New Noida: न्यू नोएडा पर नए अपडेट, बिल्डिंग बायलॉज से लैंडयूज और खेल मैदान तक जानें सबकुछ नए नोएडा में अलग-अलग सेक्टरों के बीच जंगलनुमा क्षेत्र नजर आएगा, पार्क और खेल मैदान की जमीन से अलग से छोड़ी जाएगी
ग्रेटर नोएडा के दादरी और बुलंदशहर की जमीन पर बसने वाले नए नोएडा (New Noida Update) में अलग-अलग सेक्टरों के बीच जबा' जंगलनुमा क्षेत्र नजर आएगा। पार्क और खेल मैदान की र्जमीन से अलग ईको सेंसेटिव जोन की तर्ज पर सेक्टरों के बीच इसके लिए जमीन छोड़ी जाएगी।
नॉएडा, रफ़्तार टुडे। न्यू नोएडा (New Noida)पर नए अपडेट आगया है। बिल्डिंग बायलॉज (Building Bioloj) से लैंडयूज (Landuse ) और खेल मैदान तक जानें सबकुछ नए नोएडा में अलग-अलग सेक्टरों के बीच जंगलनुमा क्षेत्र नजर आएगा। पार्क और खेल मैदान की जमीन से अलग ईको सेंसेटिव जोन(Eco Sensitive Zone) की तर्ज पर सेक्टरों के बीच इसके लिए जमीन छोड़ी जाएगी।
ग्रेटर नोएडा के दादरी और बुलंदशहर की जमीन पर बसने वाले नए नोएडा (New Noida Update) में अलग-अलग सेक्टरों के बीच जबा’ जंगलनुमा क्षेत्र नजर आएगा। पार्क और खेल मैदान की र्जमीन से अलग ईको सेंसेटिव जोन की तर्ज पर सेक्टरों के बीच इसके लिए जमीन छोड़ी जाएगी। इस जमीन को जंगलनुमा रखा जाएगा। भारतीय मानक ब्यूरो की तरफ से तैयार किए नए बिल्डिंग बायलॉज को प्राधिकरण अपनाएगा। हरियाली से संबंधित बायलॉज को नए नोएडा को बसाते समय सख्ती से लागू कराया जाएगा।
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के लिए कंक्रीट के बढ़ते उपयोग को रोकना बेहद जरूरी है। नोएडा शहर का अधिकांश हिस्सा बस चुका है। यहां कंक्रीट से ऊंची इमारतें बन चुकी हैं। हरियाली के नाम पर खानापूर्ति हुई है। हिंडन और यमुना किनारे डूब एरिया में तेजी से अवैध अतिक्रमण हो रहा है।
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फुटओवर ब्रिज और स्काईवॉक के लिए भी मानक तय कर दिए हैं, होर्डिंग लगाने पर सख्ती होगी
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि लैंडयूज के हिसाब से आवासीय, औद्योगिक और संस्थागत सेक्टर की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही यह व्यवस्था तय की गई स है कि जहां पर लैंडयूज बदलेगा, वहां पर 30 मीटर चौड़ी ग्रीन बेल्ट की जमीन छोड़नी होगी। उदाहरण के तौर पर औद्योगिक सेक्टर के बाद आवासीय सेक्टर है तो दोनों के बीच में 30 मीटर चौड़ी ग्रीन बेल्ट देनी होगी। अगला लेख नए बिल्डिंग बायलॉज में भारतीय मानक ब्यूरो ने नोएडा की जरूरत को देखते हुए फुटओवर ब्रिज और स्काईवॉक के लिए भी मानक तय कर दिए हैं। मुख्य शर्त यह है कि एफओबी के दोनों तरफ लोगों के उतरने और आने-जाने के लिए कम से कम 1.80 मीटर चौड़ा फुटपाथ होना चाहिए। उंचाई कम से कम 5.50 मीटर जरूरी होगी।
नए बिल्डिंग बायलॉज ( New Building Bioloj) में भारतीय मानक ब्यूरो ने नोएडा में जगह-जगह लग रही होर्डंग्स और उनके खतरों से भी आगाह कराया है। ब्यूरो की तरफ से बताया गया है कि अगला लेख इमारत अगर ग्रुप हाउसिंग है तो उसमें कोई भी होर्डिंग-Y साइनेज नहीं लग पाएगा। इसी दायरे में पब्लिक प्लेस और बाजार भी आएंगे। वहीं, जो होर्डिंग लगाई जाएंगी, उनके लिए प्राधिकरण को स्ट्रक्चरल ऑडिट का प्रमाण-पत्र लेना होगा। यह नियम मौजूदा शहर पर प्रभावी हो जाएगा।