Greater Noida West News : बिल्डर की मनमानी, यूपीईआरसी और एनपीसीएल के आदेशों का उल्लंघन कर काटी एओए अध्यक्ष के घर की बिजली, निवासी बोले अंतिम सांस तक करेंगे संघर्ष
ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अजनारा होम्स के निवासियों के लिए एक और विवाद सामने आया है, जब बिल्डर और मेंटेनेंस एजेंसी ने उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (UPERC) और एनपीसीएल के स्पष्ट आदेशों का उल्लंघन करते हुए एओए अध्यक्ष चंदन सिन्हा के घर की बिजली काट दी। यह घटना तब घटी जब सिन्हा अपने घर से बाहर थे और उनके घर में केवल महिलाएं मौजूद थीं। बिजली काटने की यह कार्रवाई न केवल एक गंभीर उल्लंघन है, बल्कि यह पहले से जारी आदेशों का भी खुला अपमान है।
आदेशों की स्पष्टता: क्या कहता है कानून?
यूपीईआरसी और एनपीसीएल के आदेशों के मुताबिक, सामान्य रखरखाव शुल्क या अन्य गैर-विद्युत संबंधित बकायों के कारण किसी की बिजली काटना गैरकानूनी है। केवल तब बिजली की आपूर्ति रोकी जा सकती है, जब विद्युत शुल्क के लिए बकाया हो और वह बकाया बिल अलग से दिखाया गया हो। बावजूद इसके, अजनारा होम्स में बिल्डर और मेंटेनेंस एजेंसी ने चंदन सिन्हा के प्रीपेड मीटर के रिचार्ज होने के बाद भी उनकी बिजली आपूर्ति बंद कर दी। यह कदम सीधे तौर पर यूपीईआरसी और एनपीसीएल के आदेशों का उल्लंघन है।
घटना का विवरण और आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, चंदन सिन्हा ने सुबह 6 बजे अपने प्रीपेड मीटर को रिचार्ज कराया था और मेंटेनेंस एजेंसी को इसकी सूचना भी दी थी। इसके बावजूद, बिना किसी स्पष्ट कारण के उनका बिजली कनेक्शन काट दिया गया। आरोप है कि यह कदम जानबूझकर उठाया गया, क्योंकि सिन्हा पहले से ही बिल्डर के खिलाफ हाई कोर्ट में मामले को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल एक व्यक्तिगत अपमान का रूप ले चुकी हैं, बल्कि यह सामूहिक रूप से पूरे अपार्टमेंट के निवासियों के अधिकारों का उल्लंघन भी है।
बिल्डर पर गंभीर आरोप
अजनारा होम्स के बिल्डर पर कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं, जिनमें प्रमुख हैं: यूपीईआरसी और एनपीसीएल के आदेशों का उल्लंघन किया जा रहा है। पिछले महीने का बिल और ऑडिट रिपोर्ट अब तक निवासियों को नहीं दी गई है।
नोब्रोकरहुड ऐप से पुरानी शिकायतें हटाई जा रही हैं और चार्ज ब्रेकअप छिपाए जा रहे हैं। अव्यवस्थित तरीके से अमाउंट काटने की घटनाएं आम हो चुकी हैं। निवासियों द्वारा बार-बार एनपीसीएल, प्राधिकरण और पुलिस को शिकायतें की जा चुकी हैं।
पहले भी अग्निशमन विभाग ने बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हुआ है।
निवासियों का संघर्ष और आक्रोश
यह पहली बार नहीं है जब अजनारा होम्स के निवासियों को इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले भी बिजली काटने और धमकाने जैसी घटनाओं ने लोगों को निराश किया है। निवासियों का कहना है कि बिल्डर समाज में अव्यवस्था पैदा कर रहा है और नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है। यह स्थिति पूरे समाज को प्रभावित कर रही है और लोग मजबूर होकर अपना संघर्ष जारी रखे हुए हैं। उनका कहना है कि अब वे आखिरी सांस तक संघर्ष करेंगे और इस स्थिति से निपटने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।
अधिकारियों से अपील: अब कार्रवाई होनी चाहिए
अजनारा होम्स के निवासी यूपीईआरसी और एनपीसीएल से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। निवासियों ने एकजुट होकर यह निर्णय लिया है कि अब वे बिल्डर के खिलाफ न्याय के लिए खड़े होंगे और किसी भी तरह के अन्याय को स्वीकार नहीं करेंगे।
यह घटना न केवल अजनारा होम्स के निवासियों के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि पूरे ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिल्डरों द्वारा किए जा रहे अवैध और गैरकानूनी कृत्यों का एक और उदाहरण बन गई है। जब तक प्राधिकरण और संबंधित अधिकारी इस मामले पर त्वरित कार्रवाई नहीं करेंगे, तब तक यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
निवासियों का संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है, और उनका विश्वास है कि सही और कानूनी कदम उठाए जाने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
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