गाजियाबाद, रफ़्तार टुडे। गाजियाबाद शहर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। उन्होंने सपा गठबंधन के उम्मीदवार सिंहराज जाटव को 69,000 वोटों के भारी अंतर से हराकर भाजपा का परचम बुलंद किया। 20 नवंबर को हुए इस उपचुनाव में कुल 1,54,000 वोट पड़े, जिनमें से 96,000 वोट अकेले संजीव शर्मा को मिले। यह जीत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा संगठन के मजबूत जनाधार की बड़ी सफलता मानी जा रही है।
अतुल गर्ग के सांसद बनने से खाली हुई थी सीट
गाजियाबाद विधानसभा सीट भाजपा विधायक अतुल गर्ग के सांसद बनने के बाद खाली हुई थी। पार्टी ने इस बार महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा पर भरोसा जताया और यह दांव पूरी तरह से सही साबित हुआ। संजीव शर्मा ने न केवल पार्टी की प्रतिष्ठा को बनाए रखा बल्कि जीत के अंतर से इसे ऐतिहासिक बना दिया।
चुनाव प्रचार में सीएम योगी का जलवा
चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद में कई जनसभाएं कीं। उन्होंने जनता से भाजपा को वोट देने की अपील की और संजीव शर्मा को “स्थानीय और जनता से जुड़ा उम्मीदवार” बताया।
CM योगी आदित्यनाथ का कहना था, “गाजियाबाद का विकास भाजपा के हाथों में सुरक्षित है। भाजपा की सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था और बुनियादी ढांचे को नई ऊंचाई दी है।”
सीएम योगी के इस अपील ने वोटरों पर गहरा असर डाला, जिसका परिणाम भारी जीत के रूप में सामने आया।
संजीव शर्मा: एक कार्यकर्ता से विधायक तक का सफर
संजीव शर्मा ने भाजपा के एक आम कार्यकर्ता से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। महानगर अध्यक्ष के रूप में उन्होंने पार्टी के संगठन को मजबूत किया। उनके द्वारा उठाए गए स्थानीय मुद्दों और जनता के बीच लोकप्रियता ने उन्हें इस जीत का असली हकदार बनाया।
गाजियाबाद के राजनीतिक इतिहास में यह पहली बार हुआ कि महानगर अध्यक्ष सीधे विधायक बने।
संजीव शर्मा ने जीत के बाद कहा,
“यह जीत भाजपा के हर कार्यकर्ता की मेहनत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व का परिणाम है। मेरा उद्देश्य गाजियाबाद को विकास के नए आयाम पर ले जाना है।”
भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर
जीत के बाद भाजपा कार्यालय और गाजियाबाद की सड़कों पर कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बन रहा था।
जगह-जगह मिठाइयां बांटी गईं।
ढोल-नगाड़ों के साथ विजय जुलूस निकाला गया।
कार्यकर्ताओं ने संजीव शर्मा को माला पहनाकर बधाई दी और उनकी जीत को जनता की जीत बताया। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इसे पार्टी के संगठन, नेतृत्व और विकास कार्यों की जीत करार दिया।
भाजपा की मजबूत रणनीति और विपक्ष की हार
इस उपचुनाव में भाजपा की रणनीति विपक्ष पर भारी पड़ी।
- स्थानीय चेहरा:
संजीव शर्मा को प्रत्याशी बनाने का निर्णय भाजपा की सोच को दर्शाता है।
शर्मा का जनता से सीधा जुड़ाव और संगठनात्मक अनुभव उनकी बड़ी ताकत बना।
- संगठनात्मक ताकत:
भाजपा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर प्रचार किया।
हर बूथ पर कार्यकर्ताओं ने मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित किया।
- विपक्ष की कमजोर रणनीति:
सपा गठबंधन के प्रत्याशी सिंहराज जाटव जनता का भरोसा जीतने में नाकाम रहे।
सपा-बसपा के पुराने जनाधार का अभाव इस हार का प्रमुख कारण बना।
गाजियाबाद को मिलेगा विकास का नया अध्याय
संजीव शर्मा की जीत से गाजियाबाद को नए विकास कार्यों की उम्मीद है।
शहरी विकास: सड़क, पानी, बिजली और परिवहन की समस्याओं का समाधान।
युवाओं के लिए रोजगार: स्थानीय उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देना।
स्वास्थ्य और शिक्षा: नए अस्पताल और स्कूल-कॉलेज की सुविधाएं।
संजीव शर्मा ने अपने विजयी भाषण में कहा,
“गाजियाबाद के विकास के लिए मैं दिन-रात मेहनत करूंगा। यह सीट केवल मेरी नहीं, बल्कि हर गाजियाबादवासी की है।”
भाजपा के लिए बड़ा संकेत
यह जीत भाजपा के लिए केवल एक उपचुनाव की सफलता नहीं है, बल्कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एक बड़ा संदेश है। भाजपा ने दिखा दिया है कि वह स्थानीय और युवा चेहरों को प्राथमिकता देकर जनता का विश्वास जीत सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी का मजबूत आधार बना हुआ है।
हैशटैग: #GhaziabadByElection #SanjeevSharma #BJPVictory #CMYogiMagic #GhaziabadNews #UPPolitics #BJPStrategy #RaftarToday #Election2024
🛑 Raftar Today व्हाट्सएप चैनल से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को टच करें।
Raftar Today WhatsApp Channel
Twitter (X): Raftar Today (@raftartoday)