रफ़्तार टुडे, नॉएडा। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन बनेगा। यह सवाल आजकल ना केवल यूपी, बल्कि पूरे देश भर के राजनीतिक गलियारों में पूछा जा रहा है। उत्तर प्रदेश के तमाम नेता इस पद पर आसीन होने के लिए जोड़-तोड़ करने में जुटे हैं। भाजपा उत्तर प्रदेश इकाई से ब्राह्मण नाराज थे। उनकी नाराजगी पूरी भाजपा यूपी से लेकर मुख्यमंत्री तक थी, लेकिन यह दूरी कम करना का काम किया सांसद डॉक्टर महेश शर्मा ने, उनकी ड्यूटी लगाई गई 16 जिलों में और उन्होंने काम भी किया और उन 16 जिलों में बीजेपी को जिताया भी।
दरअसल, नोएडा कैलाश अस्पताल में गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ.महेश शर्मा और बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी, कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह, कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी के साथ उनकी एक मुलाकात हुई और लम्बी मंत्रणा हुई। दरअसल, इस बार यूपी भाजपा की कमान किसी ब्राह्मण नेता को सौंपने की तैयारी चल रही है। इसी सिलसिले में राज्य के कई बड़े ब्राह्मण चेहरों के नाम इस दौड़ में शामिल है।
गौतम नगर सांसद डॉक्टर ने रफ्तार टुडे से बात करते हुए कहा कि मैं उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष बनने की दौड़ में नहीं हूं और पार्टी जो मुझे ड्यूटी देगी वह मैं पूरी कर्तव्य निष्ठा के साथ करूंगा। और यह कोरी अफवाह है कि मैं रेस में हूं। बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी बुधवार को नोएडा पहुंचे, एक वेबसाइट ने गलतफहमी में यह खबर छाप दी के में उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष बनने की दौड़ में हूं। मेरा काम है अपनी पार्टी के लिए काम करना और इसीलिए सांसद बस्ती हरीश द्विवेदी और कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह जी, कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी मुझसे मिले।
पश्चिम से पूरब तक में डॉक्टर महेश शर्मा लोकप्रिय ब्राह्मण चेहरा है। दूसरी ओर पूर्वांचल में हरीश द्विवेदी, धर्मपाल सिंह और उपेंद्र चौधरी पश्चिम के वरिष्ठ नेता है उन्होंने कहा कि हमारी मीटिंग पर्सनल है। भाजपा इस बार किसी ब्राह्मण को ही उत्तर प्रदेश में कमान सौंपना चाहती है।
यह भाजपा उत्तर प्रदेश का आंतरिक मामला है की किसे प्रदेशाध्यक्ष बनाएगी यह हमारी शीर्ष नेतृत्व तय करेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री हैं हरीश त्रिवेदी
बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री है। रफ्तार टुडे से खास बातचीत में उन्होंने भी कहा कि यह हम हमारी पार्टी तय करेगी कौन प्रदेश अध्यक्ष बनेगा और कौन नहीं।वह पहले उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के अध्यक्ष रह चुके हैं।
डॉ.महेश शर्मा जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। जिसके बाद वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के दौरान दोनों को लोकसभा का टिकट दिया गया। इस चुनाव में हरीश द्विवेदी और डॉक्टर महेश शर्मा जीतकर संसद पहुंचे थे। हरीश द्विवेदी पिछले दो बार से सांसद हैं और अभी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री हैं। हरीश द्विवेदी बिहार के राज्य प्रभारी
ब्राह्मण समाज में डॉक्टर महेश शर्मा का बड़ा रसूख माना जाता है।
कई और ब्राह्मण चेहरे दौड़ में शामिल
यूपी बीजेपी की कमान संभालने के लिए सांसद डॉ.महेश शर्मा और हरीश द्विवेदी के अलावा कई और बड़े चेहरे दौड़ में शामिल है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रह चुके श्रीकांत शर्मा का नाम जोर-शोर से चला था। श्रीकांत शर्मा दूसरी बार मथुरा से विधायक चुने गए हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व डिप्टी चीफ मिनिस्टर डॉक्टर दिनेश शर्मा का नाम भी इस पद के लिए लिया जा रहा है। हालांकि अभी तक दिनेश शर्मा कैंप से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। तीसरा ब्राह्मण चेहरा मेरठ-सहारनपुर शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा है। श्रीचंद शर्मा अभी भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के संयोजक हैं। पूर्व में वेस्ट यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। उनके पास भी लंबा राजनीतिक अनुभव है। कुल मिलाकर आने वाले दिनों में यूपी भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने वाला है। लिहाजा आने वाले दिनों में ऐसी मुलाकातें और मेलजोल खूब देखने के लिए मिलेंगे।
पश्चिम से योगी सरकार में ब्राह्मण चेहरा नहीं
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का अगला अध्यक्ष ब्राह्मण नेता होगा। उसका चुनाव वेस्ट यूपी से किया जाएगा। इस बात को समर्थन करने के लिए भाजपा के तमाम नेता तर्क दे रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि योगी आदित्यनाथ सरकार में पश्चिम उत्तर प्रदेश से किसी ब्राह्मण चेहरे को स्थान नहीं दिया गया है।