार्य एवं उनके साथियों ने संगीत साधना के साथ जीतू जलेसरी की ग़ज़लों के गायन के साथ किया। तत्पश्चात कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि एवं मिमिक्री आर्टिस्ट श्री दीपक सैनी जी ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से श्रोताओं को गुदगुदाया।
इसके बाद कार्यक्रम में विशिष्ट प्रतिभाओं का सम्मान किया गया जिनमे, समाजसेवा के लिए प्रसिद्ध बी पी अग्रवाल सम्मान वरिष्ठ समाजसेवी मनमोहन मित्तल जी को दिया गया, कुशाग्र सम्मान से कवि पीयूष मालवीय को सम्मानित किया गया, वहीँ ललित काव्य सम्मान से युवा कवि प्रदीप तिवारी को सम्मानित किया गया।
पंचम अद्भुत युवा कवि सम्मेलन में इस साल देश भर से 12 युवा कवि चयनित किये गए जिनमें प्रयागराज से पीयूष मालवीय, गाजियाबाद से मोनू त्यागी, दिल्ली से रीना झा, जयपुर से सपना शर्मा, गाजियाबाद से वैभव शर्मा, हरिद्वार से विदित भाटिया, बदायूं से उपेंद्र फतेहपुरी, प्रयागराज से आनंद राज सिंह, प्रयागराज से कुमार विकास, हरियाणा से कुमार राघव, गोंडा से संदीप सोनी और लखनऊ से स्वराज शुक्ला का चयन हुआ। कवि सम्मेलन का संचालन हास्य कवि कुशल कुशवाहा द्वारा किया गया।
इन सभी कवियों ने कवि सम्मेलन में शानदार काव्य पाठ करते हुए श्रोताओं का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के अंत में ललित फाउंडेशन की युवा टीम द्वारा “उम्र लगी है” किताब के रचयिता कवि जितेंद्र भारद्वाज (जीतू जलेसरी) जो कि अफ्रीका में रहते हुए मा हिंदी की सेवा में प्रयासरत हैं उनके लिए एक ट्रिब्यूट वीडियो प्ले की गई।
ललित फ़ाउंडेशन संस्था के संस्थापक राष्ट्रीय कवि अमित शर्मा ने सभी आगंतुकों को आभार प्रकट करते हुए भविष्य में भी ऐसे समृद्ध साहित्य कार्यक्रमों को करने का एलान किया।
कार्यक्रम में रूपा राजपूत, महुआ महक, शिखा दीप्ति, स्वदेश यादव, दुर्गेश तिवारी आदि अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। लगी है” का विमोचन सम्पन्न।