शिक्षाग्रेटर नोएडा

GIMS News : कॉर्पोरेट दुनिया के लिए 'स्मार्ट मैनेजर' तैयार कर रहा GIMS, सीखने और विकास का क्रांतिकारी मॉडल, प्रबंधन स्नातकों के लिए नए कौशल की मांग - CEO GIMS स्वदेश कुमार सिंह

ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहा जीएनआईओटी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (GIMS), जो कॉर्पोरेट दुनिया की बदलती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने छात्रों को एक नई दिशा दे रहा है। आज के प्रतिस्पर्धी युग में, जहां हर दिन नए बदलाव हो रहे हैं, GIMS ने अपने प्रशिक्षण मॉडल को अनोखे तरीके से विकसित किया है। इसका उद्देश्य छात्रों को तकनीकी और व्यवहारिक कौशल से लैस करना है ताकि वे कॉर्पोरेट जगत की हर चुनौती का सामना कर सकें।

हम जीआईएमएस में प्रशिक्षण कार्यक्रमों का महत्वपूर्ण आकलन भी करते हैं, क्योंकि यह समझना महत्वपूर्ण है (ए) प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रभावशीलता और (बी) छात्रों की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम में परिवर्तन। हम रोजगार कौशल अनुक्रमण (ईएसआई) नामक छात्रों के लिए इन-हाउस विकसित अनुक्रमण तंत्र का पालन करते हैं। छात्रों को प्रेरण के दौरान विभिन्न मापदंडों पर एक्सेस किया जाता है और फिर विभिन्न समूहों में विभाजित किया जाता है। इन कोहोर्ट्स को ऊपर वर्णित दर्जी मॉड्यूल के साथ वितरित किया जाता है और विशेष कौशल पर एक बार फिर से एक्सेस किया जाता है। कोहोर्ट्स को फिर से परिभाषित किया जाता है, और विभिन्न समूहों के लिए अगले स्तर के दर्जी मॉड्यूल वितरित किए जाते हैं। प्रत्येक स्तर के साथ आकलन अधिक जटिल हो रहा है। एक जीआईएमएस छात्र पाठ्यक्रम के दौरान विभिन्न स्तरों के पांच आकलन और पांच प्रशिक्षण मॉड्यूल से गुजरता है। इन-हाउस प्रथाओं के अलावा, हम अंतरराष्ट्रीय विसर्जन कार्यक्रमों, स्ट्राइड श्रृंखला, लाइव परियोजनाओं, इंटर्नशिप, स्व-निर्देशित सीखने और उद्योग-संचालित प्रमाण पत्र के माध्यम से एक्सपोजर प्रदान करते रहते हैं।


प्रबंधन स्नातकों के लिए नए कौशल की मांग

सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान में कॉर्पोरेट जगत में प्रबंधन स्नातकों से सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी, डोमेन नॉलेज और सॉफ्ट स्किल्स की गहरी समझ भी अपेक्षित है। ग्राहकों की बदलती जरूरतें, डिजिटल इनोवेशन, और वैश्विक प्रतिस्पर्धा ने उद्योगों की प्राथमिकताओं को पूरी तरह से बदल दिया है।

कॉर्पोरेट घरानों की यही मांग GIMS को प्रेरित करती है कि वह छात्रों को कॉर्पोरेट जरूरतों के अनुकूल प्रशिक्षण दे। इसके तहत उन्होंने एक सुव्यवस्थित प्रशिक्षण मॉडल तैयार किया है, जो तकनीकी क्षमता और व्यवहारिक कौशल दोनों पर समान रूप से ध्यान केंद्रित करता है।


तकनीकी और व्यवहारिक कौशल का अनूठा संयोजन

GIMS ने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम को दो प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया है:

  1. तकनीकी क्षमता:

इसमें डोमेन विशेषज्ञता, डेटा विश्लेषण, और आईटी कौशल पर जोर दिया जाता है। इसे 114-क्रेडिट पाठ्यक्रम के माध्यम से सिखाया जाता है, जो छात्रों को तकनीकी रूप से मजबूत बनाता है।

  1. व्यवहारिक क्षमता:

