Greater Noida Phase 2 News : ग्रेटर नोएडा फेज़-2 औद्योगिक विकास और रोजगार की नई उड़ान, सादोपुर और बादलपुर गांवों की भूमि पर बनेगा हाईटेक औद्योगिक क्षेत्र, अवैध कॉलोनियों पर चलेगा बुलडोजर, भविष्य की योजनाएं न्यू नोएडा से सामंजस्य
ग्रेटर नोएडा फेज़-2, रफ़्तार टुडे। ग्रेटर नोएडा का फेज़-2 अब आर्थिक और औद्योगिक विकास का नया केंद्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। सादोपुर और बादलपुर गांवों की करीब 250 हेक्टेयर भूमि पर अत्याधुनिक औद्योगिक सेक्टर विकसित करने की तैयारियां जोरों पर हैं। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए अपनी योजनाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। यह कदम क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देगा और हजारों रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
औद्योगिक सेक्टर से विकास की नई परिभाषा
सादोपुर और बादलपुर गांवों की भूमि को औद्योगिक उपयोग के लिए चुना गया है।
यह भूमि 2008 में प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहित की गई थी।
वर्तमान में करीब 230 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध है, जहां औद्योगिक सेक्टर की स्थापना होगी।
जीटी रोड और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नजदीक होने के कारण यह क्षेत्र निवेशकों के लिए अत्यंत आकर्षक है।
प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा फेज़-2 की यह परियोजना न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि क्षेत्र की समग्र आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभाएगी।
लेआउट प्लान तैयार, जल्द होगा काम शुरू
औद्योगिक सेक्टर की स्थापना के लिए प्राधिकरण द्वारा भूमि का लेआउट प्लान तैयार किया जा रहा है। इसमें आधुनिक सुविधाएं और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किए जाएंगे।
प्राधिकरण ने इस भूमि पर बड़े पैमाने पर औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने की योजना बनाई है। यहां उद्योग स्थापित करने के इच्छुक उद्यमियों के लिए भूखंड आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। यह योजना क्षेत्र को औद्योगिक विकास का एक प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
ग्रेटर नोएडा फेज़-2 में विकसित होने वाले औद्योगिक सेक्टरों से निवेशकों को कई फायदे मिलेंगे। यह क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर के केंद्र में स्थित है, जिससे सभी प्रमुख शहरों से इसकी बेहतरीन कनेक्टिविटी है। यहां की आधुनिक सुविधाएं और उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल उद्यमियों को आकर्षित करेगा।
निवेश बढ़ने से क्षेत्र में रोजगार के हजारों अवसर उपलब्ध होंगे।
अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई की तैयारी
ग्रेटर नोएडा फेज़-2 अधिसूचित क्षेत्र में भूमाफियाओं द्वारा फर्जी नाम से अवैध कॉलोनियां बसाई जा रही हैं। प्राधिकरण ने इन अवैध निर्माणों पर सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है। सीईओ एनजी रवि कुमार ने कहा कि जल्द ही अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त किया जाएगा। प्राधिकरण की योजनाओं के नाम पर हो रही इस गड़बड़ी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
यह कदम प्राधिकरण की भूमि और योजनाओं की पारदर्शिता बनाए रखने में मदद करेगा।
ग्रेटर नोएडा फेज़-2: रोजगार और विकास का केंद्र
ग्रेटर नोएडा फेज़-2 के औद्योगिक विकास से स्थानीय निवासियों को भी बड़ा लाभ होगा।
क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।
आसपास के गांवों और कस्बों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
बेहतर सुविधाओं के चलते क्षेत्र का समग्र विकास सुनिश्चित होगा।
भविष्य की योजनाएं: न्यू नोएडा से सामंजस्य
ग्रेटर नोएडा फेज़-2 और न्यू नोएडा के बीच संतुलन बनाने के लिए प्राधिकरण ने ठोस योजना बनाई है।
दोनों क्षेत्रों के विकास से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नई आर्थिक संभावनाएं खुलेंगी।
प्राधिकरण का उद्देश्य है कि विकास का लाभ हर वर्ग और क्षेत्र तक पहुंचे।
ग्रेटर नोएडा फेज़-2: क्षेत्रीय प्रगति की नई दिशा
ग्रेटर नोएडा फेज़-2 का औद्योगिक विकास केवल एक परियोजना नहीं, बल्कि क्षेत्र के भविष्य को बदलने की एक बड़ी पहल है। बेहतर कनेक्टिविटी, आधुनिक सुविधाएं, और निवेशकों के लिए आकर्षक माहौल इसे एनसीआर का प्रमुख केंद्र बनाएंगे।
प्राधिकरण की सख्ती से अवैध गतिविधियों पर रोक लगेगी, जिससे योजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। ग्रेटर नोएडा फेज़-2 का यह कदम रोजगार, निवेश, और क्षेत्रीय विकास का आधार बनेगा।
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