गाजियाबाद44 मिनट पहले
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नोएडा में एयर पोल्यूशन कंट्रोल टॉवर बुधवार से शुरू हो गया। दावा है कि एक किलोमीटर रेडिएस हवा को यह साफ कर देगा।
दिल्ली से सटे नोएडा जिले में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सभी स्कूल-कॉलेज 21 नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं। सरकारी व अर्द्धसरकारी कार्यालयों में सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ को बुलाया जाएगा। फिलहाल सभी निर्माण कार्य बंद रहेंगे। इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर बाकी स्थानों पर लगे डीजल जेनरेटर भी नहीं चल पाएंगे।
बुधवार को गौतमबुद्धनगर डीएम सुहास एल वाई की अध्यक्षता में हुई जिला पर्यावरण समिति, वृक्षारोपण समिति और जिला वैटलेंड समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग कमेटी की सिफारिशों के बाद इन फैसलों को तत्काल प्रभाव से अमल में लाने का निर्देश दिया गया है।
यह निर्णय भी लिए गए
- धूल उड़ाने व वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई हो
- प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट तथा सूखे-गीले कूड़े का निस्तारण हो
- खाली स्थानों पर कूड़ा नहीं जलाया जाए
- ठोस अपशिष्ट को इकट्ठा करने हेतु डंपिंग ग्राउंड बनाया जाए। वहां फायर लाइन और पानी के स्त्रोत हों
- खुले स्थान में कूड़ा जलाने वाले व्यक्ति के विरुद्ध एफआईआर हो
- सभी तरह के स्कूल और कॉलेज 21 नवंबर तक बंद रखे जाएं
- पांच साल में किए गए वृक्षारोपण की सत्यापन रिपोर्ट उपलब्ध कराएं
- जिले के तालाबों में पानी की जांच कराई जाए
दिल्ली में 21 नवंबर तक ट्रकों की एंट्री बंद
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी विवेक राय ने बुधवार को एक पत्र गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली और बुलंदशहर के डीएम व क्षेत्रीय अधिकारी पीसीबी को भेजा है। इसमें कहा गया है कि सिर्फ गैस से चलने वाली फैक्ट्रियां संचालित की जाएं, जबकि तेल से चलने वाली फैक्ट्रियों को तत्काल बंद कर दिया जाए। आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर शेष सामान लेकर जाने वाले ट्रकों की एंट्री 21 नवंबर तक दिल्ली में बंद की जाए। सभी प्रकार के निर्माण कार्यों को भी बंद करने के लिए इस पत्र में कहा गया है। इस पत्र में एनसीआर के इन सात जिलों में सभी स्कूल-कॉलेज बंद करने के लिए कहा गया है, लेकिन अभी आदेश सिर्फ नोएडा डीएम ने जारी किया है।