संचार, टीम वर्क, समस्या-समाधान, समय प्रबंधन और सकारात्मक दृष्टिकोण जैसे कौशल विकसित किए जाते हैं।सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों और विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल के जरिए छात्रों को आत्मविश्वास और व्यवहारिक कुशलता प्रदान की जाती है।


खास प्रशिक्षण कार्यक्रम: GIMS की पहचान

GIMS ने छात्रों के समग्र विकास के लिए कई खास कार्यक्रम शुरू किए हैं:

  1. संचार कौशल प्रशिक्षण:

ब्रिटिश स्कूल ऑफ लैंग्वेज के साथ मिलकर छात्रों को 100-120 घंटे का मॉड्यूल पढ़ाया जाता है। इसके तहत संस्थान में एक AICTE-अनुशंसित संचार प्रयोगशाला भी है।

  1. सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण (टुटेज):

यह कार्यक्रम 40-45 घंटे का है और देश के मशहूर ट्रेनर श्री सोनू शर्मा द्वारा संचालित किया जाता है।

  1. योग्यता और तार्किक तर्क:

इस प्रशिक्षण में 50-60 घंटे दिए जाते हैं। छात्रों को विश्लेषणात्मक सोच और समस्या-समाधान के लिए तैयार किया जाता है।


कॉर्पोरेट दुनिया से सीधा संवाद: तीन खास टॉक सीरीज़

जीआईएमएस ने छात्रों को उद्योग जगत से जोड़ने के लिए तीन अनूठी टॉक श्रृंखलाएं शुरू की हैं:

  1. चाणक्य टॉक सीरीज़ (CTS):

उद्योग जगत के नेताओं को आमंत्रित किया जाता है ताकि छात्र कॉर्पोरेट सोच और दृष्टिकोण को समझ सकें।

  1. प्रबोधन टॉक सीरीज़ (PTS):

यह सीरीज़ छात्रों को नए रंगरूटों से कॉर्पोरेट प्रबंधकों की अपेक्षाओं को समझने का अवसर देती है।

  1. समरिक टॉक सीरीज़ (STS):

इस सीरीज़ में रक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों को आमंत्रित किया जाता है ताकि छात्र नेतृत्व कौशल को बेहतर तरीके से समझ सकें।

रफ़्तार टुडे की न्यूज़

प्रशिक्षण का नियमित आकलन: रोजगार कौशल अनुक्रमण (ESI)

GIMS अपने छात्रों के प्रशिक्षण का आकलन एम्प्लॉयबिलिटी स्किल इंडेक्स (ESI) के माध्यम से करता है।

छात्रों को विभिन्न मापदंडों पर वर्गीकृत कर विशेष मॉड्यूल तैयार किए जाते हैं।

इन मॉड्यूल को नियमित अंतराल पर अपडेट किया जाता है।

एक GIMS छात्र को पाठ्यक्रम के दौरान पांच स्तरों के आकलन और प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है।


अंतरराष्ट्रीय और व्यावहारिक अनुभव

GIMS छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय विसर्जन कार्यक्रम, लाइव प्रोजेक्ट्स, स्व-निर्देशित अध्ययन और इंडस्ट्री-ड्रिवन सर्टिफिकेट कोर्स भी उपलब्ध कराता है।

इन अद्वितीय और मजबूत प्रथाओं का परिणाम हमारे कभी-सुधार प्रवेश और प्लेसमेंट रिकॉर्ड की गुणवत्ता को दर्शाता है। हम कॉर्पोरेट जरूरतों के अनुरूप युवाओं की क्षमताओं को विकसित करके गतिशील कॉर्पोरेट वातावरण का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम वैश्विक मानव उत्कृष्टता में अग्रिम पंक्ति के योगदानकर्ता होने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।


प्रभावशाली परिणाम: उच्च प्लेसमेंट और उद्योग मान्यता

इन प्रयासों का नतीजा यह है कि GIMS के छात्रों को प्रतिष्ठित कंपनियों में प्लेसमेंट मिल रहा है। संस्थान ने न केवल छात्रों को कॉर्पोरेट दुनिया के लिए तैयार किया है, बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी पहचान बनाई है।

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